प्रदेश सरकार का पांच
साल का कार्यकाल पूरा होने के बावजूद नीति नहीं बनाए जाने से नाराज होकर
एसएमसी पीरियड बेसिस टीचर एसोसिएशन ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का
विरोध करने का फैसला लिया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल पितान, महासचिव मनोज रौंगटा,
उपाध्यक्ष कमल जोशी, पवन कुमार, सचिव रोशन छिंटा सहित अन्य पदाधिकारियों ने
सरकार पर चार हजार एसएमसी परिवारों को धोखा देने का आरोप लगाया है।
एसोसिएशन ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को खुले तौर पर समर्थन देने का ऐलान किया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा है कि पीटीए, पैरा, पैट और लेफ्ट आउट पीटीए शिक्षकों को सरकार ने सभी लाभ दिए हैं लेकिन एसएमसी से लगे चार हजार से अधिक शिक्षकों की अनदेखी ही की गई है।
पांच सालों में नीति बनाना तो दूर सरकार एसएमसी शिक्षकों को एक अवकाश तक प्रदान नहीं कर सकी। उन्होंने बताया कि एसएमसी शिक्षक प्रदेश के ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं जहां नियमित शिक्षक जाने से परहेज करते हैं। इसके बावजूद सरकार ने शिक्षकों के साथ भेदभाव किया है।
तीन जनवरी को शिमला के होटल पीटरहाफ में मुख्यमंत्री और युवा कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा शिक्षकों के अधिवेशन में किए गए वादे को पूरा नहीं किया है। इसको लेकर शिक्षकों में भारी रोष है। ऐसे में शिक्षक और उनके परिवार प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस का विरोध करेंगे।
एसोसिएशन ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को खुले तौर पर समर्थन देने का ऐलान किया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा है कि पीटीए, पैरा, पैट और लेफ्ट आउट पीटीए शिक्षकों को सरकार ने सभी लाभ दिए हैं लेकिन एसएमसी से लगे चार हजार से अधिक शिक्षकों की अनदेखी ही की गई है।
पांच सालों में नीति बनाना तो दूर सरकार एसएमसी शिक्षकों को एक अवकाश तक प्रदान नहीं कर सकी। उन्होंने बताया कि एसएमसी शिक्षक प्रदेश के ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं जहां नियमित शिक्षक जाने से परहेज करते हैं। इसके बावजूद सरकार ने शिक्षकों के साथ भेदभाव किया है।
तीन जनवरी को शिमला के होटल पीटरहाफ में मुख्यमंत्री और युवा कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा शिक्षकों के अधिवेशन में किए गए वादे को पूरा नहीं किया है। इसको लेकर शिक्षकों में भारी रोष है। ऐसे में शिक्षक और उनके परिवार प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस का विरोध करेंगे।