हमीरपुर : शिक्षा विभाग में कार्यरत एक वीआरसी को अनुशासनहीनता करने पर कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है। शिमला निदेशालय से इस संदर्भ में कार्रवाई के आदेश मिले हैं।
सचिवालय से जारी आदेश में कहा गया है कि हमीरपुर जिला के उक्त वीआरसी ने जून माह में जब गर्मी अपने कड़े तेवर दिखा रही थी तो राज्यपाल को पत्र लिखकर वास्तविक स्थिति से अवगत करवाया और मांग रखी कि गर्मियों के चलते स्कूल के समय में तबदीली की जाए। गवर्नर हाउस से यह पत्र सचिवालय पहुंचा। लिहाजा सचिवालय से स्कूल के समय में परिवर्तन करने के निर्देश जारी हो गए। लेकिन इस सारी नियमावली में विभागीय प्रोटोकॉल टूट गया। जारी आदेश में स्पष्ट में कहा गया है कि हर कर्मचारी को अपना सुझाव व शिकायत देने का अधिकार है। लेकिन इसका एक तय चैनल है।
सरकार से कोई भी कर्मचारी इस प्रकार सीधे बात नहीं कर सकता। हमीरपुर के उक्त वीआरसी ने इस चैनल को तोड़ते हुए सीधे गवर्नर को पत्र भेजा है। लिहाजा उक्त कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाए। यह पत्र सचिवालय से शिक्षा निदेशालय होते हुए एलीमेंटरी उपनिदेशक हमीरपुर कार्यालय पहुंचा है। जहां से बीआरसी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है। एलीमेंटरी शिक्षा विभाग के कार्यवाहक उपनिदेशक देशराज भरवाल ने मामले की पुष्टि की है।
सचिवालय से जारी आदेश में कहा गया है कि हमीरपुर जिला के उक्त वीआरसी ने जून माह में जब गर्मी अपने कड़े तेवर दिखा रही थी तो राज्यपाल को पत्र लिखकर वास्तविक स्थिति से अवगत करवाया और मांग रखी कि गर्मियों के चलते स्कूल के समय में तबदीली की जाए। गवर्नर हाउस से यह पत्र सचिवालय पहुंचा। लिहाजा सचिवालय से स्कूल के समय में परिवर्तन करने के निर्देश जारी हो गए। लेकिन इस सारी नियमावली में विभागीय प्रोटोकॉल टूट गया। जारी आदेश में स्पष्ट में कहा गया है कि हर कर्मचारी को अपना सुझाव व शिकायत देने का अधिकार है। लेकिन इसका एक तय चैनल है।
सरकार से कोई भी कर्मचारी इस प्रकार सीधे बात नहीं कर सकता। हमीरपुर के उक्त वीआरसी ने इस चैनल को तोड़ते हुए सीधे गवर्नर को पत्र भेजा है। लिहाजा उक्त कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाए। यह पत्र सचिवालय से शिक्षा निदेशालय होते हुए एलीमेंटरी उपनिदेशक हमीरपुर कार्यालय पहुंचा है। जहां से बीआरसी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है। एलीमेंटरी शिक्षा विभाग के कार्यवाहक उपनिदेशक देशराज भरवाल ने मामले की पुष्टि की है।