ठियोग | सिंचाईएवं जनस्वास्थ्य विभाग अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश
अध्यक्ष मस्तराम ब्रागटा ने सरकार से आग्रह किया है कि प्रदेश में कार्यरत
कनिष्ठ अभियंताओं को द्वितीय श्रेणी अधिकारी का दर्जा दिया जाए।
ब्रागटा ने अपने बयान में कहा है कि वर्ष 1989 में तत्कालीन इंजीनियरर्स एसोसिएशन के प्रमुख भारद्वाज ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से कनिष्ठ अभियंताओं को द्वितीय श्रेणी का दर्जा देने के आदेश करवाए थे। बाद में 1990 में सत्ता परिवर्तन के बाद से यह मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। संघ के अनुसार शिक्षा विभाग में प्रवक्ताओं को सरकार द्वितीय श्रेणी का दर्जा दे चुकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मांग पर विचार कर आदेश जारी करने की गुहार लगाई है।
ब्रागटा ने अपने बयान में कहा है कि वर्ष 1989 में तत्कालीन इंजीनियरर्स एसोसिएशन के प्रमुख भारद्वाज ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से कनिष्ठ अभियंताओं को द्वितीय श्रेणी का दर्जा देने के आदेश करवाए थे। बाद में 1990 में सत्ता परिवर्तन के बाद से यह मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। संघ के अनुसार शिक्षा विभाग में प्रवक्ताओं को सरकार द्वितीय श्रेणी का दर्जा दे चुकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मांग पर विचार कर आदेश जारी करने की गुहार लगाई है।