प्रदेश के निजी स्कूलों में भी परीक्षाओं के दौरान CCTV कैमरे लगाए जाएंगे। स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से ऐसे आदेश जारी कर दिए गए हैं। राजकीय अध्यापक संघ की मांग पर स्कूल शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश के निजी स्कूलों में आयोजित परीक्षाओं को CCTV कैमरे की निगरानी में करवाने को कहा है।
लिहाजा अब 3 मार्च को शिक्षा बोर्ड का घेराव राजकीय अध्यापक संघ नहीं करेगा। राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष विरेंद्र चौहान का कहना है कि अब शिक्षक बोर्ड परीक्षाओं की ड्यूटी का बहिष्कार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा है कि स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव की ओर से उन्हें एक पत्र मिला है।
इसमें बोर्ड सचिव ने कहा है कि शिक्षकों की बोर्ड परीक्षाओं की लगाई जाने वाली ड्यूटी में मानदेय बढ़ाने की मांग पर भी बोर्ड काम कर रहा है। सचिव ने कहा है कि बोर्ड की आगामी बैठक में मानदेय बढ़ाने वाली मांग को रखा जाएगा और जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। संघ के अध्यक्ष के मुताबिक सचिव ने यह भी माना है कि राज्य मेंं शिक्षकों पर नकल करवाने के आरोप लगाए जाते रहे हैं। इसे देखते हुए ही अभी प्रदेश के कुछ चुनिंदा सरकारी स्कूलों में प्रयोग के तौर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
बोर्ड सचिव ने राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष को भेजे पत्र में लिखा है कि इस बार कुछ सरकारी स्कूलों में परीक्षाओं के दौरान लगाए जा रहे कैमरों से शिक्षकों की यह छवि साफ हो सके गी कि शिक्षक परीक्षाओं में नकल को बढ़ावा देते हैं या इन पर आरोप गलत लगाए जा रहे हैं।
लिहाजा अब 3 मार्च को शिक्षा बोर्ड का घेराव राजकीय अध्यापक संघ नहीं करेगा। राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष विरेंद्र चौहान का कहना है कि अब शिक्षक बोर्ड परीक्षाओं की ड्यूटी का बहिष्कार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा है कि स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव की ओर से उन्हें एक पत्र मिला है।
इसमें बोर्ड सचिव ने कहा है कि शिक्षकों की बोर्ड परीक्षाओं की लगाई जाने वाली ड्यूटी में मानदेय बढ़ाने की मांग पर भी बोर्ड काम कर रहा है। सचिव ने कहा है कि बोर्ड की आगामी बैठक में मानदेय बढ़ाने वाली मांग को रखा जाएगा और जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। संघ के अध्यक्ष के मुताबिक सचिव ने यह भी माना है कि राज्य मेंं शिक्षकों पर नकल करवाने के आरोप लगाए जाते रहे हैं। इसे देखते हुए ही अभी प्रदेश के कुछ चुनिंदा सरकारी स्कूलों में प्रयोग के तौर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
बोर्ड सचिव ने राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष को भेजे पत्र में लिखा है कि इस बार कुछ सरकारी स्कूलों में परीक्षाओं के दौरान लगाए जा रहे कैमरों से शिक्षकों की यह छवि साफ हो सके गी कि शिक्षक परीक्षाओं में नकल को बढ़ावा देते हैं या इन पर आरोप गलत लगाए जा रहे हैं।