हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में तैनात कंप्यूटर शिक्षकों ने सोमवार को अपनी 
हड़ताल को वापस ले लिया है। कंप्यूटर शिक्षक पाॅलिसी बनाने की मांग को लेकर
 पिछले 176 दिनों से हड़ताल कर रहे थे। वह वर्तमान में स्कूलों में 
आउटसोर्स कर्मचारियों के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं। 
कंपनी के माध्यम से सरकार ने उनकी तैनाती कर रखी है।
कंप्यूटर शिक्षक लंबे समय से अपने लिए पाॅलिसी बनाने की मांग कर रहे थे, लेकिन इसमें कोई रास्ता निकल पाने के लिए कारण उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसलिए कंप्यूटर शिक्षकों की हड़ताल लंबे समय तक जारी रही। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने धर्मशाला की रैली में राज्य के विभिन्न विभागों में तैनात आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए काम करने की घोषणा की है। सोमवार को विक्रमादित्य सिंह ने हड़ताल पर बैठे कंप्यूटर शिक्षकों को राहत देने का आश्वासन दिया। अब कंप्यूटर शिक्षकों को उम्मीद है कि राज्य सरकार की आेर से शीघ्र ही उनके लिए कोई पॉलिसी लाई जा सकती है। िशक्षकों ने विक्रमादित्य को अपने लिए पॉलिसी बनाने की बात कही ताकि उनका भविष्य खतरे में रहे और वह अपने परिवार को भरणपोषण कर सकें।
शिक्षक को जूस पिलाते विक्रमादित्य।
मुख्यमंत्री ने काफिला रोक कर भेजा युकां अध्यक्ष
मुख्यमंत्रीवीरभद्र सिंह ने अनाडेल से आते हुए विधानसभा के समीप हड़ताल पर बैठें कंप्यूटर शिक्षकों को देखकर युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह को उनके पास जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस दौरान उनके लिए सरकार ने घोषणा कर दी है, हर तरह से इन्हें राहत देने के लिए प्रयास किया जाएगा। इसके बाद उन्होंने हड़ताल पर बैठे कंप्यूटर शिक्षकों को जूस पिला कर उनका अनशन तुड़़वाया। इसके साथ ही 176 दिनों से हड़ताल पर बैठे कंप्यूटर शिक्षकों की हड़ताल खत्म हो गई।
कंपनी के माध्यम से सरकार ने उनकी तैनाती कर रखी है।
कंप्यूटर शिक्षक लंबे समय से अपने लिए पाॅलिसी बनाने की मांग कर रहे थे, लेकिन इसमें कोई रास्ता निकल पाने के लिए कारण उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसलिए कंप्यूटर शिक्षकों की हड़ताल लंबे समय तक जारी रही। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने धर्मशाला की रैली में राज्य के विभिन्न विभागों में तैनात आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए काम करने की घोषणा की है। सोमवार को विक्रमादित्य सिंह ने हड़ताल पर बैठे कंप्यूटर शिक्षकों को राहत देने का आश्वासन दिया। अब कंप्यूटर शिक्षकों को उम्मीद है कि राज्य सरकार की आेर से शीघ्र ही उनके लिए कोई पॉलिसी लाई जा सकती है। िशक्षकों ने विक्रमादित्य को अपने लिए पॉलिसी बनाने की बात कही ताकि उनका भविष्य खतरे में रहे और वह अपने परिवार को भरणपोषण कर सकें।
शिक्षक को जूस पिलाते विक्रमादित्य।
मुख्यमंत्री ने काफिला रोक कर भेजा युकां अध्यक्ष
मुख्यमंत्रीवीरभद्र सिंह ने अनाडेल से आते हुए विधानसभा के समीप हड़ताल पर बैठें कंप्यूटर शिक्षकों को देखकर युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह को उनके पास जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस दौरान उनके लिए सरकार ने घोषणा कर दी है, हर तरह से इन्हें राहत देने के लिए प्रयास किया जाएगा। इसके बाद उन्होंने हड़ताल पर बैठे कंप्यूटर शिक्षकों को जूस पिला कर उनका अनशन तुड़़वाया। इसके साथ ही 176 दिनों से हड़ताल पर बैठे कंप्यूटर शिक्षकों की हड़ताल खत्म हो गई।