प्रदेश सरकार कंप्यूटर अध्यापकों के हितों को ध्यान में रखते हुए शीघ्र ठोस
नीति बनाए। ताकि प्रदेश भर के स्कूलों में 16 वर्षों से शिक्षा प्रदान रहे
कंप्यूटर अध्यापकों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
यह बात प्रदेश कंप्यूटर शिक्षक संघ पूर्व अध्यक्ष रोशन मेहता ने राज्य भर के कंप्यूटर अध्यापकों के वर्षों पुरानी मांग को उठाते हुए कही है। इससे पहले राज्य भर के कंप्यूटर अध्यापकों बैठक की जिसमें 250 के करीब कंप्यूटर अध्यापकों ने भाग लेकर अगली रणनीति तैयार की हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह एक माह में कंप्यूटर शिक्षकों को अनुबंध आधार पर लाकर उनके लिए अनुबंध नीति की घोषणा करें। इस दौरान हिमाचल प्रदेश कंप्यूटर शिक्षक संघ के हर पदाधिकारी सरकार विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रस्तावित वेतन वृद्वि की कड़ी आलोचना की हैं। सर्वसम्मति यह फैसला लिया है कि 16 वर्षों की नियमित सेवा के बावजूद सरकार अनुबंध नीति में क्यों नहीं ले लेती। इस दौरान सभी शिक्षकों ने हल्फनामा दिया है कि विभाग द्वारा अधिसूचित भर्ती पदोन्नति नियमों के अंतर्गत लाया जाए और जो शिक्षक योग्यता पूरी नहीं करते हैं, उन्हें समय दिया जाए अन्यथा और विकल्प ढूंडा जाए। इस दौरान दलजीत मिन्हास, राकेश शर्मा, अजय राणा, नरेन्द्र गुप्ता, विनय शर्मा, वीरेंद्र, राजेश पटियाल, बलवंत, विशाल शर्मा, सुनील शर्मा, देश राज ठाकुर, दिनेश धर्माणी भी मौजूद थे।
यह बात प्रदेश कंप्यूटर शिक्षक संघ पूर्व अध्यक्ष रोशन मेहता ने राज्य भर के कंप्यूटर अध्यापकों के वर्षों पुरानी मांग को उठाते हुए कही है। इससे पहले राज्य भर के कंप्यूटर अध्यापकों बैठक की जिसमें 250 के करीब कंप्यूटर अध्यापकों ने भाग लेकर अगली रणनीति तैयार की हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह एक माह में कंप्यूटर शिक्षकों को अनुबंध आधार पर लाकर उनके लिए अनुबंध नीति की घोषणा करें। इस दौरान हिमाचल प्रदेश कंप्यूटर शिक्षक संघ के हर पदाधिकारी सरकार विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रस्तावित वेतन वृद्वि की कड़ी आलोचना की हैं। सर्वसम्मति यह फैसला लिया है कि 16 वर्षों की नियमित सेवा के बावजूद सरकार अनुबंध नीति में क्यों नहीं ले लेती। इस दौरान सभी शिक्षकों ने हल्फनामा दिया है कि विभाग द्वारा अधिसूचित भर्ती पदोन्नति नियमों के अंतर्गत लाया जाए और जो शिक्षक योग्यता पूरी नहीं करते हैं, उन्हें समय दिया जाए अन्यथा और विकल्प ढूंडा जाए। इस दौरान दलजीत मिन्हास, राकेश शर्मा, अजय राणा, नरेन्द्र गुप्ता, विनय शर्मा, वीरेंद्र, राजेश पटियाल, बलवंत, विशाल शर्मा, सुनील शर्मा, देश राज ठाकुर, दिनेश धर्माणी भी मौजूद थे।