एजुकेशनरिपोर्टर | शिमला एचपी यूनिवर्सिटी में गैर शिक्षकों के चुनाव में इस बार हैरान करने वाले तथ्य सामने रहे हैं। भाजपा, कांग्रेस और माकपा समर्थित कर्मचारियों को इस बार चुनाव के लिए कोई भी बड़ा कर्मचारी नेता नहीं मिल रहा है।
ऐसे में अभी तक कोई भी कर्मचारी गुट तय नहीं कर पाया है कि चुनाव में किस प्रत्याशी को उतारा जाए। जो कर्मचारी नेता हर बार चुनाव में एक्टिव रहते थे, वह इस बार सेवानिवृत्त हो गए हैं। ऐसे में कर्मचारी संघों के कार्यकर्ताओं काे प्रत्याशी ढूंढने के लिए मेहनत करनी पड़ रही है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा, कांग्रेस और माकपा समर्थित कर्मचारी संगठन एक दूसरे के प्रत्याशियों पर निगाहें लगाए हुए हैं। पहले कौन प्रत्याशी को मैदान में उतारता है, उसके बाद ही अाकलन करके अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाएगा। 30 जनवरी से लेकर दो फरवरी तक नामांकन दाखिल करने की तिथि रखी गई है। जबकि अभी तक कर्मचारियों ने अपने उम्मीदवारों की सूची तक नहीं निकाली है। खास बात यह है कि इस वर्ष विधानसभा चुनाव भी होने हैं, ऐसे में जिस भी पार्टी का कर्मचारी गुट जीतकर आएगा, उसे चुनाव में यूनिवर्सिटी से फायदा मिल सकता है। यूनिवर्सिटी में जहां राजनीतिक दल युवाओं को लुभा सकते हैं, वहीं यहां कर्मचारियों का भी एक बड़ा कैडर है। इस बार माकपा, भाजपा और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों में तिकोना मुकाबला होगा। अध्यक्ष पद पर इस बार नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है। क्योंकि, कई कर्मचारी सेवानिवृत्त हो गए हैं।
ऐसे में गैर शिक्षक कर्मचारियों के चुनाव में इस बार भाजपा, कांग्रेस और माकपा समर्थित कर्मचारियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। ईसी सदस्य पद पर जहां कांग्रेस समर्थित कर्मचारियों ने भाजपा समर्थकों का सूपड़ा साफ किया था। ऐसे में भाजपा समर्थित कर्मचारी भी हर हाल में इस चुनाव में जीत चाहते हैं। इससे पहले चौधरी वरयाम सिंह बैंस और हितेश्वर ठाकुर जैसे वरिष्ठ कर्मचारी नेताओं का इन चुनाव में दबदबा रहता था।
ऐसा है चुनाव का शेड्यूल
नामांकनकी तिथि 30 जनवरी से लेकर 2 फरवरी तक रखी गई है। छंटनी प्रक्रिया 2 फरवरी को होगी। नाम वापसी की तिथि 4 फरवरी शाम 4 बजे तक रहेगी। प्रत्याशियों की फाइनल लिस्ट भी 4 फरवरी को घोषित की जाएगी। 8 फरवरी को सुबह 10:30 बजे से चुनाव होंगे और इसी दिन चुनावों के परिणाम की घोषणा भी की जाएगी। गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के चुनाव सात सीटों के लिए होंगे, जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, संयुक्त सचिव, आयोजन सचिव, प्रेस सचिव और कोषाध्यक्ष पद पर चुनाव होंगे।
पिछली बार जीते थे भाजपा समर्थित
पिछलेवर्ष हुए गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के चुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। इसमें अध्यक्ष पद पर भाजपा समर्थित विपन कुमार ने गीता राम जो की कांग्रेस समर्थित थे, को 81 मतों से मात दी थी। महासचिव पद पर महेश कुमार ने मुकेश कुमार को 79 मतों से मात देकर कब्जा जमाया। एचपीयू गैर शिक्षक संघ चुनाव में कुल 524 में से 438 कर्मचारियों ने ही मत का प्रयोग किया था। इस बार 540 मतदाता अपने मतों का प्रयोग करेंगे।
