ज्वालामुखी (कौशिक): मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने रविवार
को ज्वालामुखी में राजकीय अध्यापक संघ के 2 दिवसीय सम्मेलन का विधिवत समापन
किया। इस मौके पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान के नेतृत्व में
सैकड़ों शिक्षकों ने मुख्यमंत्री व उनके साथ आए गण्यमान्य लोगों का
गर्मजोशी से स्वागत किया।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शिक्षक संघ की जायज मांगों को शीघ्र ही पूरा करने के लिए आश्वासन दिया। इससे पूर्व संघ की ही मांग पर एक अहम बैठक बुलाने का भी आश्वासन दिया ताकि शिक्षकों की मांगों पर गौर किया जा सके, साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता के लिए क्या कदम उठाए जाने जरूरी हैं, उन पर गौर किया जाए।
बैठक कर बनाई जाएगी नीति
बैठक में शिक्षा विभाग से जुड़े शिक्षाविदों, अधिकारियों व सरकार के अहम स्थानों पर काम कर रहे लोगों के अलावा शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल को बिठा कर नीति निर्धारित की जाएगी और उसे अमलीजामा पहनाया जाएगा ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो और अध्यापकों की जायज सभी मांगों को पूरा किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस बात के लिए वे हां कर देते हैं मान लो पत्थर पर लकीर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक इसलिए बुलाई जाएगी ताकि वे कनवींस हो सकें। हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए उन्होंने कई कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री को किया सम्मानित
इस मौके पर अध्यापकों ने उनको स्मृतिचिन्ह, शाल व टोपी भेंट कर सम्मानित किया व उनके साथ आए मेहमानों विधायक संजय रतन, कांगड़ा बैंक के चेयरमैन जगदीश सिपहिया, शिमला विश्वविद्यालय के उप कुलपति ए.डी.एन. बाजपेयी, शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन बलबीर तेगटा, जिलाधीश कांगड़ा सी.पी. वर्मा, एस.पी. कांगड़ा संजय गांधी, शिक्षा निदेशक दिनकर बुराथोकी, शिक्षा उपनिदेशक के.के. गुप्ता, संघ के संस्थापक हरीश गुलेरी व अन्य कई महान विभूतियों को सम्मानित किया।
प्राथमिक व मिडल का ऊंचा होगा स्तर
उन्होंने कहा कि प्राथमिक व मिडल कक्षाओं में भी बोर्ड की परीक्षाएं हों, इसके लिए व्यवस्था की जाएगी ताकि ऐसे बच्चों को आगे भेजा जा सके जिनका बेस मजबूत हो। उन्होंने दुख प्रकट करते हुए कहा कि प्राथमिक व मिडल स्कूलों को तो खुदा ही देखता होगा। न जाने कोई निरीक्षण करने के लिए भी यहां जाता होगा या नहीं। इनका स्तर सुधारा जाएगा।
समान विकास में रखते हैं विश्वास
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह वोट की राजनीती नहीं करता हैं। वह केवल बिना किसी भेदभाव के प्रदेश के समान विकास करवाने के कार्य को करने में विश्वास रखते हैं। उनका कहना है कि इन्हीं विकास कार्यों से खुश होकर प्रदेश की जनता उनकी पार्टी के हित में वोट डाल कर उनकी पार्टी को प्रदेश की सत्ता पर काबिज करवा कर उन्हें हर बार अपना मुख्यमंत्री बनने के काम को अंजाम देने का काम कर जाती है।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शिक्षक संघ की जायज मांगों को शीघ्र ही पूरा करने के लिए आश्वासन दिया। इससे पूर्व संघ की ही मांग पर एक अहम बैठक बुलाने का भी आश्वासन दिया ताकि शिक्षकों की मांगों पर गौर किया जा सके, साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता के लिए क्या कदम उठाए जाने जरूरी हैं, उन पर गौर किया जाए।
बैठक कर बनाई जाएगी नीति
बैठक में शिक्षा विभाग से जुड़े शिक्षाविदों, अधिकारियों व सरकार के अहम स्थानों पर काम कर रहे लोगों के अलावा शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल को बिठा कर नीति निर्धारित की जाएगी और उसे अमलीजामा पहनाया जाएगा ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो और अध्यापकों की जायज सभी मांगों को पूरा किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस बात के लिए वे हां कर देते हैं मान लो पत्थर पर लकीर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक इसलिए बुलाई जाएगी ताकि वे कनवींस हो सकें। हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए उन्होंने कई कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री को किया सम्मानित
इस मौके पर अध्यापकों ने उनको स्मृतिचिन्ह, शाल व टोपी भेंट कर सम्मानित किया व उनके साथ आए मेहमानों विधायक संजय रतन, कांगड़ा बैंक के चेयरमैन जगदीश सिपहिया, शिमला विश्वविद्यालय के उप कुलपति ए.डी.एन. बाजपेयी, शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन बलबीर तेगटा, जिलाधीश कांगड़ा सी.पी. वर्मा, एस.पी. कांगड़ा संजय गांधी, शिक्षा निदेशक दिनकर बुराथोकी, शिक्षा उपनिदेशक के.के. गुप्ता, संघ के संस्थापक हरीश गुलेरी व अन्य कई महान विभूतियों को सम्मानित किया।
प्राथमिक व मिडल का ऊंचा होगा स्तर
उन्होंने कहा कि प्राथमिक व मिडल कक्षाओं में भी बोर्ड की परीक्षाएं हों, इसके लिए व्यवस्था की जाएगी ताकि ऐसे बच्चों को आगे भेजा जा सके जिनका बेस मजबूत हो। उन्होंने दुख प्रकट करते हुए कहा कि प्राथमिक व मिडल स्कूलों को तो खुदा ही देखता होगा। न जाने कोई निरीक्षण करने के लिए भी यहां जाता होगा या नहीं। इनका स्तर सुधारा जाएगा।
समान विकास में रखते हैं विश्वास
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह वोट की राजनीती नहीं करता हैं। वह केवल बिना किसी भेदभाव के प्रदेश के समान विकास करवाने के कार्य को करने में विश्वास रखते हैं। उनका कहना है कि इन्हीं विकास कार्यों से खुश होकर प्रदेश की जनता उनकी पार्टी के हित में वोट डाल कर उनकी पार्टी को प्रदेश की सत्ता पर काबिज करवा कर उन्हें हर बार अपना मुख्यमंत्री बनने के काम को अंजाम देने का काम कर जाती है।