हिमाचल में प्राइमरी
से लेकर सीनियर सेकेंडरी स्कूल अब ऑनलाइन हो जाएंगे। निजी और सीबीएसई बोर्ड
से मान्यता प्राप्त स्कूलों में बच्चों का सारा ब्योरा वेबसाइट पर डालना
होगा। शिक्षा निदेशालय से मिले आदेशों के बाद शिक्षा महकमे ने यह कवायद
शुरू कर दी है।
स्कूलों के ऑनलाइन होने से बच्चों की वार्षिक
परीक्षाओं का परिणाम, हाउस टेस्ट की रिपोर्ट, बच्चों और शिक्षकों की
स्कूलों में उपस्थिति के साथ ही विभिन्न गतिविधियों की रिपोर्ट स्कूलों को
ऑनलाइन देनी होगी। इससे अभिभावक भी अब घर बैठे एक क्लिक से हर जानकारी ले
सकेंगे।
प्राइमरी से मिडल स्कूलों का ऑनलाइन डाटा चढ़ना शुरू हो गया है। केंद्र सरकार से मान्यता प्राप्त एसएसए/ आरएमएसए कंपनी सूबे के प्राइमरी से मिडल स्कूलों में ऑनलाइन व्यवस्था का कार्य कर रही है, जबकि हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को ऑनलाइन करने की जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की है।
स्कूलों के ऑनलाइन होने के बाद सरकारी, निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक घर बैठे अपने बच्चों के रिजल्ट चैक कर सकेंगे। उन्हें यह भी पता चल जाएगा कि उनका बच्चा किस-किस दिन स्कूल नहीं गया है। स्कूलों में पढ़ने वाले हर छात्र की गतिविधि
और हर जानकारी स्कूल की वेबसाइट में मौजूद होगी। शिक्षकों का पूरा रिकॉर्ड भी ऑनलाइन होगा। स्कूल में कुल कितने शिक्षक हैं और कितने साल से सेवाएं दे रहे हैं, इसकी जानकारी भी ऑनलाइन मिल जाएगी। इसके अलावा बच्चों की खेलकूद प्रतियोगिताओं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का पूरा ब्योरा भी वेबसाइट पर होगा।
सूबे में इस समय प्राइमरी (10735), मिडिल (2103), हाई स्कूल (929), सीनियर सेकेंडरी (1719) स्कूल हैं। स्कूल शिक्षा बोर्ड से 1200 स्कूल मान्यता प्राप्त हैं। सभी स्कूल जल्द ऑनलाइन होने वाले हैं।
उच्च शिक्षा उपनिदेशक बिलासपुर रवि जम्वाल ने निदेशालय से मिले आदेशों की पुष्टि की है। कहा कि स्कूलों के ऑनलाइन होने के बाद अभिभावक बच्चों की जानकारी स्कूल की वेबसाइट से प्राप्त कर सकेंगे। बच्चों की उपस्थिति से लेकर रिजल्ट घर बैठे आसानी से देख सकेंगे।
प्राइमरी से मिडल स्कूलों का ऑनलाइन डाटा चढ़ना शुरू हो गया है। केंद्र सरकार से मान्यता प्राप्त एसएसए/ आरएमएसए कंपनी सूबे के प्राइमरी से मिडल स्कूलों में ऑनलाइन व्यवस्था का कार्य कर रही है, जबकि हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को ऑनलाइन करने की जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की है।
स्कूलों के ऑनलाइन होने के बाद सरकारी, निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक घर बैठे अपने बच्चों के रिजल्ट चैक कर सकेंगे। उन्हें यह भी पता चल जाएगा कि उनका बच्चा किस-किस दिन स्कूल नहीं गया है। स्कूलों में पढ़ने वाले हर छात्र की गतिविधि
और हर जानकारी स्कूल की वेबसाइट में मौजूद होगी। शिक्षकों का पूरा रिकॉर्ड भी ऑनलाइन होगा। स्कूल में कुल कितने शिक्षक हैं और कितने साल से सेवाएं दे रहे हैं, इसकी जानकारी भी ऑनलाइन मिल जाएगी। इसके अलावा बच्चों की खेलकूद प्रतियोगिताओं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का पूरा ब्योरा भी वेबसाइट पर होगा।
सूबे में इस समय प्राइमरी (10735), मिडिल (2103), हाई स्कूल (929), सीनियर सेकेंडरी (1719) स्कूल हैं। स्कूल शिक्षा बोर्ड से 1200 स्कूल मान्यता प्राप्त हैं। सभी स्कूल जल्द ऑनलाइन होने वाले हैं।
उच्च शिक्षा उपनिदेशक बिलासपुर रवि जम्वाल ने निदेशालय से मिले आदेशों की पुष्टि की है। कहा कि स्कूलों के ऑनलाइन होने के बाद अभिभावक बच्चों की जानकारी स्कूल की वेबसाइट से प्राप्त कर सकेंगे। बच्चों की उपस्थिति से लेकर रिजल्ट घर बैठे आसानी से देख सकेंगे।