हिमाचल सरकार ने टीचरों के गैर-शिक्षण काम को बंद कराने के आदेश
प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय को दिए हैं। अब स्कूलों में टीचर सिर्फ शिक्षण
का कार्य ही करेंगे। निदेशालय ने स्कूलों से गैर-शिक्षण कार्य कर रहे
टीचरों का डाटा मागा है।
जानकारी मुताबिक प्रदेश में ऐसे सैकड़ों टीचर हैं जो गैर-शिक्षण काम कर रहे हैं। वे लंबे समय से विद्यार्थियों को नहीं पढ़ा रहे हैं। निदेशालय ने आदेश दिया है कि अगर अभी भी शिक्षक छात्रों को पढ़ाने की जगह दूसरे काम कर रहे हैं तो उन्हे दूसरे स्कूलों में भेज दिया जाए।
सरकार ने यह भी कहा कि टीचरों की की जरूरत पड़ने पर उनसे जनगणना, आपदा राहत व चुनावों से संबंधित कार्य करवाए जाएंगे लेकिन उन्हें नियमित ऐसे कार्यों में नहीं उलझाया जाएगा।
शिक्षा विभाग ने एक रिपोर्ट तैयार की है जिसमें एक स्कूल में 10 टीचर क गैर-शिक्षण कार्य कर रहे हैं। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में टीचरों की कमी का ये मुख्य कारण है।
जानकारी मुताबिक प्रदेश में ऐसे सैकड़ों टीचर हैं जो गैर-शिक्षण काम कर रहे हैं। वे लंबे समय से विद्यार्थियों को नहीं पढ़ा रहे हैं। निदेशालय ने आदेश दिया है कि अगर अभी भी शिक्षक छात्रों को पढ़ाने की जगह दूसरे काम कर रहे हैं तो उन्हे दूसरे स्कूलों में भेज दिया जाए।
सरकार ने यह भी कहा कि टीचरों की की जरूरत पड़ने पर उनसे जनगणना, आपदा राहत व चुनावों से संबंधित कार्य करवाए जाएंगे लेकिन उन्हें नियमित ऐसे कार्यों में नहीं उलझाया जाएगा।
शिक्षा विभाग ने एक रिपोर्ट तैयार की है जिसमें एक स्कूल में 10 टीचर क गैर-शिक्षण कार्य कर रहे हैं। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में टीचरों की कमी का ये मुख्य कारण है।