ज्वालामुखी , 29 मई:– मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज
कहा कि प्रदेश में कन्या भ्रूण हत्या जैसी महामारी को सरकार सख्ती से
रोकेगी। इसमें कोताही बरतने वाले सरकारी अधिकारियों पर भी शिकंजा कसा
जायेगा।
मुख्यमंत्री रविवार को वरिष्ठ माध्यमिक कन्या पाठशाला ज्वालामुखी में कांगड़ा जिला में बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ अभियान के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे।
इससे पहले उन्होंने इस अभियान के फेस बुक पेज व कालर टयून को लांच किया व जिला कांगड़ा में मई माह में जन्म लेने वाली बेटियों के जन्म दिवस को मनाते हुये केक भी काटा।
अपने संबोधन में वीरभद्र सिंह ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या जघन्य अपराध है। यह समाज के लिये अभिशाप है। हालात यही रहे तो आने वाले समय में हमें बेटियां नहीं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि जो माता पिता या डाक्टर इस मामले में लिप्त पाये जाते हैं, उन्हें भी सख्त से सख्त सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हालांकि लिंगानुपात बेहतर है, व सरकार की कई ऐसी योजनायें हैं जिनके जरिये बेटी को पैदा करने वालों को सम्मानित भी किया जा रहा है। लेकिन जिला कांगड़ा, हमीरपुर व ऊना पंजाब से लगते जिलों में यह समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। लेकिन अब कांगड़ा जिला में इस दिशा में चलाया जा रहा अभियान इस मामले में बेहतर दिशा दे सकता है। उन्होंने कहा कि बदलते जमाने में भी लोग अपनी सोच नहीं बदल पा रहे हैं। लेकिन अब सरकार इसे सख्ती से रोकेगी। उन्होंने शिशु लिंगानुपात में असंतुलन दूर करने के लिए सभी की भागीदारी सुनिश्चित बनाने के साथ ही लड़कियों की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों को लेकर भी जागरूकता पर बल दिया । व अधिकारियों से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया।
कांगड़ा के जिलाधीश रितेश चौहान ने इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि कहा कि इस अभियान के लिये स्वास्थ्य, महिला एवं बाल कल्याण, शिक्षा, सूचना एवं जन सम्पर्क, रेडक्रास सहित अन्य विभागों और गैर सरकारी संगठनों का सहयोग भी लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा में अल्ट्रासाउंड मशीनों की ट्रेकिंग प्रणाली लागू भी लागू होगी। ताकि कन्या भू्रण हत्या पर रोक लग सके। वहीं पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम सहित अन्य सभी कानूनी प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन एवं लोगों की सक्रिय भागीदारी भी सुनिशिचत बनाई जायेगी। जिलाधीश ने बताया कि जिले के प्रत्येक स्कूल में हर महीने की 25 तारीख को बेटियों के सम्मान में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रमों के दौरान स्कूल में पढऩे वाली जिन बच्चियों का जन्मदिन उस महीने में होगा, उनका जन्मदिन सामुहिक तौर पर 25 तारीख को स्कूल में धूमधाम से मनाया जाएगा, जिसमें बच्चियों के माता-पिता को भी विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाएगा। इस अवसर पर स्थानीय विधायक संजय रतन ने कहा कि यह सौभागय का विषय है कि इस अभियान की ज्वालामुखी से खुद सीएम शुरूआत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बेटी को बचाने के लिये आज शुरू अभियान इस दिशा में मील पत्थर साबित होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ज्वालामुखी की कन्या पाठशाला में संस्कृत व संगीत के टीचर की नियुक्ति करने के भी आदेश दिये।
मुख्यमंत्री ने ज्वालाजी के लिए की ऑडिटोरियम की घोषणा–
विभिन्न स्कूलों के स्तरोन्नयन की घोषणाएं
डिग्री कॉलेज ज्वालाजी को सरकार लेगी अपने अधीन
मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज कांगड़ा जिला के ज्वालाजी में स्थानीय विधायक श्री संजय रतन, स्थानीय लोगों और डिग्री कॉलेज ज्वालाजी के शिक्षक तथा गैर शिक्षक स्टाफ द्वारा डिग्री कॉलेज ज्वालाजी को सरकार के अधीन लेने पर आयोजित धन्यवाद रैली को सम्बोधित करते हुए सभी विधायकों से विकास कार्यों की न केवल मुख्यमंत्री से स्वीकृति प्राप्त करने, बल्कि विभिन्न स्तरों पर निर्माणाधीन परियोजनाओं की फाईल को निजी तौर पर आगे बढ़ाकर कार्यों को समयबद्ध पूरा करना सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि केवल वही विधायक सफल, मेहनती और अपने लोगों के प्रति समर्पित माना जाएगा जो फाईल की प्रक्रिया का विभिन्न स्तरों पर फालो-अप कर कार्य का निष्पादन सुनिश्चित करेगा।
श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि स्थानीय विधायक, मंदिर न्यास और ज्वालाजी के लोगों के बार-बार आग्रह पर सरकार ने इस कॉलेज को अपने अधीन लेने निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि 27 मई को मंत्रिमंडल ने भी इस पर सहमति जताई थी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बिना किसी भेदभाव के राज्य के सभी क्षेत्रों का समान और संतुलित विकास करने पर विश्वास करती है।
मुख्यमंत्री ने ज्वालाजी में ऑडिटोरियम निर्माण की घोषणा की, जिसके लिए सरकार भी अपना योगदान देगी। उन्होंने राजकीय महाविद्यालय खुंडियां में विज्ञान कक्षाएं, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गगरूही और पिहरी में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने,
थलाकन मेंं नई प्राथमिक पाठशाला खोलने, राजकीय माध्यमिक पाठशाला रोहाड़ा और अंब पठियार को राजकीय उच्च विद्यालय तथा नगरोटा और सरूही उच्च विद्यालयों को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में स्तरोन्नत करने की घोषणाएं की।
विधायक श्री संजय रतन ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए ज्वालाजी डिग्री कॉलेज को सरकार के अधीन लेने के लिए आभार जताया किया। इससे पूर्व, यह कॉलेज मंदिर न्यास द्वारा संचालित किया जा रहा था उन्होंने कहा कि यह मामला काफी समय से लंबित था और विपक्ष ने इस बारे में कभी सोचने तक का प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि ज्वालाजी की जनता तथा कॉलेज स्टाफ इसके लिए मुख्यमंत्री का ऋणी रहेगा। श्री संजय रतन ने कहा कि पूर्व स्थानीय विधायक जो मंत्री भी रहे हैं ने हमेशा लोगों को गुमराह किया और वे इस कॉलेज को सरकारी क्षेत्र में लाने में सफल नहीं हो पाए। उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व विकास कार्यों का श्रेय मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह को दिया। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज को सरकारी क्षेत्र में लेने के फलस्वरूप 75 लाख रुपये वार्षिक की बचत हुई है और उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए एक करोड़ रुपये का चैक भी भेंट किया।
उन्होंने क्षेत्र की अन्य मांगों के साथ मझीण में डिग्री कॉलेज खोलने, ज्वालाजी में सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग का मंडल खोलने, खुडियां डिग्री कॉलेज में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, पिडी और गगरूही में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने का आग्रह किया।
राज्य शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष श्री बलबीर तेगटा, कांगड़ा सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री जगदीश सिपहिया, कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री सुरेन्द्र मनकोटिया, पूर्व विधायक श्री सुरेन्द्र काकू, जिला परिषद सदस्य सुश्री रीतु पराशर, स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पंडित सुशील रतन, नगर परिषद की अध्यक्ष सुश्री भावना सूद, उपायुक्त श्री रितेश चौहान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
वीरभद्र सिंह ने ज्वालामुखी मंदिर में दर्शन किये–
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह आज कांगड़ा जिला के अपने प्रवास के दौरान सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी में पहुंच कर पूजा अर्चना की।
