शिमला। हिमाचल में शिक्षा का स्तर ऊंचा होगा। स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती के साथ ही कई अन्य निर्देश शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर (Education Minister Govind Singh Thakur) ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में दिए हैं। बैठक में शास्त्री व भाषा शिक्षकों को टीजीटी पदनाम देने, एसएमसी अध्यापकों से संबंधित मुददे, प्री-प्राइमरी कक्षाओं के लिए शिक्षकों की व्यवस्था सहित विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके साथ ही शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को जेबीटी नियुक्ति, मल्टीटास्क वर्कर्स भर्ती, पीजीटी पद नाम परिवर्तन व टीजीटी से लेक्चरर पद पर पदोन्नति संबंधित मामलों के बारे में भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में चार हजार प्री प्राइमरी शिक्षकों (Pre Primary Teachers) और जेबीटी की तैनाती होगी। इसके लिए नियम तय कर दिए गए हैं। शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने अधिकारियों को इस तैयार प्रस्ताव को विधि विभाग के समक्ष रखने को कहा। ताकि विधि विभाग की मुहर लगने के बाद इस प्रस्ताव को कैबिनेट में लाया जाए। शिक्षा विभाग ने जो प्रस्ताव तैयार किया है उसके तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित नर्सरी टीचर ट्रेनिंग और अर्ली चाइल्ड हुड केयर का कोर्स करने वालों को भर्ती में मौका दिया जाएगा।
शिक्षकों के 70 फीसदी पद एनटीटी और अर्ली चाइल्ड हुड केयर कोर्स और 30 फीसद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से भरने की योजना है। हालांकि कैबिनेट इसमें बदलाव कर सकती है। भर्ती के लिए केंद्र सरकार ने पिछले साल बजट जारी किया था, लेकिन अभी तक भर्ती नहीं हुई है। केंद्र के साथ होने वाली समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) की प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक में यह मामला उठेगाए इससे पहले विभाग इस पर कार्रवाई करना चाहता है। एनटीटी और अर्ली चाइल्ड हुड केयर कोर्स कोटे के 70 फीसद पदों में से 35 फीसद पद बैचवाइज और 35 फीसद पद सीधी भर्ती से भरने की योजना है। शिक्षक भर्ती के लिए आयु सीमा 18 से 45 वर्ष तय की है। वहीं शिक्षा मंत्री ने सीएंडवी और जेबीटी के नियमितीकरण के मामले को जल्द खत्म करने के लिए प्रधान सचिव शिक्षा को निर्देश दिए। शिक्षा मंत्री ने बच्चों को जल्द वर्दी व किताबें देने के निर्देश दिए। बैठक में नए बजट के लिए विभाग की क्या योजना रहेगी। पुरानी योजनाएं कितनी लागू हो चुकी हैं, इस पर भी चर्चा की गई।