संवाद सहयोगी, ऊना : टीजीटी आर्ट्स एसोसिएशन की बैठक रविवार को जिला
अध्यक्ष संजीव राजन की अध्यक्षता में हुई। इसमें संघ के सदस्यों ने प्रदेश
सरकार से अनुरोध किया कि अनुबंध से नियमित होने वाले शिक्षकों को पांच साल
के सेवाकाल के स्थान पर तीन साल में नियमित किया जाएं।
अनुबंध के आधार पर सेवाएं दे चुके शिक्षकों को प्रथम नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता तथा वित्तीय लाभ प्रदान किए जाएं तथा दो वर्ष के प्रोवेशन समय अवधि को तुरंत प्रभाव से समाप्त किया जाए। जिन टीजीटी शिक्षकों के नाम अभी तक वरिष्ठता सूची में दर्ज नहीं है, उनके नाम शीघ्र मंगवाए जाएं ताकि उन्हें लाभ मिल सके। संघ सदस्यों ने सरकार से मांग की है कि शिक्षा विभाग में कार्यरत किसी भी शिक्षक को गैर शिक्षक कार्य में न लगाया जाए, क्योंकि शिक्षकों के अन्य कार्यों में व्यस्त होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित होती है। वर्ष 2003 के बाद नियुक्त हुए शिक्षकों के लिए शुरू की गई एनपीएस -सीपीएस योजना को तुरंत प्रभाव से निरस्त कर पूरे हिमाचल में एक समान पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाए। सदस्यों ने खेद जताया है कि पिछले वर्ष जिला में हुए पंचायतीराज चुनाव में लगी ड्यूटियों से संबंधित चुनाव मानदेय यात्रा भत्ता शिक्षकों को अभी तक नहीं मिला है। जिला ऊना के कर्मचारियों ने पंचायतीराज चुनाव में न केवल ऊना, बल्कि जिला कांगड़ा में भी शांतिपूर्वक और सफलतापूर्वक चुनाव करवाए थे, लेकिन आज भी कर्मचारियों को चुनावी यात्रा भत्ता नहीं मिला है। इस संबंध में टीजीटी शिक्षक एडीएम अंब से भी मिल चुके हैं। इस अवसर पर जिला महासचिव जरनैल ¨सह राणा, कोषाध्यक्ष संजीव कुमार, उपप्रधान गुलजारी लाल, जयपाल, चरणपाल, यशपाल घरवाल, सुशील कुमार, प्रेस सचिव रणजीत ¨सह, महिला ¨वग जिला अध्यक्ष अनामिका शुक्ला, अनीता शर्मा, रेणु डोगरा, नीलम देवी, अनु बाला, दीपक शर्मा, प्रवीण कुमार, तृप्ता देवी, अंजना शर्मा, राजेंद्र राणा, र¨वद्र गुलेरिया, गुरबख्श, सुनील ¨सह राणा, प्रमोद कुमार, सुरेंद्र कुमार, सुनील कुमार, रामपाल सौखला, मोती राम, कुलदीप कुमार, संजीव कुमार, राजकुमार, महेंद्र ¨सह, शशि कुमार व अन्य उपस्थित थे।
अनुबंध के आधार पर सेवाएं दे चुके शिक्षकों को प्रथम नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता तथा वित्तीय लाभ प्रदान किए जाएं तथा दो वर्ष के प्रोवेशन समय अवधि को तुरंत प्रभाव से समाप्त किया जाए। जिन टीजीटी शिक्षकों के नाम अभी तक वरिष्ठता सूची में दर्ज नहीं है, उनके नाम शीघ्र मंगवाए जाएं ताकि उन्हें लाभ मिल सके। संघ सदस्यों ने सरकार से मांग की है कि शिक्षा विभाग में कार्यरत किसी भी शिक्षक को गैर शिक्षक कार्य में न लगाया जाए, क्योंकि शिक्षकों के अन्य कार्यों में व्यस्त होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित होती है। वर्ष 2003 के बाद नियुक्त हुए शिक्षकों के लिए शुरू की गई एनपीएस -सीपीएस योजना को तुरंत प्रभाव से निरस्त कर पूरे हिमाचल में एक समान पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाए। सदस्यों ने खेद जताया है कि पिछले वर्ष जिला में हुए पंचायतीराज चुनाव में लगी ड्यूटियों से संबंधित चुनाव मानदेय यात्रा भत्ता शिक्षकों को अभी तक नहीं मिला है। जिला ऊना के कर्मचारियों ने पंचायतीराज चुनाव में न केवल ऊना, बल्कि जिला कांगड़ा में भी शांतिपूर्वक और सफलतापूर्वक चुनाव करवाए थे, लेकिन आज भी कर्मचारियों को चुनावी यात्रा भत्ता नहीं मिला है। इस संबंध में टीजीटी शिक्षक एडीएम अंब से भी मिल चुके हैं। इस अवसर पर जिला महासचिव जरनैल ¨सह राणा, कोषाध्यक्ष संजीव कुमार, उपप्रधान गुलजारी लाल, जयपाल, चरणपाल, यशपाल घरवाल, सुशील कुमार, प्रेस सचिव रणजीत ¨सह, महिला ¨वग जिला अध्यक्ष अनामिका शुक्ला, अनीता शर्मा, रेणु डोगरा, नीलम देवी, अनु बाला, दीपक शर्मा, प्रवीण कुमार, तृप्ता देवी, अंजना शर्मा, राजेंद्र राणा, र¨वद्र गुलेरिया, गुरबख्श, सुनील ¨सह राणा, प्रमोद कुमार, सुरेंद्र कुमार, सुनील कुमार, रामपाल सौखला, मोती राम, कुलदीप कुमार, संजीव कुमार, राजकुमार, महेंद्र ¨सह, शशि कुमार व अन्य उपस्थित थे।