मुनीष गारिया, धर्मशाला हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में अकसर देखा गया है
कि परीक्षा हाल में नियुक्त स्टाफ को ओएमआर शीट भरने की जानकारी नहीं होती
है। कई प्रशिक्षु सही तरीके से परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट नहीं भर पाते।
जब वे इस बारे में परीक्षा हाल में नियुक्त स्टाफ से पूछते हैं तो कई बार वे भी सही तरीके से ओएमआर शीट नहीं भरवा पाते। इस कारण बोर्ड को आइटीआइ पशिक्षुओं के परीक्षा परिणाम तैयार करने में मुश्किल पेश आती है। समस्या को हल करने के लिए हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड ने सभी राजकीय व निजी आइटीआइ मुखियों को निर्देश जारी किए हैं कि वे संस्थानों में परीक्षाओं के लिए नियुक्त होने वाले अधीक्षक, उपाधीक्षक, स्टाफ व प्रशिक्षुओं के लिए कार्यशाला का आयोजन करें। इसमें उन्हें ओएमआर शीट भरने के बारे में विस्तृत जानकारी दें। 18 फरवरी से डायरेक्टर जरनल ऑफ ट्रेनिंग (डीजीइटी) प्रदेश भर में ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट (थ्यूरी) आयोजित कर रहा है। बोर्ड को परीक्षा परिणाम तैयार करने में कोई मुश्किल न हो इसलिए ओएमआर शीट की जानकारी देने के लिए ये निर्देश दिए गए हैं।
तकनीकी शिक्षा बोर्ड के उपसचिव रणधीर सिंह कटोच ने बताया कि ओएमआर शीट को लेकर कई बार शिकायतें आई हैं ओर पता चला है कि कई परीक्षा केंद्र के अधिकारी व स्टाफ भी ओएमआर शीट पूरी तरह नहीं भर पाते हैं। इस संबंध में बोर्ड ने संस्थानों को ई-मेल के माध्यम से सूचना दे दी है। इसके साथ ही संस्थानों के मुखियों को निर्देश दिए हैं कि वे समय-समय पर डीजीईटी की वेबसाइट स्वयं देखते रहें और वहां से आने वाले निर्देशों की पालना करें।
क्या होती है ओएमआर शीट
ऑप्टिकल मार्क रीडिंग (ओएमआर) शीट को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रयोग किया जाता है। इस शीट में प्रश्नपत्र के उत्तर अंकित करने के लिए विकल्प दिए गए होते हैं। इस शीट को परीक्षा के बाद कंप्यूटर के माध्यम से चेक किया जाता है। कंप्यूटर में अपलोड किए गए परीक्षा के संबंधित उत्तर सीरीज बार होते हैं। इसके साथ ही इन शीट में सीरियल नंबर भी अंकित होता है। शीट को दर्शाए गए सीरियल नंबर को कंप्यूटर में डालने के साथ ही शीट को भी स्कैन किया जाता है और शीट में अभ्यर्थी द्वारा चुने गए उत्तरों का आकलन स्वयं ही हो जाता है।
जब वे इस बारे में परीक्षा हाल में नियुक्त स्टाफ से पूछते हैं तो कई बार वे भी सही तरीके से ओएमआर शीट नहीं भरवा पाते। इस कारण बोर्ड को आइटीआइ पशिक्षुओं के परीक्षा परिणाम तैयार करने में मुश्किल पेश आती है। समस्या को हल करने के लिए हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड ने सभी राजकीय व निजी आइटीआइ मुखियों को निर्देश जारी किए हैं कि वे संस्थानों में परीक्षाओं के लिए नियुक्त होने वाले अधीक्षक, उपाधीक्षक, स्टाफ व प्रशिक्षुओं के लिए कार्यशाला का आयोजन करें। इसमें उन्हें ओएमआर शीट भरने के बारे में विस्तृत जानकारी दें। 18 फरवरी से डायरेक्टर जरनल ऑफ ट्रेनिंग (डीजीइटी) प्रदेश भर में ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट (थ्यूरी) आयोजित कर रहा है। बोर्ड को परीक्षा परिणाम तैयार करने में कोई मुश्किल न हो इसलिए ओएमआर शीट की जानकारी देने के लिए ये निर्देश दिए गए हैं।
तकनीकी शिक्षा बोर्ड के उपसचिव रणधीर सिंह कटोच ने बताया कि ओएमआर शीट को लेकर कई बार शिकायतें आई हैं ओर पता चला है कि कई परीक्षा केंद्र के अधिकारी व स्टाफ भी ओएमआर शीट पूरी तरह नहीं भर पाते हैं। इस संबंध में बोर्ड ने संस्थानों को ई-मेल के माध्यम से सूचना दे दी है। इसके साथ ही संस्थानों के मुखियों को निर्देश दिए हैं कि वे समय-समय पर डीजीईटी की वेबसाइट स्वयं देखते रहें और वहां से आने वाले निर्देशों की पालना करें।
क्या होती है ओएमआर शीट
ऑप्टिकल मार्क रीडिंग (ओएमआर) शीट को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रयोग किया जाता है। इस शीट में प्रश्नपत्र के उत्तर अंकित करने के लिए विकल्प दिए गए होते हैं। इस शीट को परीक्षा के बाद कंप्यूटर के माध्यम से चेक किया जाता है। कंप्यूटर में अपलोड किए गए परीक्षा के संबंधित उत्तर सीरीज बार होते हैं। इसके साथ ही इन शीट में सीरियल नंबर भी अंकित होता है। शीट को दर्शाए गए सीरियल नंबर को कंप्यूटर में डालने के साथ ही शीट को भी स्कैन किया जाता है और शीट में अभ्यर्थी द्वारा चुने गए उत्तरों का आकलन स्वयं ही हो जाता है।