हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
प्रदेश में पीजीटी आईपी शिक्षकों को लाईब्रेरियन का काम भी सौंप दिया है। अब ये शिक्षक बच्चों को पढ़ाए या फिर स्कूलों में लाईब्रेरियों का काम देखें। इसे लेकर शिक्षक भड़क गए हैं। प्रदेश अनुबंध शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष भूपेंद्र ठाकुर ने इसे लेकर प्रदेश सरकार के समक्ष आवाज़ उठाई है।
उनका कहना है कि शिक्षा विभाग पीजीटी आईपी के खिलाफ बहुत से गलत आदेश निकाल रहा है जिससे शिक्षकों को बहुत परेशानी का सामना करना पड रहा है। संघ ने सवाल उठाए हैं कि पीजीटी आईपी अध्यापक लाइब्रेरी को संचालित करने के लिये ट्रेंड भी नहीं है। संघ का कहना है कि राज्य और केंद्र सरकार द्धारा बहुत से अॅानलाइन कार्यक्रम चला रही है जिससे स्कूल में कंप्यूटर के बहुत अधिक काम है। लिहाजा इस तरह का काम सौंपना शिक्षा विभाग का गलत कदम है।
संघ का कहना है कि किसी पाठशाला में कंप्यूटर से संबंधित काम है तो वह सब काम पीजीपी आईपी के हवाले कर दिया जाता है। शिक्षा विभाग ने पीजीटी आईपी को डॅाटा एंट्री ऑपरेटर बना के रख दिया।अब लाइब्रेरी का काम भी सौंप दिया है। भूपेंद्र ठाकुर ने कहा कि पीजीटी आईपीे कम्प्यूटर सांइस विषय बच्चों को पढ़ाता है जिसमें बच्चों पर पूर्ण तौर पर ध्यान देना जरूरी रहता है।
संघ ने ये सवाल भी उठाए हैं कि कंप्यूटर सांइस पढऩे वाले छात्रों से विभाग 110 रुपए मासिक फीस के रुप में लेता है। ऐसे में बहुत से बच्चे फीस कि वजह से इस विषय को नहीं पढ़ पाते है। हिमाचल प्रदेश अनुबंध अध्यापक संघ शिक्षा विभाग से मांग करता है कि कम्प्यूटर साइंस विषय आवश्यक विषय के रूप में लागू होना चाहिए। इसके साथ ही सभी बच्चों को मुफ्त इसकी शिक्षा मिलनी चाहिये जिससे शिक्षा के अधिकार का सही इस्तेमाल हो सके।
प्रदेश में पीजीटी आईपी शिक्षकों को लाईब्रेरियन का काम भी सौंप दिया है। अब ये शिक्षक बच्चों को पढ़ाए या फिर स्कूलों में लाईब्रेरियों का काम देखें। इसे लेकर शिक्षक भड़क गए हैं। प्रदेश अनुबंध शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष भूपेंद्र ठाकुर ने इसे लेकर प्रदेश सरकार के समक्ष आवाज़ उठाई है।
उनका कहना है कि शिक्षा विभाग पीजीटी आईपी के खिलाफ बहुत से गलत आदेश निकाल रहा है जिससे शिक्षकों को बहुत परेशानी का सामना करना पड रहा है। संघ ने सवाल उठाए हैं कि पीजीटी आईपी अध्यापक लाइब्रेरी को संचालित करने के लिये ट्रेंड भी नहीं है। संघ का कहना है कि राज्य और केंद्र सरकार द्धारा बहुत से अॅानलाइन कार्यक्रम चला रही है जिससे स्कूल में कंप्यूटर के बहुत अधिक काम है। लिहाजा इस तरह का काम सौंपना शिक्षा विभाग का गलत कदम है।
संघ का कहना है कि किसी पाठशाला में कंप्यूटर से संबंधित काम है तो वह सब काम पीजीपी आईपी के हवाले कर दिया जाता है। शिक्षा विभाग ने पीजीटी आईपी को डॅाटा एंट्री ऑपरेटर बना के रख दिया।अब लाइब्रेरी का काम भी सौंप दिया है। भूपेंद्र ठाकुर ने कहा कि पीजीटी आईपीे कम्प्यूटर सांइस विषय बच्चों को पढ़ाता है जिसमें बच्चों पर पूर्ण तौर पर ध्यान देना जरूरी रहता है।
110 रूपए फीस, कई बच्चे नहीं पढ़ पाते विषय
संघ ने ये सवाल भी उठाए हैं कि कंप्यूटर सांइस पढऩे वाले छात्रों से विभाग 110 रुपए मासिक फीस के रुप में लेता है। ऐसे में बहुत से बच्चे फीस कि वजह से इस विषय को नहीं पढ़ पाते है। हिमाचल प्रदेश अनुबंध अध्यापक संघ शिक्षा विभाग से मांग करता है कि कम्प्यूटर साइंस विषय आवश्यक विषय के रूप में लागू होना चाहिए। इसके साथ ही सभी बच्चों को मुफ्त इसकी शिक्षा मिलनी चाहिये जिससे शिक्षा के अधिकार का सही इस्तेमाल हो सके।