Utilization Certificate:रूसा की ग्रांट लेनेे वाले 33 कॉलेजों ने चालीस करोड़ रुपये कहां पर खर्च किए, उसका ब्यौरा संस्थानों को सात दिन के भीतर शिक्षा विभाग को देना होगा। विभाग द्वारा कॉलेजों को रूसा के तहत 40 करोड़ रुपये की जारी की गई ग्रांट का शिक्षा विभाग पोस्टमार्टम करने वाला है।
कौन से कॉलेज ने ग्रांट से क्या काम करने का प्लान बनाया और इसमें संस्थान कहां तक सफल हुआ, इस पर कॉलेज प्रिंसिपलों से जवाब मांगा गया है। इसके साथ ही 20 अन्य कॉलजों को पिछली दी गई रूसा ग्रांट के बारे में भी ब्यौरा मांगा गया है। गौर हो कि अब विभाग में रूसा हेड का कार्यभार सतीश शर्मा को सौंपा गया है।
पहले इस योजना के हेड डॉ. अमर देव थे। अब डॉ. सतीश की अध्यक्षता में पहली बैठक विभाग में इस माह के अंत में आयोजित होने वाली है। इसमें सभी कॉलेजों से Utilization Certificate मांगा गया है। गौर हो कि अभी दूसरे चरण के तहत पिछले माह जारी की गई दो करोड़ रुपये की ग्रांट के लिए भी आगामी योजना की रूपरेखा सभी कॉलेजों को एक हफ्ते के भीतर बताने के लिए भी कहा है। इसकी रिपोर्ट में कॉलेजों का अभी तक का रूसा बजट से विकासात्मक ब्यौरा भी सौंपने के लिए कहा है।
क्या आ रही है दिक्कतें, केंद्र को सौंपी जाएगी रिपोर्ट:
रूसा के क्रियान्वयन में क्या दिक्कतें पेश आ रही हैं। इस पर भी दोबारा से एक रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसकी रिपोर्ट को केंद्र सरकार को भी सौंपा जाने वाला हैै। अभी पहली दो बैठक में यह सामने आ चुका है कि करोड़ों की ग्रांट भले ही रूसा के तहत कॉलेजों को दी गई हो, लेकिन रूसा प्रणाली से कॉलेज प्रिंसिपल परेशान जरूर हैं।
कौन से कॉलेज ने ग्रांट से क्या काम करने का प्लान बनाया और इसमें संस्थान कहां तक सफल हुआ, इस पर कॉलेज प्रिंसिपलों से जवाब मांगा गया है। इसके साथ ही 20 अन्य कॉलजों को पिछली दी गई रूसा ग्रांट के बारे में भी ब्यौरा मांगा गया है। गौर हो कि अब विभाग में रूसा हेड का कार्यभार सतीश शर्मा को सौंपा गया है।
पहले इस योजना के हेड डॉ. अमर देव थे। अब डॉ. सतीश की अध्यक्षता में पहली बैठक विभाग में इस माह के अंत में आयोजित होने वाली है। इसमें सभी कॉलेजों से Utilization Certificate मांगा गया है। गौर हो कि अभी दूसरे चरण के तहत पिछले माह जारी की गई दो करोड़ रुपये की ग्रांट के लिए भी आगामी योजना की रूपरेखा सभी कॉलेजों को एक हफ्ते के भीतर बताने के लिए भी कहा है। इसकी रिपोर्ट में कॉलेजों का अभी तक का रूसा बजट से विकासात्मक ब्यौरा भी सौंपने के लिए कहा है।
क्या आ रही है दिक्कतें, केंद्र को सौंपी जाएगी रिपोर्ट:
रूसा के क्रियान्वयन में क्या दिक्कतें पेश आ रही हैं। इस पर भी दोबारा से एक रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसकी रिपोर्ट को केंद्र सरकार को भी सौंपा जाने वाला हैै। अभी पहली दो बैठक में यह सामने आ चुका है कि करोड़ों की ग्रांट भले ही रूसा के तहत कॉलेजों को दी गई हो, लेकिन रूसा प्रणाली से कॉलेज प्रिंसिपल परेशान जरूर हैं।