सीएम रविवार को अपने काफिले के साथ सीधे मंदिर में पहुंचे, जहां मंदिर के बारीदारों व पंरपरागत पुजारियों ने उनका वैदिक मंत्रोचारण व वाद्य यंत्रो की धुनों के साथ स्वागत किया। इससे पहले स्थानीय विधायक संजय रतन ने मंदिर परिसर में पहुंचने पर उनका स्वागत किया। वीरभद्र सिंह सीधे गर्भग्रह में गये व उन्होंने मुख्य ज्योति के दर्शन कर मंदिर में पूजा अर्चना की। परिक्रमा के बाद उन्होंने विशेष पूजा भी की। व मंदिर में रखे गये सम्राट अकबर की ओर से चढ़ाये गये ऐतिहासिक छत्र को भी देखा।
सीएम के अदालती मामलों व सोमवार को दिल्ली की अदालत में होने वाली सुनवाई के चलते यहां मदिर में उनकी ओर से पूजा में भाग लेना खास मायने रखता है।
इस अवसर पर उन्होंने मंदिर में चल रहे विकास कार्यों का भी जायजा लिया। व विकास कार्यों को समयसीमा के भीतर पूरा करने पर जोर दिया। उन्होंने मंदिर प्रशासन से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं में विस्तार करने की वकालत करते हुये परिसर की सुंदरता व स्वच्छता बनाये रखने को कहा। ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि हर कीमत पर परिसर की पवित्रता बनी रहनी चाहिये। सीएम ने कहा कि सरकार प्रदेश के मंदिर के मंदिरों के विकास के लिये प्रतिबद्ध है। व प्राचीन ऐतिहासिक मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिये भी विशेष प्रयास जारी हैं। इसके लिये बजट में भी धन का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी नियंत्रण वाले मंदिरों में हालात सुधरे हैं। लोगों को सुविधाओं में विस्तार हुआ है। जिससे आने वाले श्रद्धालु खुश हैं। लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि सरकार का मंदिरों में दखल देने का कोई ईरादा नहीं है। इस अवसर पर कांगड़ा के उपायुक्त रितेश चौहान व विधायक संजय रतन ने सीएम को मंदिर का चित्र व सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया।
इससे पहले गुरू गोरख नाथ मठ के साध्ुाओं ने भी सीएम का पारंपरिक तौर पर स्वागत किया। मंहत सूरज नाथ ने सीएम को मठ के बारे में जानकारी दी। वहीं मंदिर के पुजारियों का शिष्टमंडल भी सीएम से मिला। व उनके समक्ष अपनी मांगे रखीं।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
मुख्यमंत्री रविवार को वरिष्ठ माध्यमिक कन्या पाठशाला ज्वालामुखी में कांगड़ा जिला में बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ अभियान के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे।
इससे पहले उन्होंने इस अभियान के फेस बुक पेज व कालर टयून को लांच किया व जिला कांगड़ा में मई माह में जन्म लेने वाली बेटियों के जन्म दिवस को मनाते हुये केक भी काटा।
अपने संबोधन में वीरभद्र सिंह ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या जघन्य अपराध है। यह समाज के लिये अभिशाप है। हालात यही रहे तो आने वाले समय में हमें बेटियां नहीं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि जो माता पिता या डाक्टर इस मामले में लिप्त पाये जाते हैं, उन्हें भी सख्त से सख्त सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हालांकि लिंगानुपात बेहतर है, व सरकार की कई ऐसी योजनायें हैं जिनके जरिये बेटी को पैदा करने वालों को सम्मानित भी किया जा रहा है। लेकिन जिला कांगड़ा, हमीरपुर व ऊना पंजाब से लगते जिलों में यह समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। लेकिन अब कांगड़ा जिला में इस दिशा में चलाया जा रहा अभियान इस मामले में बेहतर दिशा दे सकता है। उन्होंने कहा कि बदलते जमाने में भी लोग अपनी सोच नहीं बदल पा रहे हैं। लेकिन अब सरकार इसे सख्ती से रोकेगी। उन्होंने शिशु लिंगानुपात में असंतुलन दूर करने के लिए सभी की भागीदारी सुनिश्चित बनाने के साथ ही लड़कियों की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों को लेकर भी जागरूकता पर बल दिया । व अधिकारियों से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया।
