शिमला (प्रीति): स्कूलों
में शिक्षक अब मिड-डे मील संबंधी, डाटा ऑनलाइन या अपडेट करने व सैलरी
बनाने जैसे गैर-शिक्षण कार्य नहीं करेंगे। स्कूलों में केवल उनसे शिक्षण का
कार्य ही लिया जाएगा।
ऐसे आदेश सरकार ने शिक्षा विभाग को जारी किए हैं। इन
आदेशों के साथ सरकार ने विभाग से गैर-शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षकों का
डाटा भी मांगा है। हालांकि इन आदेशों के तहत शिक्षकों की जरूरत पड़ने पर
उनसे जनगणना, आपदा राहत व चुनावों से संबंधित कार्य करवाए जाएंगे।
शिक्षा सचिव की ओर से ये आदेश जारी किए गए
हैं। शिक्षा सचिव ने विभाग को स्कूलों में शिक्षकों से गैर-शिक्षण कार्य
लेने पर तुरंत रोक लगाने को कहा है। इसके साथ ही यदि कोई शिक्षक इस दौरान
गैर-शिक्षण कार्य कर रहा है तो उसे ऐसे स्कूल में तैनात करने के निर्देश
दिए गए हैं, जहां शिक्षकों की कमी चल रही है। कोर्ट के निर्देशों के बाद
सरकार ने ये आदेश जारी किए हैं।
12 शिक्षक कर रहे गैर-शिक्षण कार्य
शिक्षा विभाग द्वारा बनाई गई एक रिपोर्ट के मुताबिक इस समय स्कूलों में 10 शिक्षक गैर-शिक्षण कार्य कर रहे हैं जबकि 2 शिक्षक निदेशालय में ड्यूटी दे रहे हैं। सरकार के निर्देशों के बाद विभाग अब दोबारा से स्कूलों से ऐसे शिक्षकों की रिपोर्ट मंगवा रहा है जो इस दौरान स्कूलों में गैर-शिक्षण कार्य कर रहे हैं। गौर हो कि शिक्षक पिछले कई वर्षों से सरकार से यह मांग कर रहे थे।
शिक्षा विभाग द्वारा बनाई गई एक रिपोर्ट के मुताबिक इस समय स्कूलों में 10 शिक्षक गैर-शिक्षण कार्य कर रहे हैं जबकि 2 शिक्षक निदेशालय में ड्यूटी दे रहे हैं। सरकार के निर्देशों के बाद विभाग अब दोबारा से स्कूलों से ऐसे शिक्षकों की रिपोर्ट मंगवा रहा है जो इस दौरान स्कूलों में गैर-शिक्षण कार्य कर रहे हैं। गौर हो कि शिक्षक पिछले कई वर्षों से सरकार से यह मांग कर रहे थे।