शिमला | राज्यके स्कूलों में खाली पड़े शिक्षकों के पदों को भरने के लिए
राज्य सरकार ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। राज्य सरकार ने विंटर क्लोजिंग
स्कूलों का सत्र शुरू होते ही यहां पर नए शिक्षकों की तैनाती कर दी है।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने मंगलवार को विभाग में 265 टीजीटी को नियुक्तियां
दी है।
इनमें 207 टीजीटी आर्ट्स, 24 टीजीटी मेडिकल और 134 टीजीटी नॉन मेडिकल को अपॉइंट किया है। सभी टेट क्वालिफाइड हैं। हिमाचल प्रदेश स्टाफ सलेक्शन कमिशन हमीरपुर ने इन के लिए परीक्षा का आयोजन किया था। जिसके बाद इन शिक्षकों को अप्वाइंटमेंट दी गई है। अनुबंध आधार पर इन शिक्षकों को तैनात किया गया है। अप्वाइंटमेंट ऑर्डर के बीस दिनों के भीतर इन शिक्षकों को ज्वाइन करना होगा। अनुबंध की शर्तों के अनुसार टीचरों का कांट्रेक्ट हर साल रिन्यू किया जाएगा। राज्य के स्कूलों में शिक्षकों के सैकंडों पद खाली पड़े हुए हैं। सरकार स्थाई तरीके से पद भरकर एसएमसी के माध्यम से अस्थाई तौर पर शिक्षकों की तैनाती कर रही थी। जिसका व्यापक स्तर पर विरोध हो रहा था। विपक्ष भी सरकार पर निशाना साधता रहा है कि राज्य में नए स्कूल तो खोले जा रहे हैं लेकिन जो पहले से स्कूल चल रहे हैं उनमें टीचर ही तैनात नहीं है।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने 87 जेबीटी शिक्षकों को पदोन्नति दी है। इन शिक्षकों को प्रमोट करके टीजीटी बनाया गया है। प्रमोशन के साथ ही इन्हें नए स्थानों पर तैनाती दी गई है। पिछले काफी समय से शिक्षक प्रमोशन की मांग उठा रहे थे। जेबीटी शिक्षक संघ की इस मुद्दे को लेकर निदेशक प्रारंभिक शिक्षा के साथ बैठक भी हुई थी। विभाग ने इन की डीपीसी तो कर दी थी लेकिन प्रमोशन की लिस्ट जारी नहीं की थी। मंगलवार को टीजीटी की अपॉइंटमेंट के साथ ही जेबीटी की प्रमोशन सूची भी जारी कर दी है। जेबीटी का आरोप है कि पिछले काफी समय से उनकी प्रमोशन रुकी हुई थी। इन आदेशों के बाद शिक्षकों ने राहत की सांस ली है।
इनमें 207 टीजीटी आर्ट्स, 24 टीजीटी मेडिकल और 134 टीजीटी नॉन मेडिकल को अपॉइंट किया है। सभी टेट क्वालिफाइड हैं। हिमाचल प्रदेश स्टाफ सलेक्शन कमिशन हमीरपुर ने इन के लिए परीक्षा का आयोजन किया था। जिसके बाद इन शिक्षकों को अप्वाइंटमेंट दी गई है। अनुबंध आधार पर इन शिक्षकों को तैनात किया गया है। अप्वाइंटमेंट ऑर्डर के बीस दिनों के भीतर इन शिक्षकों को ज्वाइन करना होगा। अनुबंध की शर्तों के अनुसार टीचरों का कांट्रेक्ट हर साल रिन्यू किया जाएगा। राज्य के स्कूलों में शिक्षकों के सैकंडों पद खाली पड़े हुए हैं। सरकार स्थाई तरीके से पद भरकर एसएमसी के माध्यम से अस्थाई तौर पर शिक्षकों की तैनाती कर रही थी। जिसका व्यापक स्तर पर विरोध हो रहा था। विपक्ष भी सरकार पर निशाना साधता रहा है कि राज्य में नए स्कूल तो खोले जा रहे हैं लेकिन जो पहले से स्कूल चल रहे हैं उनमें टीचर ही तैनात नहीं है।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने 87 जेबीटी शिक्षकों को पदोन्नति दी है। इन शिक्षकों को प्रमोट करके टीजीटी बनाया गया है। प्रमोशन के साथ ही इन्हें नए स्थानों पर तैनाती दी गई है। पिछले काफी समय से शिक्षक प्रमोशन की मांग उठा रहे थे। जेबीटी शिक्षक संघ की इस मुद्दे को लेकर निदेशक प्रारंभिक शिक्षा के साथ बैठक भी हुई थी। विभाग ने इन की डीपीसी तो कर दी थी लेकिन प्रमोशन की लिस्ट जारी नहीं की थी। मंगलवार को टीजीटी की अपॉइंटमेंट के साथ ही जेबीटी की प्रमोशन सूची भी जारी कर दी है। जेबीटी का आरोप है कि पिछले काफी समय से उनकी प्रमोशन रुकी हुई थी। इन आदेशों के बाद शिक्षकों ने राहत की सांस ली है।