प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर में सेवाएं दे रहे डेढ़ दर्जन टीजीटी शिक्षकों का भविष्य उनकी एक गलती के कारण अधर में लटक गया है। जेबीटी से टीजीटी के पदों पर पदोन्नत इन शिक्षकों का जहां पदोन्नति चैनल बंद हो गया है, वहीं उन्हें वित्तीय नुकसान भी झेलना पड़ रहा है।
शिक्षा विभाग की तरफ से टीजीटी को बेसिक वेतनमान 10,300 जमा 3600 रुपये कुल 13900 रुपये प्रतिमाह मिलता है, लेकिन पदोन्नत इन टीजीटी शिक्षकों को जेबीटी के बराबर प्रतिमाह 5910 जमा 3000 रुपये कुल 8910 रुपये बेसिक वेतन ही मिल रहा है।बता दें कि पूर्व में विभाग ने जब जेबीटी शिक्षकों की वरिष्ठता सूची के आधार पर पदोन्नति की थी, उस दौरान हमीरपुर के इन 18 जेबीटी शिक्षकों ने मुख्य शिक्षक बनने के बजाय टीजीटी शिक्षक का विकल्प चुना था, लेकिन टीजीटी के पद पर पदोन्नत होने के बावजूद इन्होंने अपर प्राइमरी स्कूलों में ज्वाइन नहीं किया। इन शिक्षकों ने विभाग से प्राइमरी स्कूलों में ही सेवाएं देने की इच्छा जताई थी। जिसके चलते इन टीजीटी शिक्षकों को सरकार की तरफ से मासिक वेतन भी जेबीटी के बराबर दिया जा रहा है।
लेकिन, इस साल विभाग ने फिर से 128 जेबीटी शिक्षकों की पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू की है। जिसमें वर्ष 1998 से लेकर 2002 के बीच नियमित हुए जेबीटी शिक्षकों की वरिष्ठता सूची 18 दिसंबर 2021 तक खंड शिक्षा अधिकारियों से मांगी है। इसके चलते जिले में पूर्व में जेबीटी से टीजीटी के पद पर पदोन्नत हो चुके 18 में से 4 शिक्षकों के नाम फिर से वरिष्ठता सूची में आ गए हैं। जबकि, शेष 14 वरिष्ठता सूची में नहीं हैं।
लेकिन, विभाग ने सीनियोरिटी में शामिल चार टीजीटी शिक्षकों को मुख्य शिक्षक के पद पर पदोन्नत होने वाले शिक्षकों की सूची से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। चूंकि यह चार शिक्षक पूर्व में टीजीटी के पद पर पदोन्नति हासिल कर चुके हैं। भले यह शिक्षक वर्तमान में भी अपर प्राइमरी के बजाय प्राइमरी स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। वर्तमान में यह शिक्षक अपने गलती का खामियाजा भुगत रहे हैं।
पूर्व में हमीरपुर जिले में जेबीटी शिक्षकों की पदोन्नति के लिए वरिष्ठता सूची जारी हुई थी। पदोन्नति के लिए दो विकल्प होते हैं। पहला अगर किसी शिक्षक ने बीए-बीएड कर लिया है तो वह टीजीटी के लिए भी पात्र होते हैं। लेकिन, अगर बारहवीं कक्षा के बाद जेबीटी या डीएलएड कोर्स किया है तो वह महज मुख्य शिक्षक के पद पर पदोन्नति के लिए ही पात्र होते हैं। ऐसे में उच्च शिक्षित 18 जेबीटी शिक्षकों ने मुख्य शिक्षक के बजाए टीजीटी का विकल्प चुना। बाद में उन्होंने टीजीटी के पद पर ज्वाइन नहीं किया। वर्तमान में यह बतौर जेबीटी ही पढ़ा रहे हैं। जिन शिक्षकों का नाम वरिष्ठता सूची में नाम शामिल है, उनकी पदोन्नति के बारे में उच्चाधिकारियों से क्लेरीफिकेशन मांगी गई है। - संजय ठाकुर, उपनिदेशक, प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर।