जितेंद्र मेहता, रोहडू प्रदेश सरकार एक तरफ जहां शिक्षा मे गुणवत्ता की ताल ठोकती है, वहीं
रोहडू शिक्षा खंड के अंतर्गत राजकीय प्राथमिक पाठशाला सरास में हकीकत कुछ
और ही है। इस पाठशाला में पहली से पांचवी तक गरीब परिवारों के 53 बच्चे
शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, जिनको पढ़ाने का जिम्मा मात्र एक शिक्षक पर है।
एक शिक्षिका को राजनीतिक साख के चलते इस विधालय से शिमला प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है।
मौजूद अध्यापक को भी इन बच्चों की पढाई के साथ सर्व शिक्षा अभियान, मिड डे मिल, प्रेरणा व अन्य विभागीय कार्य करने पड़ते हैं। नतीजतन अब तक बच्चों का सलेबस बहुत कम पूरा हो पाया है।
वहीं, लोगों ने आरोप लगाया है कि सरास स्कूल से प्रतिनियुक्ति पर शिमला सेवाएं दे रही शिक्षिका पर राजनीतिक आशीर्वाद प्राप्त है। स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष अंबिका शर्मा व अन्य सदस्यं कई बार स्थानीय विधायक मोहन लाल ब्राक्टा से मिल चुके हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके इलावा खंगटेडी पंचायत के प्रधान को भी कई बार सूचित किया जा चुका है।
इस गंभीर समस्या को लेकर अब अभिवावकों व स्कूल प्रबंधन समिति ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से आग्रह किया है कि वह गरीब बच्चों के भविष्य को गर्त में जाने से रोकने के लिए कड़ा संज्ञान लें। एसएमसी अध्यक्ष अंबिका शर्मा, सदस्य प्रदीप कुमार, तानी राम व अभिभावकों में कुसमा, विनोद, गोपाल, रूप दास, पुष्पा, अनंत कुमार और कुलदीप ने मांग की है कि विभाग शिक्षिका की प्रतिनियुक्ति को रद किया जाए या इस स्कूल के लिए कोई दूसरा विकल्प तलाश किया जाए।
खंड शिक्षा अधिकारी रोहडू किशन सिंह फिष्टा का कहना है कि केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला सरास में केवल एक शिक्षक तैनात है। शिक्षक की कमी का मामला ध्यान में है। विभाग को भी इस बारे में अवगत कराया गया है।
विधायक मोहन लाल ब्राक्टा ने कहा कि स्कूल में पढ़ाई ठीक चल रही है। एक और शिक्षक को लाने का प्रयास किया जा रहा है।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
एक शिक्षिका को राजनीतिक साख के चलते इस विधालय से शिमला प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है।
मौजूद अध्यापक को भी इन बच्चों की पढाई के साथ सर्व शिक्षा अभियान, मिड डे मिल, प्रेरणा व अन्य विभागीय कार्य करने पड़ते हैं। नतीजतन अब तक बच्चों का सलेबस बहुत कम पूरा हो पाया है।
वहीं, लोगों ने आरोप लगाया है कि सरास स्कूल से प्रतिनियुक्ति पर शिमला सेवाएं दे रही शिक्षिका पर राजनीतिक आशीर्वाद प्राप्त है। स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष अंबिका शर्मा व अन्य सदस्यं कई बार स्थानीय विधायक मोहन लाल ब्राक्टा से मिल चुके हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके इलावा खंगटेडी पंचायत के प्रधान को भी कई बार सूचित किया जा चुका है।
इस गंभीर समस्या को लेकर अब अभिवावकों व स्कूल प्रबंधन समिति ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से आग्रह किया है कि वह गरीब बच्चों के भविष्य को गर्त में जाने से रोकने के लिए कड़ा संज्ञान लें। एसएमसी अध्यक्ष अंबिका शर्मा, सदस्य प्रदीप कुमार, तानी राम व अभिभावकों में कुसमा, विनोद, गोपाल, रूप दास, पुष्पा, अनंत कुमार और कुलदीप ने मांग की है कि विभाग शिक्षिका की प्रतिनियुक्ति को रद किया जाए या इस स्कूल के लिए कोई दूसरा विकल्प तलाश किया जाए।
खंड शिक्षा अधिकारी रोहडू किशन सिंह फिष्टा का कहना है कि केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला सरास में केवल एक शिक्षक तैनात है। शिक्षक की कमी का मामला ध्यान में है। विभाग को भी इस बारे में अवगत कराया गया है।
विधायक मोहन लाल ब्राक्टा ने कहा कि स्कूल में पढ़ाई ठीक चल रही है। एक और शिक्षक को लाने का प्रयास किया जा रहा है।
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