ऐसे में अभी तक कोई भी कर्मचारी गुट तय नहीं कर पाया है कि चुनाव में किस प्रत्याशी को उतारा जाए। जो कर्मचारी नेता हर बार चुनाव में एक्टिव रहते थे, वह इस बार सेवानिवृत्त हो गए हैं। ऐसे में कर्मचारी संघों के कार्यकर्ताओं काे प्रत्याशी ढूंढने के लिए मेहनत करनी पड़ रही है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा, कांग्रेस और माकपा समर्थित कर्मचारी संगठन एक दूसरे के प्रत्याशियों पर निगाहें लगाए हुए हैं। पहले कौन प्रत्याशी को मैदान में उतारता है, उसके बाद ही अाकलन करके अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाएगा। 30 जनवरी से लेकर दो फरवरी तक नामांकन दाखिल करने की तिथि रखी गई है। जबकि अभी तक कर्मचारियों ने अपने उम्मीदवारों की सूची तक नहीं निकाली है। खास बात यह है कि इस वर्ष विधानसभा चुनाव भी होने हैं, ऐसे में जिस भी पार्टी का कर्मचारी गुट जीतकर आएगा, उसे चुनाव में यूनिवर्सिटी से फायदा मिल सकता है। यूनिवर्सिटी में जहां राजनीतिक दल युवाओं को लुभा सकते हैं, वहीं यहां कर्मचारियों का भी एक बड़ा कैडर है। इस बार माकपा, भाजपा और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों में तिकोना मुकाबला होगा। अध्यक्ष पद पर इस बार नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है। क्योंकि, कई कर्मचारी सेवानिवृत्त हो गए हैं।
ऐसे में गैर शिक्षक कर्मचारियों के चुनाव में इस बार भाजपा, कांग्रेस और माकपा समर्थित कर्मचारियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। ईसी सदस्य पद पर जहां कांग्रेस समर्थित कर्मचारियों ने भाजपा समर्थकों का सूपड़ा साफ किया था। ऐसे में भाजपा समर्थित कर्मचारी भी हर हाल में इस चुनाव में जीत चाहते हैं। इससे पहले चौधरी वरयाम सिंह बैंस और हितेश्वर ठाकुर जैसे वरिष्ठ कर्मचारी नेताओं का इन चुनाव में दबदबा रहता था।
ऐसा है चुनाव का शेड्यूल
नामांकनकी तिथि 30 जनवरी से लेकर 2 फरवरी तक रखी गई है। छंटनी प्रक्रिया 2 फरवरी को होगी। नाम वापसी की तिथि 4 फरवरी शाम 4 बजे तक रहेगी। प्रत्याशियों की फाइनल लिस्ट भी 4 फरवरी को घोषित की जाएगी। 8 फरवरी को सुबह 10:30 बजे से चुनाव होंगे और इसी दिन चुनावों के परिणाम की घोषणा भी की जाएगी। गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के चुनाव सात सीटों के लिए होंगे, जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, संयुक्त सचिव, आयोजन सचिव, प्रेस सचिव और कोषाध्यक्ष पद पर चुनाव होंगे।
पिछली बार जीते थे भाजपा समर्थित
पिछलेवर्ष हुए गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के चुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। इसमें अध्यक्ष पद पर भाजपा समर्थित विपन कुमार ने गीता राम जो की कांग्रेस समर्थित थे, को 81 मतों से मात दी थी। महासचिव पद पर महेश कुमार ने मुकेश कुमार को 79 मतों से मात देकर कब्जा जमाया। एचपीयू गैर शिक्षक संघ चुनाव में कुल 524 में से 438 कर्मचारियों ने ही मत का प्रयोग किया था। इस बार 540 मतदाता अपने मतों का प्रयोग करेंगे।