राज्य ब्यूरो, शिमला : अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षण एवं मुक्त अध्ययन केंद्र (इक्डोल) से अब टीचिंग प्रोफेशनल डिग्रीधारक ही बीएड कर सकेंगे। बीएड दाखिले के लिए इस बार एनसीटीई (नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजूकेशन) ने नए नॉमर्स लागू किए हैं और इनके आधार पर ही इस बार इक्डोल में बीएड में दाखिला देगा। अब केवल शैक्षणिक डिग्रीधारक ही यहां से बीएड करने के पात्र होंगे।
ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने अन्य उच्च डिग्री लेकर दो साल का शैक्षणिक अनुभव प्राप्त किया है वे बीएड के लिए अपात्र घोषित कर दिए गए हैं। भले ही फिर क्यों न पीएचडी किया हो लेकिन इक्डोल से बीएड करने के लिए टीचिंग डिग्री मायने रखेगी। एनसीटीई के नए नियमों के अनुसार जेबीटी, पीटीई, डीएम व एलीमेंटरी एजूकेशन में डिप्लोमाधारकों को ही दूरवर्ती केंद्र से बीएड में दाखिला मिलेगा। नए सत्र के लिए इक्डोल 20 जुलाई से दाखिला प्रक्रिया शुरू कर रहा है। पहले चरण में बीएड व एमए एजूकेशन के प्रॉस्पेक्टस मिलना शुरू हो जाएंगे। हालांकि नए नियम लागू होने से कई अभ्यर्थी बीएड से वंचित हो जाएंगे, जिन्हें स्नातकोत्तर, एमफिल व पीएचडी करने के बाद दो साल स्कूल में पढ़ाने का अनुभव तो है लेकिन कोई प्रोफेशनल डिग्री नहीं है। पिछले साल तक इक्डोल में बीएड कोर्स में स्नातक के साथ दो वर्ष के शैक्षणिक अनुभव वाले अभ्यर्थियों को दाखिला मिलता था जबकि कई ऐसे शिक्षक जो कई सालों से निजी स्कूलों व संस्थानों में पढ़ाने का अनुभव रखते हैं, ऐसे कई शिक्षक इक्डोल से बीएड करने से वंचित रहेंगे।
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इक्डोल में फीस है कम
प्रदेश के महाविद्यालयों से बीएड करने के लिए जहां लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं, वहीं इक्डोल में दो साल की बीएड करीब बीस हजार से भी कम रुपये में हो जाती है। प्रति वर्ष बीएड शुल्क जहां 8200 सौ रुपये है, वहीं एग्जामिनेशन फीस 1400 है। साथ ही रोजगार में लगे अभ्यर्थियों के लिए टाइम मैनेजमेंट भी अच्छा है।
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पिछले साल बीएड की 150 सीटें भरी
पिछले साल की बात करें तो इक्डोल में साढे़ चार सौ सीटों में से करीब डेढ़ सौ ं ही भर पाई थीं। इस बार नए नॉमर्स लागू होने से सीटें अत्यधिक खाली रह सकती हैं।
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पुराने नियमों पर मिले दाखिला
एसएफआइ के इकाई अध्यक्ष नोबल ठाकुर ने कहा कि पुराने नियमों के मुताबिक ही दाखिला मिलना चाहिए। प्रदेश के समस्त छात्र अध्यापक समुदाय की ओर से पुन: पुरानी पात्रता के आधार पर बीएड में प्रवेश दिए जाने बाबत निदेशक को ज्ञापन सौंपा है।
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'एनसीटीई के नए नियमों के मुताबिक ही बीएड में दाखिला मिलेगा। इसके लिए जेबीटी, पीटीई व डीएम डिग्रीधारक प्रवेश के लिए पात्र होंगे।'
- प्रो. पीके वैद्य, निदेशक, इक्डोल।
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