प्रदेश स्कूल शिक्षा
बोर्ड की दसवीं और जमा दो कक्षा की मेरिट लिस्ट में शुमार दस हजार मेधावी
बच्चों को लैपटॉप प्राप्त करने के लिए अभी और अधिक इंतजार करना पड़ेगा।
टेंडर खोलने के 17 दिन बाद भी शिक्षा विभाग ने कंपनी का चयन कर टेंडर की
अलॉटमेंट नहीं की है।
दसवीं और जमा दो कक्षा के पांच-पांच हजार मेधावी
बच्चों को राज्य सरकार ने लैपटॉप देने का फैसला लिया है। साल 2016 की मेरिट
लिस्ट में शामिल बच्चों को यह लैपटॉप दिए जाने हैं। शिक्षा विभाग ने
लैपटॉप खरीद का स्टेट इलेक्ट्रानिक डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड को जिम्मा
सौंपा है।
कारपोरेशन ने 29 जुलाई तक कंपनियों से लैपटॉप खरीद के लिए टेंडर आमंत्रित किए थे। 29 जुलाई को दस हजार बच्चों को दिए जाने वाले लैपटॉप की खरीद के लिए चार कंपनियों ने टेक्निकल बिड में भाग लिया। इलेक्ट्रानिक डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के शिमला ऑफिस में टेंडर खोले गए।
टेंडर अवार्ड करने की अगली प्रक्रिया के तहत अब फाइनेंशियल बिड की जानी है, लेकिन बीते 17 दिन के दौरान इसको लेकर कोई भी फैसला नहीं हो सका है। ऐसे में लैपटॉप वितरण का काम लटक गया है।
कारपोरेशन ने 29 जुलाई तक कंपनियों से लैपटॉप खरीद के लिए टेंडर आमंत्रित किए थे। 29 जुलाई को दस हजार बच्चों को दिए जाने वाले लैपटॉप की खरीद के लिए चार कंपनियों ने टेक्निकल बिड में भाग लिया। इलेक्ट्रानिक डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के शिमला ऑफिस में टेंडर खोले गए।
टेंडर अवार्ड करने की अगली प्रक्रिया के तहत अब फाइनेंशियल बिड की जानी है, लेकिन बीते 17 दिन के दौरान इसको लेकर कोई भी फैसला नहीं हो सका है। ऐसे में लैपटॉप वितरण का काम लटक गया है।