शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Pradesh School News, हिमाचल प्रदेश की कंप्यूटर प्रोफेशनल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती 2017 के बाद नहीं हुई है। 2017 से
लंबित पीजीटी आइपी केस को शीघ्र निपटाया जाए। एसोसिएशन के अध्यक्ष पीयूष सेवल ने कहा कि प्रदेश के शिक्षित लोग एक ओर तो बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। दूसरी ओर सरकार की ओर से की जा रही अधिकतर नियुक्तियां वर्तमान में न्यायालय में लंबित हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में वर्ष 2012 के बाद कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई, जबकि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के सैकड़ों ऐसे शिक्षण संस्थान हैं, जहां से युवा डिग्री प्राप्त करके रोजगार का इंतजार कर रहे हैं।वर्तमान में जब केंद्र एवं प्रदेश सरकार की अधिकतर कार्यप्रणाली और योजनाएं सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से संचालित की जा रही हैं। ऐसे में 10 साल से सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति न होना बेहद हैरान करने वाला है। एसोसिएशन ने मांग की है कि प्रदेश के सभी स्कूलों में लेक्चरर कंप्यूटर साइंस एवं पीजीटी कंप्यूटर साइंस के शिक्षकों के पदों को कमीशन के माध्यम से शीघ्र भरा जाए। प्रदेश के सभी स्कूलों में पहली कक्षा से ही कंप्यूटर शिक्षा शुरू की जाए।
25 से शुरू होंगी एलएलएम व पीजी डिप्मोगा की परीक्षाएं
शिमला। पीजी डिप्लोमा इन क्लीनिकल साइकोलाजी, एलएलएम प्रथम सेमेस्टर (नियमित) और एमफिल प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं मई में शुरू होंगी। इन परीक्षाओं के लिए विद्यार्थी 25 अप्रैल तक बिना विलंब शुल्क के फार्म भर सकते हैं। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला प्रशासन ने शारीरिक शिक्षा में एमए की वार्षिक परीक्षाओं के लिए आनलाइन फार्म भरने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। 25 अप्रैल तक बिना विलंब शुल्क परीक्षा फार्म भर सकते हैं। ये परीक्षाएं भी मई में शुरू होंगी।