राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश में हजारों युवा बेरोजगारों को जल्द ही
रोजगार मुहैया होगा। इसके लिए उन्हें एक प्रतियोगी परीक्षा पास करनी होगी।
इसके बाद उन्हें निशुल्क प्रशिक्षण भी मिलेगा और घर चलाने के लिए 21 हजार
रुपये तक का मासिक भत्ता भी।
केंद्र सरकार की सबल भारत अभियान वीरवार से प्रदेश में भी शुरू हो गया। इसका शुभारंभ शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने किया। सबल भारत अभियान के तहत चार कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसमें से एक डिग्री या डिप्लोमा प्राप्त बेरोजगारों के लिए है। इसमें अभ्यर्थी को परीक्षा पास करनी होगी। ऐसे युवाओं को निशुल्क कौशल विकास तो दिया ही जाएगा साथ ही उन्हें निशुल्क आवास, भोजन, लाइव प्रशिक्षण और रोजगार की गारंटी दी जाएगी। इसके अलावा मेरिट के आधार पर मासिक भत्ता भी दिया जाएगा। यह भत्ता पांच हजार से 21 हजार रुपये तक मासिक होगा। अभियान के तहत मार्च 2019 तक 20 हजार युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। मनपसंद स्कूलों में पढ़ेंगे बच्चे
इस अभियान के बच्चे अपने मनपसंद स्कूलों में शिक्षा ले सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षा में उन्हें 40 फीसद से अधिक अंक लाने होंगे। बच्चे को एक साल के लिए छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसके अलावा निशुल्क किताबें, स्टेशनरी, करियर काउंसिलिंग की सुविधा दी जाएगी। यदि कोई आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़ चुका है और पढ़ना चाहता है तो इस अभियान में उसे भी मौका मिलेगा। साथ ही दस हजार रुपये तक का मासिक भत्ता भी दिया जाएगा। यदि कोई खिलाड़ी बनना चाहता तो वह भी इस परीक्षा को पास कर अपने सपने पूरे कर सकता है। खिलाड़ी के लिए निशुल्क कोच, खेल उपकरण, क्लब सुविधा और एक्सपोजर का पूरा खर्च मिलेगा। वर्ष में तीन बार होगी परीक्षा
शिक्षा विभाग की राज्य योजना अवलोकन एवं नए प्रयास इकाई के परियोजना अधिकारी शक्ति सूद ने बताया कि कि अभियान को शिक्षा विभाग सबल भारत संस्था के तत्वाधान से प्रदेश में शुरू किया जा रहा है। अभियान के तहत राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा आयोजित किया जाएगी। परीक्षा को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग लेगा। यह परीक्षा वर्ष में तीन बार होगी। अभियान के तहत 18 से 45 वर्ष आयु के बेरोजगार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा दे सकते हैं। पहली कक्षा का विद्यार्थी भी यह परीक्षा को दे सकता है। इसके लिए www.ह्यड्डढ्डड्डद्यढ्डद्धड्डह्मड्डह्ल.श्रह्मद्द
पर आवेदन किया जा सकता है।
केंद्र सरकार की सबल भारत अभियान वीरवार से प्रदेश में भी शुरू हो गया। इसका शुभारंभ शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने किया। सबल भारत अभियान के तहत चार कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसमें से एक डिग्री या डिप्लोमा प्राप्त बेरोजगारों के लिए है। इसमें अभ्यर्थी को परीक्षा पास करनी होगी। ऐसे युवाओं को निशुल्क कौशल विकास तो दिया ही जाएगा साथ ही उन्हें निशुल्क आवास, भोजन, लाइव प्रशिक्षण और रोजगार की गारंटी दी जाएगी। इसके अलावा मेरिट के आधार पर मासिक भत्ता भी दिया जाएगा। यह भत्ता पांच हजार से 21 हजार रुपये तक मासिक होगा। अभियान के तहत मार्च 2019 तक 20 हजार युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। मनपसंद स्कूलों में पढ़ेंगे बच्चे
इस अभियान के बच्चे अपने मनपसंद स्कूलों में शिक्षा ले सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षा में उन्हें 40 फीसद से अधिक अंक लाने होंगे। बच्चे को एक साल के लिए छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसके अलावा निशुल्क किताबें, स्टेशनरी, करियर काउंसिलिंग की सुविधा दी जाएगी। यदि कोई आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़ चुका है और पढ़ना चाहता है तो इस अभियान में उसे भी मौका मिलेगा। साथ ही दस हजार रुपये तक का मासिक भत्ता भी दिया जाएगा। यदि कोई खिलाड़ी बनना चाहता तो वह भी इस परीक्षा को पास कर अपने सपने पूरे कर सकता है। खिलाड़ी के लिए निशुल्क कोच, खेल उपकरण, क्लब सुविधा और एक्सपोजर का पूरा खर्च मिलेगा। वर्ष में तीन बार होगी परीक्षा
शिक्षा विभाग की राज्य योजना अवलोकन एवं नए प्रयास इकाई के परियोजना अधिकारी शक्ति सूद ने बताया कि कि अभियान को शिक्षा विभाग सबल भारत संस्था के तत्वाधान से प्रदेश में शुरू किया जा रहा है। अभियान के तहत राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा आयोजित किया जाएगी। परीक्षा को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग लेगा। यह परीक्षा वर्ष में तीन बार होगी। अभियान के तहत 18 से 45 वर्ष आयु के बेरोजगार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा दे सकते हैं। पहली कक्षा का विद्यार्थी भी यह परीक्षा को दे सकता है। इसके लिए www.ह्यड्डढ्डड्डद्यढ्डद्धड्डह्मड्डह्ल.श्रह्मद्द
पर आवेदन किया जा सकता है।