जागरण संवाददाता, मंडी : निजी स्कूलों को मान्यता के लिए शिक्षा विभाग
के द्वारा लगाई गई जेबीटी टेट उत्तीर्ण अध्यापकों की शर्त स्कूल संचालकों
के होश उड़ा दिए हैं। पात्र जेबीटी शिक्षकों की तलाश हर जगह की जा रही है।
लेकिन अधिकतर स्कूलों को अब तक टेट उत्तीर्ण जेबीटी अध्यापक नहीं मिल पा
रहे हैं।
वाजिब वेतनमान न मिलने की वजह से वह इसमें रूचि नहीं दिखा रहे है। नतीजतन, शिक्षा विभाग के पास मान्यता के लिए आधी अधूरी फाइलें पहुंच रही है। वर्तमान में सिर्फ मंडी जिला में करीब 800 टेट पास प्रशिक्षित शिक्षक बेरोजगार है। लेकिन जिला के 282 निजी स्कूलों को टेट पास शिक्षक नहीं मिल रहे है। जिला के बड़े नामी निजी स्कूल बेहतर शिक्षा देने का दावा करते हैं। लेकिन धरातल पर अपात्र शिक्षकों के सहारे ही निजी स्कूलों में काम चलाया जा रहा है। अब जबकि शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों पर शिकंजा कसा तो तब कहीं जाकर अब मानकों को पूरा करने के लिए निजी स्कूल संचालक हाथ पांव मारने लगे है। जिला में इस समय 351 निजी स्कूल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से मान्यता हासिल कर बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। लेकिन जेबीटी टेट उत्तीर्ण शिक्षकों की शर्त समेत अन्य नियम सख्ती से लागू करने पर अब स्कूलों की तादात कम होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। निजी स्कूल प्रबंधन संगठन आरटीई के नियमों में छूट देने की मांग करने लगा है।
निजी स्कूलों को नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम 2009 के तहत सभी शर्तों को पूरा करने का समय दिया है। उसके बाद शर्तों को पूरा न करने वाले निजी स्कूलों पर कार्रवाई होगी।
..कर्मदत्त शर्मा, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
वाजिब वेतनमान न मिलने की वजह से वह इसमें रूचि नहीं दिखा रहे है। नतीजतन, शिक्षा विभाग के पास मान्यता के लिए आधी अधूरी फाइलें पहुंच रही है। वर्तमान में सिर्फ मंडी जिला में करीब 800 टेट पास प्रशिक्षित शिक्षक बेरोजगार है। लेकिन जिला के 282 निजी स्कूलों को टेट पास शिक्षक नहीं मिल रहे है। जिला के बड़े नामी निजी स्कूल बेहतर शिक्षा देने का दावा करते हैं। लेकिन धरातल पर अपात्र शिक्षकों के सहारे ही निजी स्कूलों में काम चलाया जा रहा है। अब जबकि शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों पर शिकंजा कसा तो तब कहीं जाकर अब मानकों को पूरा करने के लिए निजी स्कूल संचालक हाथ पांव मारने लगे है। जिला में इस समय 351 निजी स्कूल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से मान्यता हासिल कर बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। लेकिन जेबीटी टेट उत्तीर्ण शिक्षकों की शर्त समेत अन्य नियम सख्ती से लागू करने पर अब स्कूलों की तादात कम होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। निजी स्कूल प्रबंधन संगठन आरटीई के नियमों में छूट देने की मांग करने लगा है।
निजी स्कूलों को नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम 2009 के तहत सभी शर्तों को पूरा करने का समय दिया है। उसके बाद शर्तों को पूरा न करने वाले निजी स्कूलों पर कार्रवाई होगी।
..कर्मदत्त शर्मा, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC