जयराम सरकार के दूसरे बजट में पीटीए और पैरा शिक्षकों के लिए की गई घोषणा को शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज
बड़ी सौगात बता रहे हैं. हालांकि, पैरा शिक्षक वर्तमान बजट से बहुत नाराज
दिखाई दे रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश पैरा शिक्षक संघ ने बयान जारी कर इस घोषणा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. संघ ने आरोप लगाया कि राजनीतिक हितों के चलते यह फैसला लिया गया है. सरकार चाहती तो पैरा शिक्षकों को नियमित कर सकती थी, लेकिन पीटीए और पैट शिक्षकों की संख्या ज्यादा होने के चलते सरकार ने यह फैसला नहीं लिया.
हिमाचल प्रदेश पैरा शिक्षक संघ ने साफ किया 2013 में कैबिनेट ने 10 साल का कार्यकाल पूरा करने वालों को नियमित किया था. 2017 में सभी कानूनी पेंच हटने के बाद सरकार ने शिक्षकों को नियमित करने के आदेश दिए थे, लेकिन नौकरशाही की लेटलतीफी के चलते रेगुलर होने से वंचित हो गए. पैरा शिक्षकों को लेकर कोर्ट में भी कोई मामला लंबित नहीं है, इसके बावजूद सरकार ने पैरा शिक्षकों को नियमित करने के आदेश जारी नहीं किए.
हिमाचल प्रदेश पैरा शिक्षक संघ ने बयान जारी कर इस घोषणा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. संघ ने आरोप लगाया कि राजनीतिक हितों के चलते यह फैसला लिया गया है. सरकार चाहती तो पैरा शिक्षकों को नियमित कर सकती थी, लेकिन पीटीए और पैट शिक्षकों की संख्या ज्यादा होने के चलते सरकार ने यह फैसला नहीं लिया.
हिमाचल प्रदेश पैरा शिक्षक संघ ने साफ किया 2013 में कैबिनेट ने 10 साल का कार्यकाल पूरा करने वालों को नियमित किया था. 2017 में सभी कानूनी पेंच हटने के बाद सरकार ने शिक्षकों को नियमित करने के आदेश दिए थे, लेकिन नौकरशाही की लेटलतीफी के चलते रेगुलर होने से वंचित हो गए. पैरा शिक्षकों को लेकर कोर्ट में भी कोई मामला लंबित नहीं है, इसके बावजूद सरकार ने पैरा शिक्षकों को नियमित करने के आदेश जारी नहीं किए.