अब आसानी से ही शिक्षक सम्मान योजना का लाभ अध्यापक की झोली में नहीं डाला जाएगा। सम्मान योजना में शिक्षा विभाग ने एक अहम शर्त जोड़ दी है। इसमें पहले जंाच दल ये देखेगा कि शिक्षक का सौ फीसदी रिजल्ट अखिर कैसे आया। लिहाजा शिक्षक के एसीआर के रिकोर्ड को खंगाला जाएगा।
बीते पांच वर्ष के रिकोर्ड में ये चैक किया जाएगा कि कहीं शिक्षक के उपर नकल करवाने की शिकायत दर्ज तो नहीं। हालंाकि शिक्षक सम्मान योजना का लाभ शिक्षकों को देने के लिए मुख्य बिंदु तय कर लिए गए हैं जिसमें अभी हिंदी अंग्रेजी और विज्ञान विषय में बेहतर प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को ही इस योजना के लाभ से जोड़ा जाने वाला है। वहीं 90 से सौ फीसदी परिणाम देने वाले शिक्षकों और स्कूलों के मुख्याअधापक को ये लाभ दिया जाने वाला है।
गौर हो कि शिक्षक सम्मान योजना में बेहतर परिणाम देने वाले शिक्षक को एक वर्ष का सेवाविस्तार देने का तोहफा देने की घोषणा प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष की है। बहरहाल सरकार द्वारा इस घोषणा के करने के बाद कई शिक्षक संघों ने इस योजना का बहिष्कार किया है। जिस पर गौर करते हुए ही शिक्षा विभाग एक योग्य शिक्षक को ही इस योजना का लाभ देना चाहता है। उल्लेखनीय है कि सौ फीसदी रिजल्ट लाने वाले स्कूलों और शिक्षकों की छानबीन करने का आग्रह शिक्षक संघों ने सरकार से किया था। संघों ने ये मामला सीएम के समक्ष भी उठाया था कि ऐसे कैसे हो सकता है कि जिस स्कूल में शिक्षक और हैडमास्टर का पद काफी समय से खाली हो और वहां पर सौ फीसदी परिणाम आ गया हो। इसमें राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष विरेंद्र चौहान का कहना था कि यदि सरकार ने शिक्षकों, हैडमास्टर और पिं्रसिपलों को इस योजना का लाभ देना चाहा तो इससे नकल को बढ़ावा भी मिल सकता है। सभी शिक्षक और यहां तक की छापेमारी में आने वाले शिक्षा अधिकारी तक ये चाहेंगे कि खराब रिजल्ट के पचड़े से वह बचे रहे और सेवाविस्तार लें। नतीजतन शिक्षा के स्तर में सुधार न होकर ये गिरता ही जाएगा।
CCTV कैमरे की रिपोर्ट होगी शिक्षक की ACR में शामिल
अब इस सत्र से परीक्षा हॉल में CCTV कैमरे लगाने के आदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने जारी कर दिए हैं। जिसकी तैयारी शिक्षा विभाग ने भी शुरू कर दी है। इन कैमरों में यदि शिक्षक नकल करवाता पकड़ा गया तो उसके एसीआर में ये रिपोर्ट भी चढ़ाई जाएगी। बताया जा रहा है कि खासकर लगातार सौ फीसदी परिणाम देने वाले स्कूलों पर इन कैमरों के माध्यम से नजर रखी जाने वाली है।
बीते पांच वर्ष के रिकोर्ड में ये चैक किया जाएगा कि कहीं शिक्षक के उपर नकल करवाने की शिकायत दर्ज तो नहीं। हालंाकि शिक्षक सम्मान योजना का लाभ शिक्षकों को देने के लिए मुख्य बिंदु तय कर लिए गए हैं जिसमें अभी हिंदी अंग्रेजी और विज्ञान विषय में बेहतर प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को ही इस योजना के लाभ से जोड़ा जाने वाला है। वहीं 90 से सौ फीसदी परिणाम देने वाले शिक्षकों और स्कूलों के मुख्याअधापक को ये लाभ दिया जाने वाला है।
गौर हो कि शिक्षक सम्मान योजना में बेहतर परिणाम देने वाले शिक्षक को एक वर्ष का सेवाविस्तार देने का तोहफा देने की घोषणा प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष की है। बहरहाल सरकार द्वारा इस घोषणा के करने के बाद कई शिक्षक संघों ने इस योजना का बहिष्कार किया है। जिस पर गौर करते हुए ही शिक्षा विभाग एक योग्य शिक्षक को ही इस योजना का लाभ देना चाहता है। उल्लेखनीय है कि सौ फीसदी रिजल्ट लाने वाले स्कूलों और शिक्षकों की छानबीन करने का आग्रह शिक्षक संघों ने सरकार से किया था। संघों ने ये मामला सीएम के समक्ष भी उठाया था कि ऐसे कैसे हो सकता है कि जिस स्कूल में शिक्षक और हैडमास्टर का पद काफी समय से खाली हो और वहां पर सौ फीसदी परिणाम आ गया हो। इसमें राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष विरेंद्र चौहान का कहना था कि यदि सरकार ने शिक्षकों, हैडमास्टर और पिं्रसिपलों को इस योजना का लाभ देना चाहा तो इससे नकल को बढ़ावा भी मिल सकता है। सभी शिक्षक और यहां तक की छापेमारी में आने वाले शिक्षा अधिकारी तक ये चाहेंगे कि खराब रिजल्ट के पचड़े से वह बचे रहे और सेवाविस्तार लें। नतीजतन शिक्षा के स्तर में सुधार न होकर ये गिरता ही जाएगा।
CCTV कैमरे की रिपोर्ट होगी शिक्षक की ACR में शामिल
अब इस सत्र से परीक्षा हॉल में CCTV कैमरे लगाने के आदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने जारी कर दिए हैं। जिसकी तैयारी शिक्षा विभाग ने भी शुरू कर दी है। इन कैमरों में यदि शिक्षक नकल करवाता पकड़ा गया तो उसके एसीआर में ये रिपोर्ट भी चढ़ाई जाएगी। बताया जा रहा है कि खासकर लगातार सौ फीसदी परिणाम देने वाले स्कूलों पर इन कैमरों के माध्यम से नजर रखी जाने वाली है।