संवाद सूत्र, चांजू : ये सरकार व विभाग की विडंबना ही है कि पीटीआइ गणित
की पढ़ाई करवा रहा है। सरकार द्वारा शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के सारे
दावे फेल हो रहे हैं। सरकार ने स्कूलों को तो अपग्रेड कर दिया है लेकिन
स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई है।
जिसके कारण लोगों का सरकार के खिलाफ काफी रोष है।
चांजू क्षेत्र के तहत आने वाली मिडल स्कूल धार में अध्ययनरत छात्रों को शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है। सरकार द्वारा पिछले छह माह से की जा रही नजर अंदाजी के चलते विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों का भविष्य अंधकार में है, जिससे अभिभावकों में भारी रोष है।
धार स्कूल में गणित, इतिहास, राजनीति शास्त्र, अंग्रेजी, हिंदी व शास्त्री के पद छह माह से खाली चल रहे हैं। उक्त स्कूल में छठी, सातवीं तथा आठवीं कक्षा के 55 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बिना अध्यापकों के छात्रों की पढ़ाई पर गहरा असर पड़ रहा है। स्कूल में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी केवल कला के विषय को ही पढ़ रहे हैं। स्कूल प्रबंधन समिति ने कई बार इस बारे में प्रस्ताव पारित किया लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। स्कूल में तुदुई, ओड़ा, गूं, टकरोग, कुंडा, कलप्रेई, देहरा तथा सन्हौता के बच्चे पढ़ाई करने आते हैं। जिन्हें महत्वपूर्ण विषय में शिक्षकों की कमी के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल में शिक्षकों की कमी के कारण कई अभिभावकों ने बच्चों का नाम धार स्कूल से कटवाकर दूसरे स्कूल में दर्ज करवाया है।
लोगों का कहना है कि सरकार ने स्कूल को तो अपग्रेड कर दिया है लेकिन शिक्षकों की तैनाती करना भूल गया है। जिसके कारण लोगों का प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ काफी रोष है। स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष तारा चंद ने बताया कि वह कई बार स्कूल में रिक्त पदों को भरने के बारे में बता चुके हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
जिसके कारण लोगों का सरकार के खिलाफ काफी रोष है।
चांजू क्षेत्र के तहत आने वाली मिडल स्कूल धार में अध्ययनरत छात्रों को शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है। सरकार द्वारा पिछले छह माह से की जा रही नजर अंदाजी के चलते विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों का भविष्य अंधकार में है, जिससे अभिभावकों में भारी रोष है।
धार स्कूल में गणित, इतिहास, राजनीति शास्त्र, अंग्रेजी, हिंदी व शास्त्री के पद छह माह से खाली चल रहे हैं। उक्त स्कूल में छठी, सातवीं तथा आठवीं कक्षा के 55 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बिना अध्यापकों के छात्रों की पढ़ाई पर गहरा असर पड़ रहा है। स्कूल में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी केवल कला के विषय को ही पढ़ रहे हैं। स्कूल प्रबंधन समिति ने कई बार इस बारे में प्रस्ताव पारित किया लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। स्कूल में तुदुई, ओड़ा, गूं, टकरोग, कुंडा, कलप्रेई, देहरा तथा सन्हौता के बच्चे पढ़ाई करने आते हैं। जिन्हें महत्वपूर्ण विषय में शिक्षकों की कमी के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल में शिक्षकों की कमी के कारण कई अभिभावकों ने बच्चों का नाम धार स्कूल से कटवाकर दूसरे स्कूल में दर्ज करवाया है।
लोगों का कहना है कि सरकार ने स्कूल को तो अपग्रेड कर दिया है लेकिन शिक्षकों की तैनाती करना भूल गया है। जिसके कारण लोगों का प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ काफी रोष है। स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष तारा चंद ने बताया कि वह कई बार स्कूल में रिक्त पदों को भरने के बारे में बता चुके हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
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