जागरण संवाददाता, कागड़ा : राजकीय प्राथमिक शिक्षा संघ खंड कागड़ा ने प्रदेश
सरकार व चुनाव आयोग से प्राथमिक शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी न लगाने की मांग
की है। संघ के प्रधान कमलजीत और महासचिव सुशील कुमार सिहोतरा ने बताया कि
प्राथमिक शिक्षकों की इलेक्ट्रल रोल और बीएलओ के लिए ड्यूटी लगाई गई है।
इससे पाठशालों में शिक्षण व अन्य कार्य प्रभावित होंगे।
प्राथमिक पाठशालाओं में शिक्षकों की पहले ही कमी है और पाठशाला में एक या दो अध्यापक ही सेवारत हैं। एक अध्यापक की ड्यूटी बीएलओ के रूप में व दूसरे की ड्यूटी रिजनल ऑफिसर इलेक्ट्रल रोल के लिए लगाई गई है। दोनों अध्यापकों की रिहर्सल रखी गई है। ऐसे में पाठशालाएं अध्यापक रहित हो गई हैं। हालांकि खंड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी कागड़ा ने पाठशालाओं के संचालन की व्यवस्था की है, लेकिन मार्च में वार्षिक परीक्षाएं शुरू होनी हैं और पाठशालाओं में अध्यापकों की जरूरत है। इसके साथ ही विभागीय आदेश हैं कि प्रतिदिन मिड-डे मील की रिपोर्ट का मैसेज विभागीय कार्यालय को करना जरूरी है। ऐसा न करने पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाती है। इससे भी अध्यापक परेशान हैं। दोनों अध्यापकों की ड्यूटी लगने से मिड-डे मील की रिपोर्ट भेजना कठिन हो गया है। प्राथमिक शिक्षक संघ ने प्रदेश सरकार व चुनाव आयोग से माग की है कि स्टाफ को देखकर ही शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि सीनियर सेकेंडरी पाठशालाओं में अधिक स्टाफ होता है। अत: इस कार्य के लिए उनकी ड्यूटी लगाई जाए, ताकि प्राथमिक स्कूलों के अध्यापकों को परेशानी का सामना न करना पड़े और स्कूलों में पढ़ाई भी प्रभावित न हो।
प्राथमिक पाठशालाओं में शिक्षकों की पहले ही कमी है और पाठशाला में एक या दो अध्यापक ही सेवारत हैं। एक अध्यापक की ड्यूटी बीएलओ के रूप में व दूसरे की ड्यूटी रिजनल ऑफिसर इलेक्ट्रल रोल के लिए लगाई गई है। दोनों अध्यापकों की रिहर्सल रखी गई है। ऐसे में पाठशालाएं अध्यापक रहित हो गई हैं। हालांकि खंड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी कागड़ा ने पाठशालाओं के संचालन की व्यवस्था की है, लेकिन मार्च में वार्षिक परीक्षाएं शुरू होनी हैं और पाठशालाओं में अध्यापकों की जरूरत है। इसके साथ ही विभागीय आदेश हैं कि प्रतिदिन मिड-डे मील की रिपोर्ट का मैसेज विभागीय कार्यालय को करना जरूरी है। ऐसा न करने पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाती है। इससे भी अध्यापक परेशान हैं। दोनों अध्यापकों की ड्यूटी लगने से मिड-डे मील की रिपोर्ट भेजना कठिन हो गया है। प्राथमिक शिक्षक संघ ने प्रदेश सरकार व चुनाव आयोग से माग की है कि स्टाफ को देखकर ही शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि सीनियर सेकेंडरी पाठशालाओं में अधिक स्टाफ होता है। अत: इस कार्य के लिए उनकी ड्यूटी लगाई जाए, ताकि प्राथमिक स्कूलों के अध्यापकों को परेशानी का सामना न करना पड़े और स्कूलों में पढ़ाई भी प्रभावित न हो।