प्रदेश सरकार अध्यापकों की विभिन्न श्रेणियों की सभी उचित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला मंडी के नेरचौक के समीप कंसा चौक में हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ द्वारा
आयोजित पांचवें प्रांत अधिवेशन के दौरान अध्यक्षता करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण विद्यार्थी सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं, क्योंकि लॉकडाउन के कारण सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहे, परंतु प्रदेश सरकार ने विभिन्न नवाचार कार्यक्रमों को शुरू कर यह सुनिश्चित किया कि विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन प्रदान किए गए हैं ताकि वे ऑनलाइन कक्षाओं से लाभान्वित हो सकें।हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार ने गणमान्यों का स्वागत किया और अध्यापकों की विभिन्न मांगों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने प्रदेश में कार्यरत 2555 एसएमसी अध्यापकों के नियमितिकरण के लिए नीति बनाने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शिक्षक महासंघ के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री और हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के संगठन मंत्री पवन मिश्रा ने शिक्षक संघ की विभिन्न गतिविधियों का ब्यौरा दिया। बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी ने अपने विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री का स्वागत किया और अध्यापकों की विभिन्न मांगों को स्वीकार करने का आग्रह किया। जोगिंद्रनगर के विधायक प्रकाश राणा, मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष राजबली, जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, एपीएमसी अध्यक्ष दिलीप ठाकुर, उपाध्यक्ष डा. माम राज पुंडीर, प्रांत मीडिया प्रभारी दर्शन लाल तथा निदेशक उच्चतर शिक्षा डा. अमरजीत शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।