राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश सरकार ने शिक्षकों के 1880 पदों की भर्ती
प्रक्रिया शुरू कर दी है। दावा है कि अगस्त तक भर्ती कर स्कूलों में
शिक्षकों के रिक्त पद भर दिए जाएंगे। प्रशिक्षित स्नातक अध्यापकों के 1036
पद व जेबीटी शिक्षकों के 844 पद अनुबंध आधार पर भरे जाएंगे।
शिक्षा विभाग टीजीटी के 37 फीसद पदों की भर्ती बैचवाइज करेगा। अन्य पदों पर भर्ती कर्मचारी चयन आयोग से होगी।
जेबीटी शिक्षकों की 50 फीसद भर्ती बैचवाइज होगी। शेष भर्ती कर्मचारी चयन आयोग से होगी। प्रदेश हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पद भरने की प्रक्रिया में तेजी आई है। शिक्षा सचिव डॉ. अरुण कुमार शर्मा ने कहा कि पहले बैचवाइज भर्तियां होंगी। 15 दिन में मिलेंगे 393 टीजीटी
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में भर्तियों से पहले अगले 15 दिनों के भीतर 393 टीजीटी तैनात होंगे। ये भर्तियां बैचवाइज होंगी। इस संबंध में मई में साक्षात्कार हुए थे। प्रारंभिक शिक्षा विभाग साक्षात्कार परिणाम 15 दिनों के भीतर घोषित करेगा। टीजीटी मेडिकल के 172 पद, नॉन मेडिकल के 96 पद व टीजीटी कला के 125 पद भरे जाएंगे। एसएमसी से दुर्गम क्षेत्रों में तैनात होंगे शिक्षक
स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) से शिक्षकों की तैनाती को लेकर सरकार नीति में बदलाव करने जा रही है। एसएमसी से प्रदेश के दुर्गम व कठिन क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में ही शिक्षक तैनात किए जाएंगे। एसएमसी से प्रदेश के अन्य क्षेत्रो में शिक्षकों की भर्ती नहीं हो सकेंगी।
शिक्षा विभाग टीजीटी के 37 फीसद पदों की भर्ती बैचवाइज करेगा। अन्य पदों पर भर्ती कर्मचारी चयन आयोग से होगी।
जेबीटी शिक्षकों की 50 फीसद भर्ती बैचवाइज होगी। शेष भर्ती कर्मचारी चयन आयोग से होगी। प्रदेश हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पद भरने की प्रक्रिया में तेजी आई है। शिक्षा सचिव डॉ. अरुण कुमार शर्मा ने कहा कि पहले बैचवाइज भर्तियां होंगी। 15 दिन में मिलेंगे 393 टीजीटी
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में भर्तियों से पहले अगले 15 दिनों के भीतर 393 टीजीटी तैनात होंगे। ये भर्तियां बैचवाइज होंगी। इस संबंध में मई में साक्षात्कार हुए थे। प्रारंभिक शिक्षा विभाग साक्षात्कार परिणाम 15 दिनों के भीतर घोषित करेगा। टीजीटी मेडिकल के 172 पद, नॉन मेडिकल के 96 पद व टीजीटी कला के 125 पद भरे जाएंगे। एसएमसी से दुर्गम क्षेत्रों में तैनात होंगे शिक्षक
स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) से शिक्षकों की तैनाती को लेकर सरकार नीति में बदलाव करने जा रही है। एसएमसी से प्रदेश के दुर्गम व कठिन क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में ही शिक्षक तैनात किए जाएंगे। एसएमसी से प्रदेश के अन्य क्षेत्रो में शिक्षकों की भर्ती नहीं हो सकेंगी।