ब्यूरो/अमर उजाला, शिमला सरकार ने दसवी और जमा दो कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में नब्बे फीसदी से अधिक परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों का चयन करने को कमेटी का गठन किया है। अतिरिक्त निदेशक उच्च शिक्षा एमएल आजाद को इसका चेयरमैन नियुक्त किया है।
कमेटी में उपनिदेशक उच्च शिक्षा निदेशालय अमर सिंह, उपनिदेशक हमीरपुर सोमनाथ, सहायक निदेशक उच्च शिक्षा निदेशालय विभा जगत और प्रिंसिपल संजौली स्कूल पवन कुमार सोनी बतौर सदस्य शामिल किए गए हैं।
मुख्यमंत्री शिक्षक सम्मान योजना के तहत गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षकों सहित स्कूल प्रिंसिपलों और हैडमास्टरों को नौकरी में एक साल का सेवाविस्तार दिया जाएगा। लगातार 5 साल तक उत्कृष्ट परिणाम देने वाले शिक्षकों को सम्मानित करते हुए सरकार एक साल का सेवाविस्तार देने का फैसला लिया है।
बेहतर परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों में सरकार ने टीजीटी, पीजीटी, हेडमास्टर और प्रिंसिपलों को शामिल किया है। टीजीटी, पीजीटी को जहां विषयवार लगातार पांच साल तक 90 फीसदी से अधिक परिणाम देने पर सम्मानित किया जाएगा। हेडमास्टरों को दसवीं और प्रिंसिपलों को जमा दो कक्षा में 90 फीसदी परीक्षा परिणाम देने पर सम्मानित किया जाएगा।
सरकार ने शिक्षकों के चयन प्रक्रिया की गाइडलाइन जारी करते हुए बताया कि उसी शिक्षक का चयन किया जाएगा, जिसकी कक्षा में पास होने वाले विद्यार्थियों के एवरेज अंक 60 फीसदी से अधिक होंगे। कक्षा में दस से कम विद्यार्थी नहीं होने चाहिए। लगातार दस साल तक 90 फीसदी से अधिक परिणाम देने वाले शिक्षकों को दो साल सेवा विस्तार दिया जाएगा।
तीसरी बार भी 90 फीसदी से अधिक परिणाम देने वाले शिक्षकों को तीसरे साल के लिए सेवा विस्तार नहीं दिया जाएगा। ऐसे शिक्षकों को 11 हजार रुपये की इनाम राशि मिलेगी। चयनित शिक्षकों को 15 अगस्त और 25 जनवरी को जिला स्तर पर कार्यक्रमों में सम्मानित किया जाएगा।
कमेटी में उपनिदेशक उच्च शिक्षा निदेशालय अमर सिंह, उपनिदेशक हमीरपुर सोमनाथ, सहायक निदेशक उच्च शिक्षा निदेशालय विभा जगत और प्रिंसिपल संजौली स्कूल पवन कुमार सोनी बतौर सदस्य शामिल किए गए हैं।
मुख्यमंत्री शिक्षक सम्मान योजना के तहत गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षकों सहित स्कूल प्रिंसिपलों और हैडमास्टरों को नौकरी में एक साल का सेवाविस्तार दिया जाएगा। लगातार 5 साल तक उत्कृष्ट परिणाम देने वाले शिक्षकों को सम्मानित करते हुए सरकार एक साल का सेवाविस्तार देने का फैसला लिया है।
बेहतर परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों में सरकार ने टीजीटी, पीजीटी, हेडमास्टर और प्रिंसिपलों को शामिल किया है। टीजीटी, पीजीटी को जहां विषयवार लगातार पांच साल तक 90 फीसदी से अधिक परिणाम देने पर सम्मानित किया जाएगा। हेडमास्टरों को दसवीं और प्रिंसिपलों को जमा दो कक्षा में 90 फीसदी परीक्षा परिणाम देने पर सम्मानित किया जाएगा।
सरकार ने शिक्षकों के चयन प्रक्रिया की गाइडलाइन जारी करते हुए बताया कि उसी शिक्षक का चयन किया जाएगा, जिसकी कक्षा में पास होने वाले विद्यार्थियों के एवरेज अंक 60 फीसदी से अधिक होंगे। कक्षा में दस से कम विद्यार्थी नहीं होने चाहिए। लगातार दस साल तक 90 फीसदी से अधिक परिणाम देने वाले शिक्षकों को दो साल सेवा विस्तार दिया जाएगा।
तीसरी बार भी 90 फीसदी से अधिक परिणाम देने वाले शिक्षकों को तीसरे साल के लिए सेवा विस्तार नहीं दिया जाएगा। ऐसे शिक्षकों को 11 हजार रुपये की इनाम राशि मिलेगी। चयनित शिक्षकों को 15 अगस्त और 25 जनवरी को जिला स्तर पर कार्यक्रमों में सम्मानित किया जाएगा।