हमीरपुर:
निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में पर्याप्त फैकल्टी स्टाफ व सुविधाएं न होने पर
इस कॉलेज के छात्र अब माइग्रेशन करवाने लगे हैं। इसी को लेकर सोमवार को
जिला के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के विभिन्न ट्रेडों के 5वें सैमेस्टर के
3 दर्जन से अधिक छात्र-छात्राएं हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय
हमीरपुर के प्रबंधन वर्ग के पास पहुंचे व दूसरे संस्थान व वि.वि. में
माइग्रेशन करवाने की मांग की। इससे वि.वि. प्रबंधन भी हैरत में पड़ गया
है।
भविष्य को लेकर चिंतित विद्यार्थी
भविष्य को लेकर चिंतित इन विद्यार्थियों ने कॉलेज में असुविधाओं व पर्याप्त स्टाफ न होने को लेकर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं जिससे वि.वि. प्रशासन भी सकते में है। वि.वि. से संबद्धता लेने के समय सभी औपचारिकताओं को पूर्ण करने पर अब डिग्री पूर्ण होने के समय कालेज पर इस तरह के आरोप लगने पर वि.वि. प्रशासन भी सख्त कार्रवाई करने के मूड में लग रहा है क्योंकि मामला छात्रों के भविष्य से जुड़ा हुआ है, वहीं जनवादी नौजवान सभा ने भी प्रदेश सरकार से इस मामले में दखल देकर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
कागजों में होते हैं तजुर्बेकार शिक्षक, नहीं दे रहे एन.ओ.सी.
कालेज बदलने की मांग को लेकर वि.वि. परिसर में पहुंचे विभिन्न ट्रेडों के 5वें सैमेस्टर के विद्यार्थियों विवेक भडवाल, विकास कौशल, राहुल, अभिषेक, साहिल, सिद्धांत, नीरज, अजय, सचिन, रजनीश, विवेक शर्मा, मोहित, नवजीवन व दीपक आदि ने आरोप लगाया कि कालेज प्रबंधन उन्हें कालेज बदलने के लिए एन.ओ.सी. भी नहीं दे रहा है। वि.वि. से संबद्धता लेने के समय वि.वि. प्रशासन को जो स्टाफ बताया जाता है, वह केवल कागजों में सीमित होता है तथा उसके बाद उन्हें वे शिक्षक पढ़ाते हैं जिन्हें कोई तजुर्बा नहीं होता। सुविधाएं भी पर्याप्त नहीं दी जाती हैं तथा जुर्माना भी मनमाना किया जाता है।