सूबे के 138 सरकारी स्कूलों में बॉयोमैट्रिक्स मशीन से शिक्षकों और नॉन
टीचिंग स्टाफ की हाजिरी शुरू हो गई है। इसमें खास बात यह है कि अब लेक्चरर
को भी एक वक्त की बजाय दो वक्त हाजिरी लगाने पर विभाग के पुराने आदेशों को
स्वत: ही अमलीजामा पहना दिया गया है।
सोमवार से बरसात की छुटिट्यों के बाद खुले स्कूलों में जब शिक्षक पहुंचे, तो उन्हें सबसे पहले बॉयोमैट्रिक्स मशीन के समक्ष पेश होना पड़ा। इसमें प्रिंसिपल भी शामिल हैं, क्योंकि उन्हें भी दूसरे लेक्चरर की तरह दो वक्त की हाजिरी के शिकंजे में शरीक होना पड़ा है। अब लगता है कि उन स्कूलों में जहां पर स्टाफ कभी-कभार फरलू पर सवाल हो जाता था, उनकी यह परंपरा खत्म हो गई है। लगभग सभी जिला मुख्यालयों के अलावा ब्लॉक हेडक्वार्टरों और अन्य तहसील हेडक्वार्टरों पर स्थित जमा दो स्कूलों में बॉयोमैट्रिक्स मशीनें इंस्टॉल हो चुकी हैं।
प्रदेश में अभी तो चुनिंदा 138 स्कूलों में ही यह क्रम शुरू हुआ है, लेकिन इसी साल के अंत में जैसे-जैसे संबंधित कंपनी की सप्लाई पहुंचेगी, सूबे के सारे स्कूल इनकी गिरफ्त में जाएंगे। हालांकि जानकार सरकार के इस प्रयास को लेकर खुश भी हैं, देरी से लिए गए इस फैसले का असर स्कूलों में अब देखने को मिलेगा।
खास करके उन क्षेत्रों में जहां पर ज्यादातर शिक्षक इधर-उधर हो लिया करते थे और यह क्रम ऊपरी इलाके के स्कूलों में आम तौर पर देखने को मिलता था, वहां पर अब मशीन का कब्जा हो जाने से स्कूलों में पहली बार स्टाफ को ड्यूटी का अहसास होने लगा है।
यह मशीन इस बार अन्य कार्यालयों में लगाई गई मशीनांे की तरह नहीं है, जिस विशेष कंपनी की यह मशीन लगाई गई है, उसमें एक ऐसी चिप डाली गई है, जिसके माध्यम से स्वत: ही सारा रिकॉर्ड हेडऑफिस शिमला चला जाएगा। इंडरॉयड सैल फोन की तरह यह मशीन संबंधित स्कूलों की दीवार पर ऐसी जगह टांगी गई है, जहां पर स्कूल के मुखिया इसकी मौजूदगी का अहसास देख पाएंगे। हमीरपुर के बाल स्कूल में भी अब यह मशीन लग चुकी है और प्रिंसिपल से लेकर सारा स्टाफ दाे टाइम हाजिरी लगा रहा है।
सोमवार को खुले स्कूलों में स्टाफ ने बॉयोमैट्रिक्स से लगाई हाजिरी
मशीन की इंस्टॉल
^मशीनइंस्टॉल करके अब दो टाइम हाजिरी का सिस्टम चालू हो गया है। हेडक्वार्टर से इसका सीधा संपर्क है, सुबह-शाम दो टाइम की हाजिरी का सिस्टम रोजाना अपडेट किया जाएगा और पूरा डाटा इसी मशीन के अंदर लगाई गई विशेष चिप के आधार पर भेज दिया जाएगा। राजेंद्रवर्मा, प्रिंसिपल, बाल सीनियर सेकंडरी स्कूल
बाल सीसे स्कूल में बॉयोमैट्रिक्स मशीन में हािजरी को जांचते हुए प्रिंसिपल राजंेद्र वर्मा।
स्टाफ पर कसेगा शिकंजा
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
सोमवार से बरसात की छुटिट्यों के बाद खुले स्कूलों में जब शिक्षक पहुंचे, तो उन्हें सबसे पहले बॉयोमैट्रिक्स मशीन के समक्ष पेश होना पड़ा। इसमें प्रिंसिपल भी शामिल हैं, क्योंकि उन्हें भी दूसरे लेक्चरर की तरह दो वक्त की हाजिरी के शिकंजे में शरीक होना पड़ा है। अब लगता है कि उन स्कूलों में जहां पर स्टाफ कभी-कभार फरलू पर सवाल हो जाता था, उनकी यह परंपरा खत्म हो गई है। लगभग सभी जिला मुख्यालयों के अलावा ब्लॉक हेडक्वार्टरों और अन्य तहसील हेडक्वार्टरों पर स्थित जमा दो स्कूलों में बॉयोमैट्रिक्स मशीनें इंस्टॉल हो चुकी हैं।
प्रदेश में अभी तो चुनिंदा 138 स्कूलों में ही यह क्रम शुरू हुआ है, लेकिन इसी साल के अंत में जैसे-जैसे संबंधित कंपनी की सप्लाई पहुंचेगी, सूबे के सारे स्कूल इनकी गिरफ्त में जाएंगे। हालांकि जानकार सरकार के इस प्रयास को लेकर खुश भी हैं, देरी से लिए गए इस फैसले का असर स्कूलों में अब देखने को मिलेगा।
खास करके उन क्षेत्रों में जहां पर ज्यादातर शिक्षक इधर-उधर हो लिया करते थे और यह क्रम ऊपरी इलाके के स्कूलों में आम तौर पर देखने को मिलता था, वहां पर अब मशीन का कब्जा हो जाने से स्कूलों में पहली बार स्टाफ को ड्यूटी का अहसास होने लगा है।
यह मशीन इस बार अन्य कार्यालयों में लगाई गई मशीनांे की तरह नहीं है, जिस विशेष कंपनी की यह मशीन लगाई गई है, उसमें एक ऐसी चिप डाली गई है, जिसके माध्यम से स्वत: ही सारा रिकॉर्ड हेडऑफिस शिमला चला जाएगा। इंडरॉयड सैल फोन की तरह यह मशीन संबंधित स्कूलों की दीवार पर ऐसी जगह टांगी गई है, जहां पर स्कूल के मुखिया इसकी मौजूदगी का अहसास देख पाएंगे। हमीरपुर के बाल स्कूल में भी अब यह मशीन लग चुकी है और प्रिंसिपल से लेकर सारा स्टाफ दाे टाइम हाजिरी लगा रहा है।
सोमवार को खुले स्कूलों में स्टाफ ने बॉयोमैट्रिक्स से लगाई हाजिरी
मशीन की इंस्टॉल
^मशीनइंस्टॉल करके अब दो टाइम हाजिरी का सिस्टम चालू हो गया है। हेडक्वार्टर से इसका सीधा संपर्क है, सुबह-शाम दो टाइम की हाजिरी का सिस्टम रोजाना अपडेट किया जाएगा और पूरा डाटा इसी मशीन के अंदर लगाई गई विशेष चिप के आधार पर भेज दिया जाएगा। राजेंद्रवर्मा, प्रिंसिपल, बाल सीनियर सेकंडरी स्कूल
बाल सीसे स्कूल में बॉयोमैट्रिक्स मशीन में हािजरी को जांचते हुए प्रिंसिपल राजंेद्र वर्मा।
स्टाफ पर कसेगा शिकंजा
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC