राज्यके स्कूलों में तैनात साढ़े तीन हजार के करीब एसएमसी शिक्षकों का
एनुअल काॅन्ट्रेक्ट रिन्यू होने का मामला तूल पकड़ गया है। 200 के करीब
एसएमसी शिक्षक इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिलने राज्य
सचिवालय पहुंचे।
इससे पहले शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह से उनके निवास स्थान हॉली लॉज में पहुंचा था। एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मांगों को प्रमुखता से उठाया। एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल पितान और महासचिव मनोज रोंगटा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने एसएमसी शिक्षकों को पॉलिसी बनाने का वायदा किया था। इसके अलावा यदि कोई शिक्षक ट्रांसफर होकर स्कूल में आता है और वहां से एसएमसी शिक्षक को नहीं हटाया जाएगा। अभी तक तो पॉलिसी बनी है, ही अन्य मांगे पूरी हो पाई है। यहां तक कि एनुअल काॅन्ट्रेक्ट भी रिन्यू नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगों को जल्द ही पूरा कर दिया जाएगा। पिछले महीने एसएमसी शिक्षकों के राज्य स्तरीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने इनके लिए स्थाई पॉलिसी बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए थे, लेकिन अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया है। इसके चलते शिक्षक अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
एसएमसी के शिक्षक सीएम से मिलने के बाद विक्रमआदित्य से मिलते हुए।
13 से खुले हैं स्कूल
विंटरक्लोजिंग स्कूल 13 फरवरी से खुल गए हैं। एसएमसी को एक्सटेंशन मिलने के कारण स्कूल प्रबंधक भी असमंजस की स्थिति में है। बिना अप्रूवल यदि वे एसएमसी शिक्षकों को ज्वाइनिंग देते हैं, तो वेतन की अदायगी कहां से करेंगे। ऐसे में अभी तक राज्य सरकार के फैसले का इंतजार किया जा रहा है।
शिक्षाविभाग ने सरकार को भेजा प्रस्ताव
उधर,उच्चतर शिक्षा विभाग का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से अभी तक अप्रूवल नहीं मिली है। ये मामला सरकार को भेजा गया है। सरकार से अप्रूवल आने के बाद विभाग इन सभी शिक्षकों के काॅन्ट्रेक्ट को रिन्यू कर देगा।
इससे पहले शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह से उनके निवास स्थान हॉली लॉज में पहुंचा था। एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मांगों को प्रमुखता से उठाया। एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल पितान और महासचिव मनोज रोंगटा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने एसएमसी शिक्षकों को पॉलिसी बनाने का वायदा किया था। इसके अलावा यदि कोई शिक्षक ट्रांसफर होकर स्कूल में आता है और वहां से एसएमसी शिक्षक को नहीं हटाया जाएगा। अभी तक तो पॉलिसी बनी है, ही अन्य मांगे पूरी हो पाई है। यहां तक कि एनुअल काॅन्ट्रेक्ट भी रिन्यू नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगों को जल्द ही पूरा कर दिया जाएगा। पिछले महीने एसएमसी शिक्षकों के राज्य स्तरीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने इनके लिए स्थाई पॉलिसी बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए थे, लेकिन अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया है। इसके चलते शिक्षक अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
एसएमसी के शिक्षक सीएम से मिलने के बाद विक्रमआदित्य से मिलते हुए।
13 से खुले हैं स्कूल
विंटरक्लोजिंग स्कूल 13 फरवरी से खुल गए हैं। एसएमसी को एक्सटेंशन मिलने के कारण स्कूल प्रबंधक भी असमंजस की स्थिति में है। बिना अप्रूवल यदि वे एसएमसी शिक्षकों को ज्वाइनिंग देते हैं, तो वेतन की अदायगी कहां से करेंगे। ऐसे में अभी तक राज्य सरकार के फैसले का इंतजार किया जा रहा है।
शिक्षाविभाग ने सरकार को भेजा प्रस्ताव
उधर,उच्चतर शिक्षा विभाग का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से अभी तक अप्रूवल नहीं मिली है। ये मामला सरकार को भेजा गया है। सरकार से अप्रूवल आने के बाद विभाग इन सभी शिक्षकों के काॅन्ट्रेक्ट को रिन्यू कर देगा।