मंडी: राजकीय सी.एंड वी.
शिक्षकों के पदों को भरने की स्वीकृति के बाद अभी तक लिखित परीक्षा न होने
के कारण संघ में रोष व्याप्त है।
रविवार को हुई प्रदेश स्तरीय बैठक में संघ
के प्रदेशाध्यक्ष चमन लाल शर्मा ने कहा कि राजकीय सी.एंड वी. शिक्षकों के
1500 पदों को भरने की स्वीकृति मार्च, 2016 बजट सत्र में सरकार ने दी थी,
जिसमें ये पद 50 प्रतिशत कमीशन व 50 प्रतिशत बैचवाइज भरे जाने थे लेकिन
शिक्षा विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। अभी तक प्रदेश के कई जिलों
में बैचवाइज भर्ती भी अधर में लटकी है। शास्त्री अध्यापकों के साक्षात्कार
लेने के बाद भी अभी तक परिणाम नहीं निकाला गया है।शीघ्र लिखित परीक्षा करवाने की मांग
सरकार व विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड हमीरपुर द्वारा सी.एंड वी. वर्ग के 750 पद भरे जाने हैं जिसके लिए 19 नवम्बर तक आवेदन मांगे थे लेकिन 3 महीने हो जाने के बाद भी अभी तक इन पदों को भरने हेतु लिखित परीक्षा का अयोजन नहीं किया गया। सरकार शिक्षा में गुणवत्ता लाने के दावे करती है लेकिन विभिन्न वर्गों के हजारों शिक्षकों के रिक्त पदों के कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। संघ ने अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड से शीघ्र लिखित परीक्षा करवाने की मांग की है ताकि नए सत्र में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।