संवाद सहयोगी, मंडी : शिक्षा विभाग के ऑनलाइन होने के दावे पूरी तरह से
खोखले साबित हो रहे हैं। आलम यह है कि विभाग ने सात माह से कर्मचारियों का
रिकॉर्ड ही अपडेट नहीं किया है। इसका खुलासा सात माह पहले मर चुके शिक्षक
के तबादला ऑर्डर जारी होने से हुआ है।
रिकॉर्ड समय पर अपडेट न होने से अब इस दुनिया से जा चुके शिक्षकों के भी तबादले हो रहे हैं। जिला मंडी के एक स्कूल में ऐसा मामला सामने आया है, इससे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। सरकाघाट के हरी बैहना स्कूल से जिस अध्यापक का तबादला सुधराणी स्कूल के लिए किया गया, उसकी जुलाई 2017 में मौत हो गई है। लेकिन 9 फरवरी 2018 को इस शिक्षक के विभाग ने तबादला के आदेश जारी कर दिए। जैसे ही आदेश शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय पहुंचे तो उन्हें मिडल स्कूल हरी बैहना में कंवर लाल नाम का पीईटी कार्यरत नहीं मिला। इस पर उपनिदेशक ने ऑर्डर रोक दिए। विभाग के इस तरह के सुस्त रवैये से तबादले की आस में बैठे शिक्षकों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
-------
शिक्षक के तबादले के आदेश स्कूल नहीं भेजे गए थे। कार्यालय में तबादला आदेश पहुंचने पर जब यहां इस नाम का शिक्षक नहीं मिला तो आदेश की कापी वापस निदेशालय भेज दी।
-केडी शर्मा, उपनिदेशक, प्रारंभिक शिक्षा विभाग, मंडी।
रिकॉर्ड समय पर अपडेट न होने से अब इस दुनिया से जा चुके शिक्षकों के भी तबादले हो रहे हैं। जिला मंडी के एक स्कूल में ऐसा मामला सामने आया है, इससे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। सरकाघाट के हरी बैहना स्कूल से जिस अध्यापक का तबादला सुधराणी स्कूल के लिए किया गया, उसकी जुलाई 2017 में मौत हो गई है। लेकिन 9 फरवरी 2018 को इस शिक्षक के विभाग ने तबादला के आदेश जारी कर दिए। जैसे ही आदेश शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय पहुंचे तो उन्हें मिडल स्कूल हरी बैहना में कंवर लाल नाम का पीईटी कार्यरत नहीं मिला। इस पर उपनिदेशक ने ऑर्डर रोक दिए। विभाग के इस तरह के सुस्त रवैये से तबादले की आस में बैठे शिक्षकों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
-------
शिक्षक के तबादले के आदेश स्कूल नहीं भेजे गए थे। कार्यालय में तबादला आदेश पहुंचने पर जब यहां इस नाम का शिक्षक नहीं मिला तो आदेश की कापी वापस निदेशालय भेज दी।
-केडी शर्मा, उपनिदेशक, प्रारंभिक शिक्षा विभाग, मंडी।