संवाद सहयोगी, धर्मशाला : एक ओर युवाओं को खेलों में चमक बिखेरने के लिए
प्रोत्साहित किया जा रहा है वहीं प्रदेश में इसके बिल्कुल विपरीत हो रहा
है। प्रदेश के खिलाडि़यों को हुनर दिखाने व उसमें निखार लाने का अवसर तक
नहीं दिया जा रहा है।
शैक्षणिक सत्र 2016-17 में प्रदेश सरकार एवं शिक्षा विभाग द्वारा उच्च से वरिष्ठ माध्यमिक स्तरोन्नत किए स्कूलों में ऐसी स्थिति बना दी गई है कि जमा एक व दो के छात्र शारीरिक शिक्षा विषय नहीं चुन सकते हैं। सबसे बड़े जिले कांगड़ा में 34 स्कूल अपग्रेड किए हैं, यहां विषय को लेकर ऐसा ही अनुपात बना दिया गया है।
जमा एक एवं दो में कुल पांच विषय विद्यार्थियों को चुनने होते हैं। नए अपग्रेड स्कूलों में ¨हदी, अंग्रेजी व इंफोर्मेशन प्रेक्टिसिस (आइपी) विषय अनिवार्य किया है। शेष दो विषय कौन से लाए जाएंगे, इसके लिए स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी), पंचायत प्रतिनिधि व स्कूल प्रशासन बैठक कर फैसला लेगा। इन कक्षाओं में अधिकतर राजनीतिक शास्त्र, अर्थशास्त्र, इतिहास के विद्यार्थी होते हैं। ऐसे में दो विषयों के चुनाव में शारीरिक शिक्षा का नंबर आना संभव नहीं दिख रहा। वहीं अब तक हर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में एक शारीरिक शिक्षा अध्यापक (डीपीई) तैनात होता था, लेकिन अब इन स्कूलों में डीपीई की तैनाती नहीं होगी।
पैसे देकर पढ़ना पड़ेगा आइपी विषय
एक ओर निशुल्क और सस्ती शिक्षा पर जोर है तो सरकार ने पेड विषय आइपी को अनिवार्य कर दिया है। इसके चलते छात्रों हर माह आइपी विषय की अलग से फीस देनी होगी।
निदेशालय को करवाया है समस्या से अवगत
अपग्रेड स्कूल में शारीरिक शिक्षा विषय न होने के कारण व कंप्यूटर को अनिवार्य करने से आने वाली समस्याओं के संबंध में निदेशालय को अवगत करवा दिया गया है।
-कमल किशोर गुप्ता, उपनिदेशक उच्च शिक्षा विभाग कांगड़ा।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
शैक्षणिक सत्र 2016-17 में प्रदेश सरकार एवं शिक्षा विभाग द्वारा उच्च से वरिष्ठ माध्यमिक स्तरोन्नत किए स्कूलों में ऐसी स्थिति बना दी गई है कि जमा एक व दो के छात्र शारीरिक शिक्षा विषय नहीं चुन सकते हैं। सबसे बड़े जिले कांगड़ा में 34 स्कूल अपग्रेड किए हैं, यहां विषय को लेकर ऐसा ही अनुपात बना दिया गया है।
जमा एक एवं दो में कुल पांच विषय विद्यार्थियों को चुनने होते हैं। नए अपग्रेड स्कूलों में ¨हदी, अंग्रेजी व इंफोर्मेशन प्रेक्टिसिस (आइपी) विषय अनिवार्य किया है। शेष दो विषय कौन से लाए जाएंगे, इसके लिए स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी), पंचायत प्रतिनिधि व स्कूल प्रशासन बैठक कर फैसला लेगा। इन कक्षाओं में अधिकतर राजनीतिक शास्त्र, अर्थशास्त्र, इतिहास के विद्यार्थी होते हैं। ऐसे में दो विषयों के चुनाव में शारीरिक शिक्षा का नंबर आना संभव नहीं दिख रहा। वहीं अब तक हर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में एक शारीरिक शिक्षा अध्यापक (डीपीई) तैनात होता था, लेकिन अब इन स्कूलों में डीपीई की तैनाती नहीं होगी।
पैसे देकर पढ़ना पड़ेगा आइपी विषय
एक ओर निशुल्क और सस्ती शिक्षा पर जोर है तो सरकार ने पेड विषय आइपी को अनिवार्य कर दिया है। इसके चलते छात्रों हर माह आइपी विषय की अलग से फीस देनी होगी।
निदेशालय को करवाया है समस्या से अवगत
अपग्रेड स्कूल में शारीरिक शिक्षा विषय न होने के कारण व कंप्यूटर को अनिवार्य करने से आने वाली समस्याओं के संबंध में निदेशालय को अवगत करवा दिया गया है।
-कमल किशोर गुप्ता, उपनिदेशक उच्च शिक्षा विभाग कांगड़ा।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC