राज्य ब्यूरो, शिमला : शीतकालीन स्कूलों में शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही
प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने लेटलतीफ शिक्षकों को सबक सिखाने के लिए कमर कस
ली है। बीते दो दिन के दौरान प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक और संयुक्त
निदेशक ने राजधानी के अलग-अलग स्कूलों में दबिश दी। इस दौरान चार स्कूलों
के पांच शिक्षक देरी से आते पकड़े।
बीते दो दिन के दौरान शिक्षा विभाग के निदेशक और संयुक्त निदेशक ने संकट मोचन मंदिर के समीप कच्ची घाटी स्कूल, टूटीकंडी, फागली, छोटा शिमला, कनलोग, बीसीएस और मेहली में स्थित स्कूलों का निरीक्षण किया। छापामारी के दौरान निदेशक सुबह स्कूल लगने से पहले ही पहुंचकर बैठ गए और आने वाले शिक्षकों का समय नोट करते रहे। इसके अलावा विभाग ने स्कूलों के अन्य हाजिरी रजिस्टरों की भी पड़ताल की।
कच्ची घाटी में निदेशक स्वयं निरीक्षण करने पहुंचे तो सुबह दस बजे तक एक ही शिक्षक उपस्थित मिला, जबकि तीन अन्य करीब 11 बजे स्कूल पहुंचे। इसके अलावा मेहली स्कूल में भी एक शिक्षक देरी से स्कूल आता पकड़ा गया जबकि फागली स्कूल में एक अध्यापिका नदारद पाई गई। टूटीकंडी स्कूल में अध्यापक तो हाजिर थे, लेकिन यहां पर कुछ कमियां पाई गई। अब शिक्षा विभाग देरी से आने वाले और बिना बताए स्कूल से नदारद रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है।
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सालभर जारी रहेगा अभियान
शिक्षा विभाग को शीतकालीन स्कूलों में शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद से ही शिक्षकों के देरी से आने और नदारद रहने की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायतों के आधार पर ही प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छापामारी अभियान शुरू किया है। विभाग का यह अभियान सालभर जारी रहेगा। लेटलतीफ शिक्षकों को सबक सिखाने के लिए स्कूलों में छापामारी का अभियान प्रदेशभर में चलेगा।
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'छापामारी के दौरान स्कूल में देरी से पहुंचने वाले शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करेंगे और जवाब आने के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।'
- मनमोहन शर्मा, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग
बीते दो दिन के दौरान शिक्षा विभाग के निदेशक और संयुक्त निदेशक ने संकट मोचन मंदिर के समीप कच्ची घाटी स्कूल, टूटीकंडी, फागली, छोटा शिमला, कनलोग, बीसीएस और मेहली में स्थित स्कूलों का निरीक्षण किया। छापामारी के दौरान निदेशक सुबह स्कूल लगने से पहले ही पहुंचकर बैठ गए और आने वाले शिक्षकों का समय नोट करते रहे। इसके अलावा विभाग ने स्कूलों के अन्य हाजिरी रजिस्टरों की भी पड़ताल की।
कच्ची घाटी में निदेशक स्वयं निरीक्षण करने पहुंचे तो सुबह दस बजे तक एक ही शिक्षक उपस्थित मिला, जबकि तीन अन्य करीब 11 बजे स्कूल पहुंचे। इसके अलावा मेहली स्कूल में भी एक शिक्षक देरी से स्कूल आता पकड़ा गया जबकि फागली स्कूल में एक अध्यापिका नदारद पाई गई। टूटीकंडी स्कूल में अध्यापक तो हाजिर थे, लेकिन यहां पर कुछ कमियां पाई गई। अब शिक्षा विभाग देरी से आने वाले और बिना बताए स्कूल से नदारद रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है।
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सालभर जारी रहेगा अभियान
शिक्षा विभाग को शीतकालीन स्कूलों में शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद से ही शिक्षकों के देरी से आने और नदारद रहने की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायतों के आधार पर ही प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छापामारी अभियान शुरू किया है। विभाग का यह अभियान सालभर जारी रहेगा। लेटलतीफ शिक्षकों को सबक सिखाने के लिए स्कूलों में छापामारी का अभियान प्रदेशभर में चलेगा।
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'छापामारी के दौरान स्कूल में देरी से पहुंचने वाले शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करेंगे और जवाब आने के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।'
- मनमोहन शर्मा, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग