राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश में करीब आठ हजार शिक्षक ऐसे हैं जो जुगाड़ के सहारे कई वर्षो से घर के 25 किलोमीटर के दायरे में स्थित स्कूलों में डटे हुए हैं। शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश सरकार के आदेश के बाद तैयार की गई प्रारंभिक रिपोर्ट में घर के पास डटे हुए शिक्षकों का यह आंकड़ा सामने आया है। शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक रिपोर्ट को सचिवालय में शिक्षा सचिव को भेज दिया है।
रिपोर्ट का निरीक्षण करने के बाद प्रदेश सरकार घर के पास डटे हुए शिक्षकों का तबादला दूरदराज के ऐसे स्कूलों में करेगी जहां शिक्षकों की कमी है। इसे शिक्षकों के लिए तबादला नीति के साथ जोड़कर भी देखा जा रहा है। प्रदेश के लिए बनाई जा रही नीति में नियमों का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई का प्रावधान किया जाना तय है। इसमें तबादला होने के बाद शिक्षक यदि अपने स्टेशन पर नहीं जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। शिक्षा विभाग सहित प्रदेश सरकार को ऐसी कई शिकायतें मिली हैं जिसमें शिक्षक स्कूल से कई दिनों तक बिना बताए नदारद रहते हैं। शिक्षा विभाग ऐसे मामले रोकने के लिए शिक्षकों की हाजिरी बॉयोमीट्रिक से लगाने की तैयारी कर रहा है। जिस शिक्षक का घर पांच किलोमीटर के दायरे में होता है, उनमें से कुछ शिक्षक हाजिरी लगाने के बाद दिनभर अपने निजी कामकाज निपटाने के बाद शाम को छुट्टी के समय फिर बॉयोमीट्रिक मशीन में हाजिरी लगाने पहुंच जाते हैं। सिरमौर जिले में ऐसा मामला सामने आ चुका है जहां दो शिक्षकों ने स्कूल आने के लिए बारी लगा रखी थी। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार अब घर के पांच किलोमीटर के दायरे में रहने वाले शिक्षकों को दूर भेजने की तैयारी कर रही है।
मर्ज होंगे एक शिक्षक वाले स्कूल
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चार जिलों में अधिकतर शिक्षक घर के पांच किलोमीटर के दायरे में तैनात
शिक्षा विभाग द्वारा तैयार प्रारंभिक रिपोर्ट के तहत शिमला, कांगड़ा, हमीरपुर व बिलासपुर जिलों में अधिकतर शिक्षक जुगाड़ भिड़ाकर घर के पांच किलोमीटर के दायरे में तैनाती लिए बैठे हैं। इस रिपोर्ट पर अभी शिक्षा मंत्री के साथ बैठक कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
रिपोर्ट का निरीक्षण करने के बाद प्रदेश सरकार घर के पास डटे हुए शिक्षकों का तबादला दूरदराज के ऐसे स्कूलों में करेगी जहां शिक्षकों की कमी है। इसे शिक्षकों के लिए तबादला नीति के साथ जोड़कर भी देखा जा रहा है। प्रदेश के लिए बनाई जा रही नीति में नियमों का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई का प्रावधान किया जाना तय है। इसमें तबादला होने के बाद शिक्षक यदि अपने स्टेशन पर नहीं जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। शिक्षा विभाग सहित प्रदेश सरकार को ऐसी कई शिकायतें मिली हैं जिसमें शिक्षक स्कूल से कई दिनों तक बिना बताए नदारद रहते हैं। शिक्षा विभाग ऐसे मामले रोकने के लिए शिक्षकों की हाजिरी बॉयोमीट्रिक से लगाने की तैयारी कर रहा है। जिस शिक्षक का घर पांच किलोमीटर के दायरे में होता है, उनमें से कुछ शिक्षक हाजिरी लगाने के बाद दिनभर अपने निजी कामकाज निपटाने के बाद शाम को छुट्टी के समय फिर बॉयोमीट्रिक मशीन में हाजिरी लगाने पहुंच जाते हैं। सिरमौर जिले में ऐसा मामला सामने आ चुका है जहां दो शिक्षकों ने स्कूल आने के लिए बारी लगा रखी थी। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार अब घर के पांच किलोमीटर के दायरे में रहने वाले शिक्षकों को दूर भेजने की तैयारी कर रही है।
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शिक्षा विभाग द्वारा तैयार प्रारंभिक रिपोर्ट के तहत शिमला, कांगड़ा, हमीरपुर व बिलासपुर जिलों में अधिकतर शिक्षक जुगाड़ भिड़ाकर घर के पांच किलोमीटर के दायरे में तैनाती लिए बैठे हैं। इस रिपोर्ट पर अभी शिक्षा मंत्री के साथ बैठक कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।