कांगड़ा के जिलाधीश रितेश चौहान ने इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि कहा कि इस अभियान के लिये स्वास्थ्य, महिला एवं बाल कल्याण, शिक्षा, सूचना एवं जन सम्पर्क, रेडक्रास सहित अन्य विभागों और गैर सरकारी संगठनों का सहयोग भी लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा में अल्ट्रासाउंड मशीनों की ट्रेकिंग प्रणाली लागू भी लागू होगी। ताकि कन्या भू्रण हत्या पर रोक लग सके। वहीं पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम सहित अन्य सभी कानूनी प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन एवं लोगों की सक्रिय भागीदारी भी सुनिशिचत बनाई जायेगी। जिलाधीश ने बताया कि जिले के प्रत्येक स्कूल में हर महीने की 25 तारीख को बेटियों के सम्मान में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रमों के दौरान स्कूल में पढऩे वाली जिन बच्चियों का जन्मदिन उस महीने में होगा, उनका जन्मदिन सामुहिक तौर पर 25 तारीख को स्कूल में धूमधाम से मनाया जाएगा, जिसमें बच्चियों के माता-पिता को भी विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाएगा। इस अवसर पर स्थानीय विधायक संजय रतन ने कहा कि यह सौभागय का विषय है कि इस अभियान की ज्वालामुखी से खुद सीएम शुरूआत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बेटी को बचाने के लिये आज शुरू अभियान इस दिशा में मील पत्थर साबित होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ज्वालामुखी की कन्या पाठशाला में संस्कृत व संगीत के टीचर की नियुक्ति करने के भी आदेश दिये।
मुख्यमंत्री ने ज्वालाजी के लिए की ऑडिटोरियम की घोषणा–
विभिन्न स्कूलों के स्तरोन्नयन की घोषणाएं
डिग्री कॉलेज ज्वालाजी को सरकार लेगी अपने अधीन
मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज कांगड़ा जिला के ज्वालाजी में स्थानीय विधायक श्री संजय रतन, स्थानीय लोगों और डिग्री कॉलेज ज्वालाजी के शिक्षक तथा गैर शिक्षक स्टाफ द्वारा डिग्री कॉलेज ज्वालाजी को सरकार के अधीन लेने पर आयोजित धन्यवाद रैली को सम्बोधित करते हुए सभी विधायकों से विकास कार्यों की न केवल मुख्यमंत्री से स्वीकृति प्राप्त करने, बल्कि विभिन्न स्तरों पर निर्माणाधीन परियोजनाओं की फाईल को निजी तौर पर आगे बढ़ाकर कार्यों को समयबद्ध पूरा करना सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि केवल वही विधायक सफल, मेहनती और अपने लोगों के प्रति समर्पित माना जाएगा जो फाईल की प्रक्रिया का विभिन्न स्तरों पर फालो-अप कर कार्य का निष्पादन सुनिश्चित करेगा।
श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि स्थानीय विधायक, मंदिर न्यास और ज्वालाजी के लोगों के बार-बार आग्रह पर सरकार ने इस कॉलेज को अपने अधीन लेने निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि 27 मई को मंत्रिमंडल ने भी इस पर सहमति जताई थी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बिना किसी भेदभाव के राज्य के सभी क्षेत्रों का समान और संतुलित विकास करने पर विश्वास करती है।
मुख्यमंत्री ने ज्वालाजी में ऑडिटोरियम निर्माण की घोषणा की, जिसके लिए सरकार भी अपना योगदान देगी। उन्होंने राजकीय महाविद्यालय खुंडियां में विज्ञान कक्षाएं, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गगरूही और पिहरी में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने,
थलाकन मेंं नई प्राथमिक पाठशाला खोलने, राजकीय माध्यमिक पाठशाला रोहाड़ा और अंब पठियार को राजकीय उच्च विद्यालय तथा नगरोटा और सरूही उच्च विद्यालयों को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में स्तरोन्नत करने की घोषणाएं की।
विधायक श्री संजय रतन ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए ज्वालाजी डिग्री कॉलेज को सरकार के अधीन लेने के लिए आभार जताया किया। इससे पूर्व, यह कॉलेज मंदिर न्यास द्वारा संचालित किया जा रहा था उन्होंने कहा कि यह मामला काफी समय से लंबित था और विपक्ष ने इस बारे में कभी सोचने तक का प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि ज्वालाजी की जनता तथा कॉलेज स्टाफ इसके लिए मुख्यमंत्री का ऋणी रहेगा। श्री संजय रतन ने कहा कि पूर्व स्थानीय विधायक जो मंत्री भी रहे हैं ने हमेशा लोगों को गुमराह किया और वे इस कॉलेज को सरकारी क्षेत्र में लाने में सफल नहीं हो पाए। उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व विकास कार्यों का श्रेय मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह को दिया। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज को सरकारी क्षेत्र में लेने के फलस्वरूप 75 लाख रुपये वार्षिक की बचत हुई है और उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए एक करोड़ रुपये का चैक भी भेंट किया।
