ब्यूरो/अमर उजाला, शिमला प्रिंसिपल और प्रवक्ताओं से प्रताड़ित छात्र ने न्याय पाने के लिए कई सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटे, लेकिन उसे कहीं भी न्याय नहीं मिला। थक-हार कर उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई।
प्रधानमंत्री ने कड़ा संज्ञान लेते हुए हिमाचल
सरकार को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जिला कांगड़ा के सरोतड़ी स्कूल के
छात्र अतुल कुमार ने यह शिकायत की है। हिमाचल सरकार ने प्रधानमंत्री
कार्यालय से पत्र मिलते ही उच्च शिक्षा निदेशालय को जांच के आदेश दिए हैं।
बुधवार को उच्च शिक्षा निदेशक दिनकर बुराथोकी ने जिला उपनिदेशक कांगड़ा से दस दिन में जांच रिपोर्ट तलब की है। जिला कांगड़ा के सरोतड़ी स्कूल के छात्र अतुल कुमार ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि मेरे लिए न्याय व्यवस्था फेल हो गई है।
बुधवार को उच्च शिक्षा निदेशक दिनकर बुराथोकी ने जिला उपनिदेशक कांगड़ा से दस दिन में जांच रिपोर्ट तलब की है। जिला कांगड़ा के सरोतड़ी स्कूल के छात्र अतुल कुमार ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि मेरे लिए न्याय व्यवस्था फेल हो गई है।
मुझे असामाजिक तत्वों नहीं शिक्षित और प्रतिष्ठित लोगों ने प्रताड़ित किया है। आरोप है कि स्कूल में प्रिंसिपल, शिक्षक सही ढंग से नहीं पढ़ाते, गालीगलौज करते हैं। मामले की शिकायत एसएमसी प्रधान, पंचायत प्रधान, जिला उपनिदेशक कांगड़ा, तहसीलदार नगरोटा सूरियां, स्थानीय मंत्री, चाइल्ड हेल्पलाइन और मानवाधिकार आयोग से भी की, लेकिन न्याय नहीं मिला।
प्रिंसिपल ने उसे दोषी ठहराते हुए चेतावनी पत्र जारी किया। इस कारण स्कूल छोड़ना पड़ा। छात्र अतुल का आरोप है कि मुझे कॉपी केस में फंसाने की धमकियां भी दी गईं। उधर, पीएमओ से पत्र प्राप्त होते ही हिमाचल सरकार हरकत में आ गई है। जिला उपनिदेशक कांगड़ा को जांच के आदेश दिए गए हैं।
प्रिंसिपल ने उसे दोषी ठहराते हुए चेतावनी पत्र जारी किया। इस कारण स्कूल छोड़ना पड़ा। छात्र अतुल का आरोप है कि मुझे कॉपी केस में फंसाने की धमकियां भी दी गईं। उधर, पीएमओ से पत्र प्राप्त होते ही हिमाचल सरकार हरकत में आ गई है। जिला उपनिदेशक कांगड़ा को जांच के आदेश दिए गए हैं।