कंप्यूटरशिक्षकों काे हाल ही में जो बाहर निकालने के आदेश जारी हैं, वे
पूरी तरह अन्याय पूर्ण हैं। शिक्षा विभाग और प्रदेश सरकार ने 10-15 सालों
से सेवाएं देने वाले इन शिक्षकों को ऐसे पड़ाव पर ला कर खड़ा कर दिया कि अब
वे घर के घाट के रहे।
ये बात हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ हमीरपुर की जिला स्तरीय बैठक में जिलाध्यक्ष संजीव ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि संघ के इस फैसले पर कड़ा विरोध जताते हुए शिक्षा विभाग से मांग करता है कि शीघ्र ही इन कंप्यूटर टीचरों के खिलाफ निकाले आदेशों को रद कर उनको ड्यूटी पर बुलाया जाए।
जिला महासचिव राज कुमार ठाकुर ने एजेंडे को रखा। टीचरों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए पूर्व महासचिव अजय शर्मा सहित कई पदाधिकारियों ने सरकार से मांग की कि स्कूलों में टीचरों से गैर शैक्षणिक काम लिए जाएं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता कम हो रही है। अगर टीचरों को सिर्फ पढ़ाने का काम ही मिलेगा तो वे ज्यादा से ज्यादा समय पढ़ाई करवाने में लगाएंगे। बगैर शिक्षकों के स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित होती है। वैसे भी कई प्राइमरी स्कूल एक-एक जबकि मिडिल स्कूल दो तीन टीचरों के सहारे हैं। हाई और सेकंडरी स्कूलों में टीचरों के तीन दो तीन पद खाली चले रहते हैं। इसके अलावा 17-18 दिसंबर को होने वाली कार्यशाला में हिस्सा लेने के बारे भी चर्चा की गई।
ये रहे मौजूद
इसमौके पर सुजानपुर ब्लॉक अध्यक्ष राजीव, महासचिव कुनाल, वित सचिव विक्रम, बिझड़ी ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, सचिव सुनील कुमार, वित सचिव संदीप, भाेरंज ब्लॉक अध्यक्ष अजय, सचिव देवेंद्र, सचिव संजीव, वित्त सचिव सुनील कुमार, नादौन ब्लॉक अध्यक्ष रितेश, सचिव अमित शर्मा, मुख्य सलाहकार क्रांति शर्मा, प्रचार सचिव लक्की शर्मा, उपप्रधान पीसी रांगड़ा, राकेश कुमार, राम सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।
ये बात हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ हमीरपुर की जिला स्तरीय बैठक में जिलाध्यक्ष संजीव ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि संघ के इस फैसले पर कड़ा विरोध जताते हुए शिक्षा विभाग से मांग करता है कि शीघ्र ही इन कंप्यूटर टीचरों के खिलाफ निकाले आदेशों को रद कर उनको ड्यूटी पर बुलाया जाए।
जिला महासचिव राज कुमार ठाकुर ने एजेंडे को रखा। टीचरों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए पूर्व महासचिव अजय शर्मा सहित कई पदाधिकारियों ने सरकार से मांग की कि स्कूलों में टीचरों से गैर शैक्षणिक काम लिए जाएं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता कम हो रही है। अगर टीचरों को सिर्फ पढ़ाने का काम ही मिलेगा तो वे ज्यादा से ज्यादा समय पढ़ाई करवाने में लगाएंगे। बगैर शिक्षकों के स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित होती है। वैसे भी कई प्राइमरी स्कूल एक-एक जबकि मिडिल स्कूल दो तीन टीचरों के सहारे हैं। हाई और सेकंडरी स्कूलों में टीचरों के तीन दो तीन पद खाली चले रहते हैं। इसके अलावा 17-18 दिसंबर को होने वाली कार्यशाला में हिस्सा लेने के बारे भी चर्चा की गई।
ये रहे मौजूद
इसमौके पर सुजानपुर ब्लॉक अध्यक्ष राजीव, महासचिव कुनाल, वित सचिव विक्रम, बिझड़ी ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, सचिव सुनील कुमार, वित सचिव संदीप, भाेरंज ब्लॉक अध्यक्ष अजय, सचिव देवेंद्र, सचिव संजीव, वित्त सचिव सुनील कुमार, नादौन ब्लॉक अध्यक्ष रितेश, सचिव अमित शर्मा, मुख्य सलाहकार क्रांति शर्मा, प्रचार सचिव लक्की शर्मा, उपप्रधान पीसी रांगड़ा, राकेश कुमार, राम सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।