हमीरपुर/शिमला: स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षक अब
सावधान हो जाएं क्योंकि अब स्कूल से 'बंक' मारना उन्हें महंगा पड़ सकता है।
बता दें कि ब्लॉक हेडक्वाटर के 8 स्कूलों में टीचिंग और नान टीचिंग स्टाफ
की हाजिरी लगाने काे बायोमैट्रिक मशीनें पहुंच गई हैं।
मशीन से हाजिरी लगाने का क्रम शुरू होते ही टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ की हाजिरी का डॉटा स्कूल तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इस डाटा को उसी दिन निदेशालय स्तर से लेकर दिल्ली में बैठकर भी एन.आई.सी. की साइट पर जाकर कोई भी चैक कर सकेगा।
स्कूलों में किया जाएगा फिट
बता दें कि हमीरपुर जिला की बात की जाए तो यहां हमीरपुर बाल सीनियर सैकंडरी और गर्ल्ज सीनियर सैकंडरी स्कूल, नादौन में बाल और गर्ल्ज सीनियर सैकंडरी स्कूल, सुजानपुर, टौणीदेवी, बड़सर, बिझड़ सीनियर सैकंडरी स्कूल इस आधुनिक हाईटैक सुविधा से लैस होंगे। इन स्कूलों को यह बायोमैट्रिक मशीनें सप्लाई इसी सप्ताह हुई हैं। इतना ही नहीं टीचिंग स्टाफ को तो स्कूल में सुबह 9:00 से शाम 3:00 बजे रहना पड़ता है, लेकिन नॉन टीचिंग स्टाफ को शाम 5:00 बजे स्कूल कार्यालय में बैठना होता है, लेकिन स्कूल में 3:00 बजे छुट्टी हो जाने से उसके बाद यह स्टाफ मनमर्जी का मालिक होता है। अकसर देखने को मिलता है कि नॉन टीचिंग स्टाफ शाम 4:00 से 4:30 बजे के बीच घर के लिए खिसक जाता है। अब मशीन से हाजिरी लगने पर ऐसे लोगों के बंक पर लगाम कसेगी, वहीं यह मशीन धीरे-धीरे टाइम से ड्यूटी पर आने और जाने की आदत डालकर उनमें अनुशासन बढ़ाने का काम भी करेगी।
शिक्षकों को लेट आना पड़ेगा महंगा
बताया जा रहा है कि अब जो शिक्षक या कर्मचारी अधिकारी हर रोज स्कूल लेट पहुंचना उसे महंगा साबित होगा। टीचर माना एक हफ्ते में एक-एक घंटा करके 6 घंटे लेट होंगे तो उनकी एक लीव काट जाएगी। क्योंकि इनका ड्यूटी टाइम 6 घंटे हैं। इस रिकार्ड को मशीन ऑनलाइन ही तैयार कर लेगी। हमीरपुर के डिप्टी डायरेक्टर हायर सोमदत्त सांख्यान ने कहा है कि हमीरपुर जिला में 8 सीनियर सेकंडरी स्कूलों के लिए बायोमैट्रिक मशीनें आ गई हैं। जिन्हें स्कूलों को भेज दिया है। अब निदेशालय तो क्या स्टेट के बाहर भी एन.आई.सी. की साइट पर हाजिरी का डाटा ऑनलाइन उसी दिन चैक हो जाया करेगा।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
मशीन से हाजिरी लगाने का क्रम शुरू होते ही टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ की हाजिरी का डॉटा स्कूल तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इस डाटा को उसी दिन निदेशालय स्तर से लेकर दिल्ली में बैठकर भी एन.आई.सी. की साइट पर जाकर कोई भी चैक कर सकेगा।
स्कूलों में किया जाएगा फिट
बता दें कि हमीरपुर जिला की बात की जाए तो यहां हमीरपुर बाल सीनियर सैकंडरी और गर्ल्ज सीनियर सैकंडरी स्कूल, नादौन में बाल और गर्ल्ज सीनियर सैकंडरी स्कूल, सुजानपुर, टौणीदेवी, बड़सर, बिझड़ सीनियर सैकंडरी स्कूल इस आधुनिक हाईटैक सुविधा से लैस होंगे। इन स्कूलों को यह बायोमैट्रिक मशीनें सप्लाई इसी सप्ताह हुई हैं। इतना ही नहीं टीचिंग स्टाफ को तो स्कूल में सुबह 9:00 से शाम 3:00 बजे रहना पड़ता है, लेकिन नॉन टीचिंग स्टाफ को शाम 5:00 बजे स्कूल कार्यालय में बैठना होता है, लेकिन स्कूल में 3:00 बजे छुट्टी हो जाने से उसके बाद यह स्टाफ मनमर्जी का मालिक होता है। अकसर देखने को मिलता है कि नॉन टीचिंग स्टाफ शाम 4:00 से 4:30 बजे के बीच घर के लिए खिसक जाता है। अब मशीन से हाजिरी लगने पर ऐसे लोगों के बंक पर लगाम कसेगी, वहीं यह मशीन धीरे-धीरे टाइम से ड्यूटी पर आने और जाने की आदत डालकर उनमें अनुशासन बढ़ाने का काम भी करेगी।
शिक्षकों को लेट आना पड़ेगा महंगा
बताया जा रहा है कि अब जो शिक्षक या कर्मचारी अधिकारी हर रोज स्कूल लेट पहुंचना उसे महंगा साबित होगा। टीचर माना एक हफ्ते में एक-एक घंटा करके 6 घंटे लेट होंगे तो उनकी एक लीव काट जाएगी। क्योंकि इनका ड्यूटी टाइम 6 घंटे हैं। इस रिकार्ड को मशीन ऑनलाइन ही तैयार कर लेगी। हमीरपुर के डिप्टी डायरेक्टर हायर सोमदत्त सांख्यान ने कहा है कि हमीरपुर जिला में 8 सीनियर सेकंडरी स्कूलों के लिए बायोमैट्रिक मशीनें आ गई हैं। जिन्हें स्कूलों को भेज दिया है। अब निदेशालय तो क्या स्टेट के बाहर भी एन.आई.सी. की साइट पर हाजिरी का डाटा ऑनलाइन उसी दिन चैक हो जाया करेगा।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC