राच्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश में जिन शिक्षकों का बोर्ड परीक्षा का
परिणाम घटा है, उनकी रिपोर्ट उच्च शिक्षा निदेशालय को भेजनी होगी। इस संबंध
में उच्च शिक्षा निदेशालय की संयुक्त निदेशक डॉ. सोनिया ठाकुर ने सोमवार
को निर्देश जारी किए हैं।
इसके तहत उपनिदेशकों को 16 अगस्त तक शिक्षकों का रिकॉर्ड भेजने को कहा है।
तय समय पर रिपोर्ट नहीं पहुंचती है तो निदेशालय उपनिदेशकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा। रिपोर्ट आने के बाद ऐसे शिक्षकों की इंक्रीमेंट रोक दी जाएगी। शिक्षा विभाग खराब परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई में सुस्त रवैया अपना रहा है। इस कारण कई स्कूलों से शिक्षकों के तबादले हो चुके हैं। जिन शिक्षकों का बोर्ड परीक्षा का परिणाम पहले के मुकाबले आधा रह गया है, वे अब नहीं बच पाएंगे। नीति में स्पष्ट किया गया है कि जिस शिक्षक ने नौ महीने से अधिक तक समय तक पढ़ाया है, परिणाम के लिए उसी की जवाबदेही तय की गई है। इसके अलावा बोर्ड की परीक्षा का परिणाम घटने की स्थिति में उसी शिक्षक पर कार्रवाई होगी जिसकी कक्षा में पाच से अधिक बच्चे होंगे। 39 शिक्षकों की इंक्रीमेंट रोकी
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में 25 फीसद से कम परिणाम देने वाले 39 शिक्षकों की एक इंक्रीमेंट रोक दी गई है। इस कार्रवाई को शिक्षकों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में भी जोड़ा जाएगा। बिलासपुर के आठ, ऊना के तीन, सोलन के तीन, शिमला के दो, कांगड़ा के 10, मंडी के पांच, हमीरपुर के छह और कुल्लू व चंबा के एक-एक शिक्षक की इंक्रीमेंट रोक दी गई है।
जिस शिक्षक का बोर्ड की परीक्षा में परिणाम पिछले साल के मुकाबले आधे से भी कम हो गया है, उन सभी की रिपोर्ट मंगवाई गई है। रिपोर्ट आने के बाद इन सभी की इंक्रीमेंट रोकने के निर्देश जारी किए जाएंगे।
डॉ. सोनिया ठाकुर, संयुक्त निदेशक, उच्च शिक्षा निदेशालय।
इसके तहत उपनिदेशकों को 16 अगस्त तक शिक्षकों का रिकॉर्ड भेजने को कहा है।
तय समय पर रिपोर्ट नहीं पहुंचती है तो निदेशालय उपनिदेशकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा। रिपोर्ट आने के बाद ऐसे शिक्षकों की इंक्रीमेंट रोक दी जाएगी। शिक्षा विभाग खराब परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई में सुस्त रवैया अपना रहा है। इस कारण कई स्कूलों से शिक्षकों के तबादले हो चुके हैं। जिन शिक्षकों का बोर्ड परीक्षा का परिणाम पहले के मुकाबले आधा रह गया है, वे अब नहीं बच पाएंगे। नीति में स्पष्ट किया गया है कि जिस शिक्षक ने नौ महीने से अधिक तक समय तक पढ़ाया है, परिणाम के लिए उसी की जवाबदेही तय की गई है। इसके अलावा बोर्ड की परीक्षा का परिणाम घटने की स्थिति में उसी शिक्षक पर कार्रवाई होगी जिसकी कक्षा में पाच से अधिक बच्चे होंगे। 39 शिक्षकों की इंक्रीमेंट रोकी
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में 25 फीसद से कम परिणाम देने वाले 39 शिक्षकों की एक इंक्रीमेंट रोक दी गई है। इस कार्रवाई को शिक्षकों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में भी जोड़ा जाएगा। बिलासपुर के आठ, ऊना के तीन, सोलन के तीन, शिमला के दो, कांगड़ा के 10, मंडी के पांच, हमीरपुर के छह और कुल्लू व चंबा के एक-एक शिक्षक की इंक्रीमेंट रोक दी गई है।
जिस शिक्षक का बोर्ड की परीक्षा में परिणाम पिछले साल के मुकाबले आधे से भी कम हो गया है, उन सभी की रिपोर्ट मंगवाई गई है। रिपोर्ट आने के बाद इन सभी की इंक्रीमेंट रोकने के निर्देश जारी किए जाएंगे।
डॉ. सोनिया ठाकुर, संयुक्त निदेशक, उच्च शिक्षा निदेशालय।