बीजापुर. छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग नए शिक्षा सत्र में शिक्षकों व बच्चों की उपस्थिति टेबलेट के माध्यम से करने जा रहा है। इसके लिए जिला पंचायत के सभागार में सीईओ जिला पंचायत डी राहुल वेंकट, सहायक संचालक शिक्षा राजकिशोर तिवारी व कबीर की उपस्थिति में कॉसमोस योजना का प्रशिक्षण देकर टेबलेट वितरण की गई।
इस दौरान डीएमसी राजीव गांधी शिक्षा मिशन विजेन्द्र राठौर, प्रोग्रामर दिनेश चन्द्रा सहित सभी विकासखण्ड के बीईओ, बीआरसी, एबीईओ संकुल समन्वयक व प्रधान अध्यापक शामिल थे।
नेटवर्क एरिया से प्रेषित करेंगे जानकारी
शाला कोष योजना का प्रशिक्षण देते हुए राज्य के प्रशिक्षक ने बताया कि अब सभी स्कूलों में ऑनलाइन उपस्थिति टेबलेट के माध्यम से ली जाएगी। सभी स्कूलों का अलग-अलग सॉफ्टवेयर से युक्त टेबलेट होगा, जिसमें शिक्षकों व बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन या ऑफलाइन प्रधान अध्यापक द्वारा प्रतिदिन तय समय पर ली जाएगी।
स्कूल सुविधाएं व शैक्षणिक गतिविधि की जानकारी भी दर्ज
इस योजना से प्रशासनिक कार्य प्रणाली एवं शिक्षकों की उपस्थिति बेहतर ढंग से लागू होगी। इसके संचालन के लिए शाला कोष एजू पोर्टल व टेबलेट का डाटा एक समान होना आवश्यक है। इसके अलावा टेबलेट के माध्यम से मध्यान्ह भोजन, स्कूल सुविधाएं व शैक्षणिक गतिविधि की जानकारी भी दर्ज होगी। जिन इलाकों में नेटवर्क की समस्या है वहां के शिक्षक नेटवर्क एरिया में आकर जानकारी प्रेषित करेंगे। इस व्यवस्था से संकुल, ब्लाक, जिला व राज्य स्तर पर स्कूलों की मॉनीटरिंग आसान होगी।
कॉसमोस योजना काफी उपयोगी
इस संबंध में सीईओ डी राहुल वेंकट ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों व बच्चों की समयबद्ध उपस्थिति आवश्यक है। आज के डीजीटल युग में कॉसमोस योजना काफ ी उपयोगी है, जिसके अच्छे परिणाम आने वाले समय में देखने को मिलेंगे। इस अवसर पर सीएसी व प्रधान अध्यापकों को टेबलेट संचालन व क्रियान्वयन का प्रशिक्षण देकर जल्द से जल्द सभी डाटा ठीक करने कहा गया।
इस दौरान डीएमसी राजीव गांधी शिक्षा मिशन विजेन्द्र राठौर, प्रोग्रामर दिनेश चन्द्रा सहित सभी विकासखण्ड के बीईओ, बीआरसी, एबीईओ संकुल समन्वयक व प्रधान अध्यापक शामिल थे।
नेटवर्क एरिया से प्रेषित करेंगे जानकारी
शाला कोष योजना का प्रशिक्षण देते हुए राज्य के प्रशिक्षक ने बताया कि अब सभी स्कूलों में ऑनलाइन उपस्थिति टेबलेट के माध्यम से ली जाएगी। सभी स्कूलों का अलग-अलग सॉफ्टवेयर से युक्त टेबलेट होगा, जिसमें शिक्षकों व बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन या ऑफलाइन प्रधान अध्यापक द्वारा प्रतिदिन तय समय पर ली जाएगी।
स्कूल सुविधाएं व शैक्षणिक गतिविधि की जानकारी भी दर्ज
इस योजना से प्रशासनिक कार्य प्रणाली एवं शिक्षकों की उपस्थिति बेहतर ढंग से लागू होगी। इसके संचालन के लिए शाला कोष एजू पोर्टल व टेबलेट का डाटा एक समान होना आवश्यक है। इसके अलावा टेबलेट के माध्यम से मध्यान्ह भोजन, स्कूल सुविधाएं व शैक्षणिक गतिविधि की जानकारी भी दर्ज होगी। जिन इलाकों में नेटवर्क की समस्या है वहां के शिक्षक नेटवर्क एरिया में आकर जानकारी प्रेषित करेंगे। इस व्यवस्था से संकुल, ब्लाक, जिला व राज्य स्तर पर स्कूलों की मॉनीटरिंग आसान होगी।
कॉसमोस योजना काफी उपयोगी
इस संबंध में सीईओ डी राहुल वेंकट ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों व बच्चों की समयबद्ध उपस्थिति आवश्यक है। आज के डीजीटल युग में कॉसमोस योजना काफ ी उपयोगी है, जिसके अच्छे परिणाम आने वाले समय में देखने को मिलेंगे। इस अवसर पर सीएसी व प्रधान अध्यापकों को टेबलेट संचालन व क्रियान्वयन का प्रशिक्षण देकर जल्द से जल्द सभी डाटा ठीक करने कहा गया।