उन्होंने क्षेत्र की अन्य मांगों के साथ मझीण में डिग्री कॉलेज खोलने, ज्वालाजी में सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग का मंडल खोलने, खुडियां डिग्री कॉलेज में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, पिडी और गगरूही में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने का आग्रह किया।
राज्य शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष श्री बलबीर तेगटा, कांगड़ा सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री जगदीश सिपहिया, कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री सुरेन्द्र मनकोटिया, पूर्व विधायक श्री सुरेन्द्र काकू, जिला परिषद सदस्य सुश्री रीतु पराशर, स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पंडित सुशील रतन, नगर परिषद की अध्यक्ष सुश्री भावना सूद, उपायुक्त श्री रितेश चौहान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
वीरभद्र सिंह ने ज्वालामुखी मंदिर में दर्शन किये–
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह आज कांगड़ा जिला के अपने प्रवास के दौरान सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी में पहुंच कर पूजा अर्चना की।
सीएम रविवार को अपने काफिले के साथ सीधे मंदिर में पहुंचे, जहां मंदिर के बारीदारों व पंरपरागत पुजारियों ने उनका वैदिक मंत्रोचारण व वाद्य यंत्रो की धुनों के साथ स्वागत किया। इससे पहले स्थानीय विधायक संजय रतन ने मंदिर परिसर में पहुंचने पर उनका स्वागत किया। वीरभद्र सिंह सीधे गर्भग्रह में गये व उन्होंने मुख्य ज्योति के दर्शन कर मंदिर में पूजा अर्चना की। परिक्रमा के बाद उन्होंने विशेष पूजा भी की। व मंदिर में रखे गये सम्राट अकबर की ओर से चढ़ाये गये ऐतिहासिक छत्र को भी देखा।
सीएम के अदालती मामलों व सोमवार को दिल्ली की अदालत में होने वाली सुनवाई के चलते यहां मदिर में उनकी ओर से पूजा में भाग लेना खास मायने रखता है।
इस अवसर पर उन्होंने मंदिर में चल रहे विकास कार्यों का भी जायजा लिया। व विकास कार्यों को समयसीमा के भीतर पूरा करने पर जोर दिया। उन्होंने मंदिर प्रशासन से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं में विस्तार करने की वकालत करते हुये परिसर की सुंदरता व स्वच्छता बनाये रखने को कहा। ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि हर कीमत पर परिसर की पवित्रता बनी रहनी चाहिये। सीएम ने कहा कि सरकार प्रदेश के मंदिर के मंदिरों के विकास के लिये प्रतिबद्ध है। व प्राचीन ऐतिहासिक मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिये भी विशेष प्रयास जारी हैं। इसके लिये बजट में भी धन का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी नियंत्रण वाले मंदिरों में हालात सुधरे हैं। लोगों को सुविधाओं में विस्तार हुआ है। जिससे आने वाले श्रद्धालु खुश हैं। लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि सरकार का मंदिरों में दखल देने का कोई ईरादा नहीं है। इस अवसर पर कांगड़ा के उपायुक्त रितेश चौहान व विधायक संजय रतन ने सीएम को मंदिर का चित्र व सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया।
इससे पहले गुरू गोरख नाथ मठ के साध्ुाओं ने भी सीएम का पारंपरिक तौर पर स्वागत किया। मंहत सूरज नाथ ने सीएम को मठ के बारे में जानकारी दी। वहीं मंदिर के पुजारियों का शिष्टमंडल भी सीएम से मिला। व उनके समक्ष अपनी मांगे रखीं।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC