पांगी: शिक्षा खंड पांगी में विभाग द्वारा एसएमसी अध्यापकों (SMC teachers by department in education block Pangi) को विभिन्न स्कूलों में तैनात किया गया है। लेकिन उन्हें अपनी सैलरी पाने के लिए हमेशा दर-दर भटकना पड़ रहा है।
वहीं ऐसी समस्या इन दिनों फिर से पांगी में तैनात एसएमसी अध्यापकों को पेश आ रही है। दरसल विभाग की ओर से सेचू पंचायत के राजकीय माध्यमिक पाठशाला शूण व चसक में चार, व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सेचू में पांच अध्यापकों को एसएमसी के तहत तैनात किया गया है। जिन्हें पिछले 2020 सितंबर माह से लेकर 2021 दिसंबर तक सैलरी नहीं मिली हुई है। ऐसे में उन अध्यापकों को अपना परिवार चलाने में काफी दिक्कतें पेश आ रही है। नौबत यहां तक आ गई है। कि
अध्यापकों ने स्थानीय दुकानदारों से उधार लेकर समान लिया हुआ है। लेकिन अभी
तक दुकानदार की भरपाई नहीं कर पाए है। ऐसे में घाटी के विभिन्न स्कूलों
में तैनात एसएमसी अध्यापकों को सर्दियों के इन दिनों में काफी दिक्कतें पेश
आ रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पांगी घाटी में मौजूदा समय में
चार फीट के करीब बर्फबारी हुई है। ऐसे में पांगी के विभिन्न स्कूलों में
तैनात एसएमसी अध्यापकों को सरकार द्वारा दो साल से सैलरी न देने के कारण
उन्हें इन दिनों अपने परिवार का पालन पोषण करने में काफी परेशान पेश आ रही
है। इस संबंध में जानकारी के देते हुए एसएमसी के पांगी ब्लॉक अध्यक्ष शाम
भारद्वाज ने बताया कि पांगी घाटी के विभिन्न स्कूलों में दर्जनों एसएमसी के
तहत सरकार द्वारा अध्यापकों को तैनात किया गया। लेकिन समय पर सैलरी न
मिलने के कारण उन्हें काफी दिक्कतें पेश आ रही है।
आपको बता दें कि बाहरी जिलों के अध्यापक
पांगी का नाम सुनकर ही अपनी ट्रांसफर कहीं ओर करवा लेते हुए ऐसे में पांगी
के बच्चों को भविष्य बना रहे एसएमसी अध्यापकों को सैलरी न मिलने के कारण
उन्हें काफी दिक्कतें पेश आ रही है। फिलहाल पांगी के सभी एसएमसी अध्यापकों
ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रदेश में एसएमसी के तहत भर्ती किए गए
अध्यापकों के लिए कोई योजना बनाई जाए। ताकि उन्हें दिक्कतें पेश न आए।