संवाद सहयोगी, मंडी : एससीवीटी संस्थानों से शारीरिक शिक्षक का प्रशिक्षण हासिल करने वाले बेरोजगारों का प्रतिनिधिमंडल मंडी के पड्डल मैदान में सोमवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिला। पपू भाटिया के नेतृत्व में मिले प्रतिनिधिमंडल ने शारीरिक शिक्षकों के भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में बदलाव करने का आग्रह किया।
बेरोजगारों ने बताया कि प्रदेश में नए भर्ती एवं पदोन्नति नियम वर्ष 2011 में अस्तित्व में आए हैं जबकि उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा संचालित एससीवीटी संस्थानों में इससे कहीं पहले शारीरिक शिक्षा का प्रशिक्षण हासिल किया है। 2011 में बनाए गए पदोन्नति नियम भविष्य में प्रशिक्षण हासिल करने वालों के लिए बनाए जाने चाहिए न कि उन बेरोजगारों के लिए जिन्होंने पूर्व में प्रशिक्षण हासिल किया है। वर्तमान में प्रदेश में भरे जा रहे शारीरिक शिक्षकों के पदों के लिए भी उन्हें पात्र बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि सरकार कदम उठा रही है। दो साल के डिप्लोमा की शर्त को हटा कर पूर्व की भांति एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स को मान्य किया जाए।
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एबीवीपी ने महाविद्यालय की मांगों को उठाया
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की मंडी इकाई ने भी मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी इकाई के अध्यक्ष विशाल ठाकुर ने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षक व गैर शिक्षक पदों पर स्टाफ की नियुक्ति की जाए। आगामी सत्र से ही विश्वविद्यालय की कक्षाएं सुचारू रूप से शुरू की जाएं। महाविद्यालय में लगभग चार वर्षों से ईवीएम रखी गई है, मशीनें जल्द महाविद्यालय से उठाई जाएं। पड्डल मैदान में हिमाचल किसान संघ समेत विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों ने मुख्यमंत्री से मिल कर ज्ञापन सौंपे।