मंडी: हिमाचल प्रदेश के 9 जिलों ने सी एंड वी शिक्षकों
की बैचवाइज भर्ती का परिणाम दबा दिया है। इन 9 जिलों के शिक्षा उपनिदेशक
परिणाम घोषित करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
शिमला जिला में अभी सी एंड वी शिक्षकों की बैचवाइज भर्ती चल रही है जबकि मंडी और कांगड़ा जिला भर्ती प्रक्रिया पूरी करके परिणाम भी घोषित कर चुके हैं। शेष बचे 9 जिलों में न तो परिणाम घोषित किया है और न ही इसके बारे में कोई जानकारी दी जा रही है। सी एंड वी शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष चमन शर्मा ने इसके लिए शिक्षा विभाग के उपनिदेशक कार्यालयों के निकम्मेपन को जिम्मेदार ठहराया है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में सी एंड वी शिक्षकों के 18 हजार पद स्वीकृत हैं जिसमें से 5031 पद खाली चल रहे हैं। सी एंड वी शिक्षक संघ के लंबे संघर्ष के बाद राज्य सरकार ने 11 मई, 2016 को सी एंड वी शिक्षकों के 1500 पदों को भरने की मंजूरी प्रदान की। इसमें 750 पद बैचवाइज और 750 पद कमीशन के माध्यम से भरे जाने हैं। सितम्बर, 2016 में प्रदेश भर में बैचवाईज भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई। शिमला जिला को छोड़कर बाकी सभी जिलों में बैचवाईज भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। मंडी और कांगड़ा जिला बैचवाइज भर्ती का परिणाम भी घोषित कर चुके हैं लेकिन बाकी 9 जिले इस परिणाम को घोषित करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
इस बारे में सी एंड वी शिक्षक संघ ने शिक्षा निदेशालय से भी जांच पड़ताल कर ली है, जिसमें पता चला है कि निदेशालय ने कबका परिणाम घोषित करने का फरमान जारी कर दिया है और शिक्षा उपनिदेशक अपने स्तर पर कमेटियां बनकार आर एंड पी निमयों को पूरा करने वालों को तैनाती देने को कहा गया है लेकिन 9 जिलों के शिक्षा उपनिदेशक कार्यालयों ने इस रिजल्ट को दबा दिया है।
इन दिनों स्कूलों में पाठ्यक्रम अपने चरम पर है। कुछ ही महीनों बाद वार्षिक परिणाम होने हैं। अगर ऐसे में यह परिणाम घोषित कर दिया जाता है तो फिर रिक्त पदों पर शिक्षकों को तैनाती मिल जाएगी जिससे बच्चों का ही भला होगा लेकिन बच्चों की भलाई करने के लिए बनाए गए शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय ही इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। अब सी एंड वी शिक्षक संघ ने इस बात को लेकर 20 नवम्बर को प्रदेश भर के सभी शिक्षा उपनिदेशक कार्यालयों का घेराव करने का निर्णय लिया है।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
शिमला जिला में अभी सी एंड वी शिक्षकों की बैचवाइज भर्ती चल रही है जबकि मंडी और कांगड़ा जिला भर्ती प्रक्रिया पूरी करके परिणाम भी घोषित कर चुके हैं। शेष बचे 9 जिलों में न तो परिणाम घोषित किया है और न ही इसके बारे में कोई जानकारी दी जा रही है। सी एंड वी शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष चमन शर्मा ने इसके लिए शिक्षा विभाग के उपनिदेशक कार्यालयों के निकम्मेपन को जिम्मेदार ठहराया है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में सी एंड वी शिक्षकों के 18 हजार पद स्वीकृत हैं जिसमें से 5031 पद खाली चल रहे हैं। सी एंड वी शिक्षक संघ के लंबे संघर्ष के बाद राज्य सरकार ने 11 मई, 2016 को सी एंड वी शिक्षकों के 1500 पदों को भरने की मंजूरी प्रदान की। इसमें 750 पद बैचवाइज और 750 पद कमीशन के माध्यम से भरे जाने हैं। सितम्बर, 2016 में प्रदेश भर में बैचवाईज भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई। शिमला जिला को छोड़कर बाकी सभी जिलों में बैचवाईज भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। मंडी और कांगड़ा जिला बैचवाइज भर्ती का परिणाम भी घोषित कर चुके हैं लेकिन बाकी 9 जिले इस परिणाम को घोषित करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
इस बारे में सी एंड वी शिक्षक संघ ने शिक्षा निदेशालय से भी जांच पड़ताल कर ली है, जिसमें पता चला है कि निदेशालय ने कबका परिणाम घोषित करने का फरमान जारी कर दिया है और शिक्षा उपनिदेशक अपने स्तर पर कमेटियां बनकार आर एंड पी निमयों को पूरा करने वालों को तैनाती देने को कहा गया है लेकिन 9 जिलों के शिक्षा उपनिदेशक कार्यालयों ने इस रिजल्ट को दबा दिया है।
इन दिनों स्कूलों में पाठ्यक्रम अपने चरम पर है। कुछ ही महीनों बाद वार्षिक परिणाम होने हैं। अगर ऐसे में यह परिणाम घोषित कर दिया जाता है तो फिर रिक्त पदों पर शिक्षकों को तैनाती मिल जाएगी जिससे बच्चों का ही भला होगा लेकिन बच्चों की भलाई करने के लिए बनाए गए शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय ही इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। अब सी एंड वी शिक्षक संघ ने इस बात को लेकर 20 नवम्बर को प्रदेश भर के सभी शिक्षा उपनिदेशक कार्यालयों का घेराव करने का निर्णय लिया है।
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