शिमला। शिक्षकों की सेवानिवृत्ति (Retirement)अब
एक ही मर्तबा 31 मार्च को होगी, यानी शैक्षणिक सत्र के मध्य किसी भी
शिक्षक को सेवानिवृत्ति नहीं दी जाएगी। इसी तरह स्कूलों में सिफारिश
(Recommendation) के आधार पर तबादलों (Transfers) पर भी रोक लगने जा रही
है। शिक्षा विभाग ने इस तरह का प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट (Cabinet) को
भेजने का निर्णय लिया है।
जयराम कैबिनेट की 17 फरवरी को होने जा रही मीटिंग में इस पर चर्चा होगी। प्रस्ताव पर सहमति बन गई तो उपरोक्त बाते अमल में आ जाएंगी। इस संबंध में प्रधान सचिव शिक्षा केके पंत ने अधिकारियों के साथ मीटिंग की है। मीटिंग में तबादला एक्ट के प्रारूप को अंतिम रूप दिया गया। मीटिंग में चर्चा हुई है कि यदि किसी शिक्षक ने अप्रैल या इसके बाद सेवानिवृत्त होना है तो वह अगले साल मार्च में ही रिटायर होगा।
प्रस्ताव में कहा गया है कि उन्हें उस दौरान वेतन तो मिलेगा लेकिन पदोन्नति नहीं मिल पाएगी। मीटिंग में जो प्रस्ताव तैयार हुआ है उसके मुताबिक शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों में शिक्षकों के तबादले पहली से 15 फरवरी के बीच हो सकेंगे। ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों में तबादले 22 मार्च से पहली अप्रैल के बीच होंगे।ये भी बताया जा रहा है कि विभाग ने तबादले के लिए पांच जोन बनाने का प्रस्ताव तैयार किया हैं। इसमें एए बीए सीए डी और ई जोन शामिल हैं। सेवाकाल के दौरान हर जोन में सेवाएं देना अनिवार्य होगा। शिक्षकों के तबादले से पहले सरकार उनकी पसंद के पांच सेंटर भी पूछेगी। जो शिक्षक सेंटर नहीं बताएंगे, उन्हें पूरे प्रदेश में कहीं भी भेजा जा सकेगा। खैर इस पर अंतिम निर्णय अब कैबिनेट की मीटिंग में ही होगा।
जयराम कैबिनेट की 17 फरवरी को होने जा रही मीटिंग में इस पर चर्चा होगी। प्रस्ताव पर सहमति बन गई तो उपरोक्त बाते अमल में आ जाएंगी। इस संबंध में प्रधान सचिव शिक्षा केके पंत ने अधिकारियों के साथ मीटिंग की है। मीटिंग में तबादला एक्ट के प्रारूप को अंतिम रूप दिया गया। मीटिंग में चर्चा हुई है कि यदि किसी शिक्षक ने अप्रैल या इसके बाद सेवानिवृत्त होना है तो वह अगले साल मार्च में ही रिटायर होगा।
प्रस्ताव में कहा गया है कि उन्हें उस दौरान वेतन तो मिलेगा लेकिन पदोन्नति नहीं मिल पाएगी। मीटिंग में जो प्रस्ताव तैयार हुआ है उसके मुताबिक शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों में शिक्षकों के तबादले पहली से 15 फरवरी के बीच हो सकेंगे। ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों में तबादले 22 मार्च से पहली अप्रैल के बीच होंगे।ये भी बताया जा रहा है कि विभाग ने तबादले के लिए पांच जोन बनाने का प्रस्ताव तैयार किया हैं। इसमें एए बीए सीए डी और ई जोन शामिल हैं। सेवाकाल के दौरान हर जोन में सेवाएं देना अनिवार्य होगा। शिक्षकों के तबादले से पहले सरकार उनकी पसंद के पांच सेंटर भी पूछेगी। जो शिक्षक सेंटर नहीं बताएंगे, उन्हें पूरे प्रदेश में कहीं भी भेजा जा सकेगा। खैर इस पर अंतिम निर्णय अब कैबिनेट की मीटिंग में ही होगा।