मंडी: प्राथमिक स्कूलों में तैनात 3240 प्राथमिक सहायक
अध्यापकों (पैट) को 14 वर्ष की सेवा के बाद भी नियमित नहीं किया जा रहा
है। बीते दिन सरकार ने हालांकि पैट के वेतनमान में 2100 रुपए की वृद्धि कर
उन्हें तोहफा दिया है लेकिन प्राथमिक सहायक अध्यापक सरकार के निर्णय से
नाखुश नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि बीते कई वर्षों से पैट शिक्षक सरकार व शिक्षा विभाग से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं लेकिन 14 वर्ष बीत जाने पर भी उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जा रहा है। वर्तमान में पैट को 8,900 रुपए मासिक वेतन दिया जा रहा है। प्राथमिक सहायक अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष मदन ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने 14 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने वाले जलवाहकों व सेवादारों को नियमित करने का निर्णय लिया है लेकिन 14 वर्ष की सेवा करने वाले पैट शिक्षकों को मात्र वेतन में वृद्धि की गई है जोकि बहुत कम है।
उन्होंने कहा नियमितीकरण को लेकर सभी पैट शिक्षक सभी औपचारिकताएं पूरी करते हैं। बावजूद इसके अभी तक उन्हें नियमित करने के अलावा उनके लिए कोई नीति नहीं बनाई गई है। उन्होंने सी.एम. वीरभद्र सिंह से मांग उठाई है कि आगामी सत्र के शुरू होने से पूर्व सभी पैट शिक्षकों को बिना शर्त नियमित किया जाए। उधर, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष जी.एस. बेदी. वरिष्ठ उपप्रधान प्रमोद कपिल, मंडी के जिलाध्यक्ष प्रेम सिंह ठाकुर, महासचिव रमेश चौहान व सदर खंड के प्रधान ललित शर्मा ने सरकार से मांग उठाई है कि पैट के लिए शीघ्र ठोस नीति बनाकर नियमित किया जाए ताकि लंबे समय से संघर्ष कर रहे उक्त वर्ग के शिक्षकों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि इस संबंध में संघ का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश सरकार से मिलेगा।
6 को होगी पैट की सुनवाई
प्राथमिक सहायक अध्यापक संघ (पैट) की उच्चतम न्यायालय में चल रहे केस की सुनवाई मंगलवार को हुई। संघ के प्रदेशाध्यक्ष मदन ठाकुर ने कहा कि अब संघ के केस की आगामी सुनवाई 6 दिसम्बर को होगी।
उल्लेखनीय है कि बीते कई वर्षों से पैट शिक्षक सरकार व शिक्षा विभाग से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं लेकिन 14 वर्ष बीत जाने पर भी उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जा रहा है। वर्तमान में पैट को 8,900 रुपए मासिक वेतन दिया जा रहा है। प्राथमिक सहायक अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष मदन ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने 14 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने वाले जलवाहकों व सेवादारों को नियमित करने का निर्णय लिया है लेकिन 14 वर्ष की सेवा करने वाले पैट शिक्षकों को मात्र वेतन में वृद्धि की गई है जोकि बहुत कम है।
उन्होंने कहा नियमितीकरण को लेकर सभी पैट शिक्षक सभी औपचारिकताएं पूरी करते हैं। बावजूद इसके अभी तक उन्हें नियमित करने के अलावा उनके लिए कोई नीति नहीं बनाई गई है। उन्होंने सी.एम. वीरभद्र सिंह से मांग उठाई है कि आगामी सत्र के शुरू होने से पूर्व सभी पैट शिक्षकों को बिना शर्त नियमित किया जाए। उधर, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष जी.एस. बेदी. वरिष्ठ उपप्रधान प्रमोद कपिल, मंडी के जिलाध्यक्ष प्रेम सिंह ठाकुर, महासचिव रमेश चौहान व सदर खंड के प्रधान ललित शर्मा ने सरकार से मांग उठाई है कि पैट के लिए शीघ्र ठोस नीति बनाकर नियमित किया जाए ताकि लंबे समय से संघर्ष कर रहे उक्त वर्ग के शिक्षकों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि इस संबंध में संघ का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश सरकार से मिलेगा।
6 को होगी पैट की सुनवाई
प्राथमिक सहायक अध्यापक संघ (पैट) की उच्चतम न्यायालय में चल रहे केस की सुनवाई मंगलवार को हुई। संघ के प्रदेशाध्यक्ष मदन ठाकुर ने कहा कि अब संघ के केस की आगामी सुनवाई 6 दिसम्बर को होगी।